क्या मक्का के इमाम ने पाकिस्तान के पूर्व PM इमरान खान के समर्थन में दिया बयान? पढ़ें, फ़ैक्ट-चेक 

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मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान ख़ान कई मामलों में ज़मानत के लिए आज इस्लामाबाद की कई अदालतों में पेश होंगे। 

वहीं सोशल मीडिया पर एक ग्राफिकल इमेज वायरल हो रहा है। इस ग्राफिकल इमेज में बीबीसी उर्दू का लोगो देखा जा सकता है और उर्दू टेक्स्ट है,“पाकिस्तान की इस्टैब्लिशमेंट इमरान खान के आवाज़ को दबाने और ताक़त के इस्तेमाल का सिलसिला पूरा रोके ऐसा ना हो कि अवाम के हाथ आप के गिरेबानों तक पहुंच जाए। इमाम -ए- काबा अब्दुर्रहमान अस्सुदैस”

पीटीआई (पाकिस्तान तहरीक -ए- इंसाफ) के समर्थक और वेरीफाइड यूज़र मोहम्मद तारिक़ बिलाल ने बिना किसी कैप्शन के यही ग्राफिकल इमेज ट्विटर पर शेयर किया है। 

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तारिक़ बिलाल के इस ट्वीट को तीन हज़ार से अधिक बार रिट्वीट-कोट-रिट्वीट किया जा चुका है, जबकि एक लाख 35 हज़ार से अधिक यूज़र ने इसे देखा है। 

फ़ैक्ट-चेक: 

वायरल ग्राफिकल इमेज की हकीकत जानने के लिए DFRAC टीम ने इसे पहले ध्यानपूर्वक देखा। इस दौरान टीम ने पाया कि इसमें लोगो के अलावा टेक्स्ट में उर्दू नस्तालीक़ का फ़ोंट, इस्तेमाल किया गया, जबकि बीबीसी उर्दू, नक़्श एशिया टाइप रेगुलर का इस्तेमाल करता है और बीबीसी उर्दू कभी दो फ़ोंट का एक साथ प्रयोग नहीं करता। 

इसके बाद टीम ने बीबीसी उर्दू की ऑफ़िशियल वेबसाइट विज़िट की, पर हमें इमाम -ए- काबा अस्सुदैस के हवाले से कोई न्यूज़ नहीं मिली। फिर DFRAC टीम ने गूगल पर कुछ उर्दू और इंग्लिश की-वर्ड की मदद से सर्च किया, लेकिन हमें इस तरह की कोई न्यूज़ नहीं मिली। 

निष्कर्ष: 

DFRAC के इस फ़ैक्ट-चेक से स्पष्ट है कि वायरल ग्राफ़िकल इमेज फ़ेक है, क्योंकि इमाम -ए- काबा अब्दुर्रहमान अस्सुदैस ने ऐसा कोई बयान नहीं दिया है, इसलिए पीटीआई समर्थक मोहम्मद तारिक़ बिलाल व अन्य सोशल मीडिया यूज़र्स का दावा ग़लत है।