फ़ैक्ट-चेक: अंतरिक्ष यात्री बनकर टूटी सड़कें दिखाने वाला वायरल वीडियो कानपुर का नहीं बेंगलुरू का है

Fact Check hi Featured

इसरो के चंद्रयान-3 मिशन के कामयाब होने से देश में चारों ओर खुशी की लहर है और चंद्रमा को लेकर चर्चाएं भी खू़ब चल रही हैं। ऐसे में सोशल मीडिया साइट्स पर एक वीडियो जमकर वायरल हो रहा है। इस वीडियो में देखा जा सकता है कि एक शख्स, एस्ट्रोनॉट सूट पहनकर चल रहा है। यूज़र्स दावा कर हैं कि यह वीडियो कानपुर में टूटी सड़कों का हाल दर्शाने के लिए बनाया गया है। 

विवेक के. त्रिपाठी नामक यूज़र ने ट्विटर पर वीडियो पोस्ट कर लिखा, “अपना कानपुर भी चांद से कम नहीं है”।

Tweet Archive Link 

विवेक के. त्रिपाठी के इस ट्वीट को अब तक 2000 से अधिक रिट्वीट्स, 9000 से अधिक लाइक मिल चुके हैं, जबकि लगभग 5 लाख लोगों ने इसे देखा है। 

वहीं, अन्य सोशल मीडिया यूज़र्स भी वीडियो शेयर कर, इसे कानपुर का बता रहे हैं। 

Tweet Archive Link 

Tweet Archive Link 

Tweet Archive Link  

फ़ैक्ट-चेक: 

वायरल वीडियो की हकीकत जानने के लिए DFRAC टीम ने इसे पहले कुछ की-फ़्रेम में कन्वर्ट कर, रिवर्स सर्च किया। इस दौरान टीम को कुछ मीडिया रिपोर्ट्स मिलीं। 

इंडियन एक्सप्रेस द्वारा 2 सितंबर 2019 को पब्लिश न्यूज़ के अनुसार- बेंगलुरु में गड्ढे कितने बुरे हैं, इस पर प्रकाश डालने के लिए, लोकप्रिय थिएटर आर्टिस्ट और फिल्म स्टार, पूर्णचंद्र मैसूर, स्पेससूट में एक विचित्र वीडियो बनाया था। इसमें वो गड्ढे से भरे सड़क पर चलते हुए नज़र आ रहे हैं।  

indianexpress, siasat & outlookindia 

पूर्णचंद्र मैसूर के इस वायरल वीडियो को अन्य मीडिया हाउसेज़ ने भी कवर किया था। न्यूज़ के अनुसार- यह वीडियो भारत के मून मिशन चंद्रयान-2 के 7 सितंबर 2019 को चंद्रमा के दक्षिणी हिस्से पर उतरने से कुछ दिन पहले आया था।

निष्कर्ष: 

DFRAC के इस फ़ैक्ट-चेक से स्पष्ट है कि वीडियो 3 साल पुराना 2019, मून मिशन चंद्रयान-2 के समय का है। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार- बेंगलुरु की सड़कों के गड्ढे दिखाने के लिए अभिनेता पूर्णचंद्र मैसूर ने एस्ट्रोनॉट सूट में वीडियो बनाया था, इसलिए विवेक के. त्रिपाठी  सहित अन्य सोशल मीडिया यूज़र्स का दावा भ्रामक है।