सोशल मीडिया पर एक दावा वायरल हो रहा है कि एक अप्रैल से UPI पेमेंट जैसे गूगल पे, फ़ोन पे, पेटीएम इत्यादि द्वारा 2000 रूपये से अधिक ट्रांजे़क्शन करने पर 1.1% टैक्स (surcharge) देना होगा।
Ritu #सत्यसाधक नामक ट्विटर यूज़र ने एक ट्वीट, जिसमें दावा किया गया है कि UPI पर अब 2000 रुपये से अधिक के लेनदेन पर 1.1% शुल्क लगेगा (हिन्दी अनुवाद) को कोट-रिट्वीट कर लिखा,“बुनियादी बातों का पालन करें..नकद/डेबिट कार्ड/क्रेडिट कार्ड, आपकी आजादी की रक्षा के लिए… एजेंडा 2030 गंभीर और सच्चा है, इसका प्रतिरोध करें..” (हिन्दी अनुवाद)
रितू #सत्यसाधक के इस ट्वीट को ख़ूब शेयर किया गया है। ट्वीटर पर इनके एक लाख 30 हज़ार से ज़्यादा फ़ॉलोअर हैं।
आम आदमी पार्टी के विधायक नरेश बाल्यान ने भी इस पर ट्वीट कर लिखा, “1 अप्रैल से UPI पेमेंट जैसे गूगल पे, फ़ोन पे, PayTM से पेमेंट करने पर 1.1% टैक्स लगेगा। मतलब 3 हजार का राशन खरीदा तो 32 रुपए टैक्स अलग से। याद कीजिए कैसे इन ठगो ने UPI पर अपना पीठ थपथपाया था। आखिर अब ये नया लूट किस लिए? लोग फिर लूट से बचने के लिए ऑनलाइन छोड़ कैश की तरफ भागेंगे ।”
पत्रकार रणविजय सिंह ने लिखा, “UPI ट्रांजेक्शन पर वसूली को लेकर कैसा महसूस कर रहे हैं आप?”
इनके अलावा कई अन्य सोशल मीडिया यूज़र्स और मीडिया हाउसेज़ ने भी ऐसा हा दावा किया है।
Is that connection?? pic.twitter.com/EhND7zU4B9
— Dis'Qualified User ︎ ︎ ︎ ︎ 3.1.0 (@RoflElon) March 29, 2023
फ़ैक्ट-चेक
वायरल दावे की हक़ीक़त जानने के लिए DFRAC टीम ने गूगल पर कुछ की-वर्ड की मदद से सर्च किया। इस दौरान हमें यूनिफाइड पेमेंट इंटरफेस अर्थात UPI को संचालित करने वाला नेशनल पेमेंट्स कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया (NPCI) द्वारा आज यानी 29 मार्च 2023 को किया गया एक ट्वीट मिला।
इस ट्वीट में लिखा गया है. “एनपीसीआई प्रेस विज्ञप्ति: यूपीआई मुफ़्त, तेज़, सुरक्षित और निर्बाध है। हर महीने, बैंक-खातों का उपयोग करने वाले ग्राहकों और व्यापारियों के लिए 8 बिलियन से अधिक लेनदेन नि:शुल्क प्रोसेस किए जाते हैं। (हिन्दी अनुवाद)”
नेशनल पेमेंट कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया (NPCI) ने प्रेस रिलीज़ जारी कर यूपीआई पेमेंट पर चार्ज लगाये जाने की खबरों का खंडन किया है। NPCI ने कहा कि बैंक अकाउंट से दूसरे बैंक अकाउंट में यूपीआई के ज़रिए लेन-देन करने पर कस्टमर्स को कोई शुल्क नहीं देना होगा। NPCI ने दावा किया कि देश में सबसे ज्यादा 99.9 फीसदी यूपीआई ट्रांजे़क्शन बैंक अकाउंट के ज़रिए ही किया जाता है।
NPCI ने कहा कि यूपीआई पेमेंट किए जाने पर बैंक या कस्टमर किसी को भी कोई चार्ज नहीं देना होगा। वहीं एक बैंक से दूसरे बैंक में यूपीआई ट्रांज़ेक्शन किए जाने पर भी कोई शुल्क नहीं देना होगा।
NPCI ने इस प्रेस रिलीज़ में कहा है कि रेग्युलेटरी गाइडलाइंस के मुताबिक प्रीपेड पेमेंट इंस्ट्रूमेंट (PPI Wallets) अब इंटरऑपरेबल यूपीआई इकोसिस्टम का हिस्सा है। इसे देखते हुए NPCI ने पीपीआई वॉलेट्स को इंटरऑपरेबल यूपीआई इकोसिस्टम का हिस्सा होने की अनुमति दे दी है। इंटरचेंज चार्ज केवल पीपीआई मर्चेंट ट्रांजे़क्शन पर ही लागू होगा और कस्टमर को इसके लिए कोई चार्ज नहीं देना पड़ेगा।
निष्कर्ष:
NPCI द्वारा खंडन किये जाने के बाद स्पष्ट है कि मीडिया और सोशल मीडिया यूज़र्स का ये दावा, “UPI पेमेंट पर 1.1% टैक्स देना होगा” भ्रामक है।