सोशल मीडिया पर दो तस्वीरों का एक कोलाज वायरल हो रहा है। इन दोनों के साथ किए जा रहे दावों का विवरण इस प्रकार है-
पहली तस्वीर-
- बैलगाड़ी पर रखकर सैटेलाइट को लाया जा रहा है।
- इस फोटो को 1981 में लॉन्च किए गए APPLE सैटेलाइट का बताया जा रहा है।
- इस फोटो पर टेक्स्ट लिखा है- “इसरो की सैटेलाइट बैलगाड़ी पर”
दूसरी तस्वीर-
- हवाई जहाज इस तस्वीर को कांग्रेस नेता राहुल गांधी के बचपन की फोटो बताया जा रहा है।
- इस फोटो में पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी, उनकी बहू सोनिया गांधी और पोती प्रियंका गांधी भी दिख रही हैं।
- दावा किया गया है कि हवाई जहाज में राहुल गांधी का जन्मदिन मनाया जा रहा है।
- इस फोटो पर टेक्स्ट लिखा है- “राहुल गांधी का जन्मदिन हवाई जहाज पर”
इस कोलाज को शेयर करने वाले यूजर्स का दावा है कि पैसे की तंगहाली की वजह से इसरो की सैटेलाइट को बैलगाड़ी पर लाया जा रहा था, जबकि गांधी परिवार हवाई जहाज में राहुल गांधी का जन्मदिन मना रहा है।
इस कोलाज को शेयर करने वाले Rishi Bagree, Yogi Adityanath (Parody), Abhishek Bansal, और Abhishek सहित कई यूजर्स हैं।
फैक्ट चेकः
वायरल कोलाज में दो अलग-अलग फोटो को जोड़कर बनाया गया है। इसलिए DFRAC की टीम ने इन दोनों फोटो का अलग-अलग फैक्ट चेक किया है।
पहले फोटो का फैक्ट चेकः
पहले फोटो का फैक्ट चेक करने पर हमें बीबीसी हिन्दी की एक रिपोर्ट मिली। इस रिपोर्ट में विज्ञान मामलों के जानकार पल्लव बागला का एक इंटरव्यू छापा गया है, जिसमें बैलगाड़ी से इस सैटेलाइट लाने की घटना का जिक्र किया गया है। बागला ने बताया कि- “एप्पल सेटेलाइट को बैलगाड़ी पर रखकर ले जाने का फ़ैसला इसरो के वैज्ञानिकों का सोचा-समझा फैसला था। ये उनकी मजबूरी नहीं थी। उस समय भारतीय वैज्ञानिकों के पास ‘इलेक्ट्रोमैग्नेटिक इंटरफ़ेयरेंस रिफ़्लेक्शन’ तकनीक की सीमित जानकारी थी। वैज्ञानिक सैटेलाइट को किसी इलेक्ट्रिक मशीन पर रखकर नहीं ले जाना चाहते थे। इसीलिए बैलगाड़ी को चुना गया था।”
ऐसा हा दावा द हिन्दू अखबार की 15 सितंबर 2020 की प्रकाशित रिपोर्ट में किया गया है। इस रिपोर्ट में बताया गया है कि- “इसरो (भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन) की लोकप्रिय अभिलेखीय छवियों में से एक एप्पल (एरियन पैसेंजर पेलोड एक्सपेरिमेंट) संचार उपग्रह की है जिसे 1981 में टेलीमेट्री परीक्षण के लिए बैलगाड़ी पर ले जाया जा रहा था। साधारण बैलगाड़ी को इसलिए चुना गया क्योंकि वैज्ञानिक एक गैर चुंबकीय वातावरण चाहते थे।”
दूसरी फोटो का फैक्ट चेकः
DFRAC की टीम ने दूसरी फोटो को गूगल पर रिवर्स सर्च किया। हमें कई मीडिया रिपोर्ट्स मिली। जिसमें बताया गया है कि यह फोटो 1977 का है, जब राहुल गांधी का जन्मदिन इंदिरा गांधी ने हवाई जहाज में यात्रा के दौरान मनाया था। जी न्यूज हिन्दी और टाइम्स नाउ न्यूज डॉटकॉम की रिपोर्ट में इसे देखा जा सकता है।
वहीं हमें pmindia.gov.in की वेबसाइट पर भारत के पूर्व प्रधानमंत्रियों की लिस्ट मिली। जिसमें बताया गया है कि मोरारजी देसाई ने 24 मार्च 1977 को भारत के प्रधानमंत्री के रूप में शपथ ली। वहीं राहुल गांधी का जन्मदिन 19 जून को पड़ता है, यानी उस वक्त इंदिरा गांधी सरकार में नहीं थीं।
निष्कर्षः
DFRAC के इस फैक्ट चेक से स्पष्ट है कि इसरो और गांधी परिवार को लेकर सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा दावा गलत है। सैटेलाइट को बैलगाड़ी से गैर चुंबकीय वातावरण बनाने के लिए लाया गया था। वहीं राहुल गांधी की हवाई जहाज में जन्मदिन मनाने की फोटो तब की है, जब इंदिरा गांधी सरकार में नहीं थीं।