सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हो रहा है। इस वीडियो के माध्यम से सवाल खड़े किये जा रहे हैं कि मदरसे में मौलाना द्वारा छात्रों को हथियार चलाने की ट्रेनिंग दी जा रही है। लोग मदरसों की शिक्षा पर भी सवाल खड़े कर रहे हैं कि आखिर यहां पर कैसी शिक्षा दी जा रही है?
यूट्यूब चैनल HR India पर कैप्शन,“जिहादी मदरसों में छात्रों को दे रहा था, ढाय ढाय वाला ज्ञान! पुलिस घसीट कर लाए थाने!” के साथ लगभग तीन मिनट का वीडियो 23 जुलाई 2022 को अपलोड किया गया है।
इस वीडियो में स्वत्व समाचार वेबसाइट का स्क्रीनशॉट दिखाकर कहा जा रहा कि प्रतापगढ़ के मदरसे से एक वीडियो वायरल हो रहा है, जैसे ही ये वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ, जब पुलिस को पता चला तब पुलिस ने तुरंत वहां जाकर मौलानाओं को गिरफ़्तार कर लिया। आप देख सकते हैं कि मदरसे के अंदर किस तरह की पढ़ाई करवाई जा रही है। मदरसे में कुछ इसी तरह की पढ़ाई होती है।
वहीं स्वत्व समाचार नामक वेबसाइट पर हेडलाइल, “बच्चों को Firing सिखा रहा था मौलाना, बकरीद के दिन का वीडियो Viral, दबोचा गया” के तहत ख़बर लिखी गई है जिसका इंट्रो है, “बिहार में पटना टेरर मॉड्यूल की तरह पड़ोसी राज्य यूपी में भी आतंकी ट्रेनिंग का पर्दाफाश हुआ है। प्रतापगढ़ में एक मौलाना बकरीद के दिन मुसलमान बच्चों को राइफल चलाना सिखा रहा है। वीडियो वायरल होने के बाद पुलिस हरकत में आई और मामला सत्य पाते ही मौलाना इंतजार को गिरफ्तार कर लिया।”
आगे इस ख़बर में दावा किया गया है कि- “मौलाना पहले भी आपत्तिजनक हरकतों के लिए कुख्यात रहा है। लोग पहले भी उसके पास राइफल से फायरिंग सीखने के लिए उसके पास आते—जाते रहे हैं। सुरक्षा एजेंसियां उससे पूछताछ कर रही हैं।”
फ़ैक्ट चेक:
इस ख़बर की पड़ताल के लिए सबसे पहले हमने गूगल पर कीवर्ड की मदद से सिंपल सर्च किया। हमें इस पर पब्लिश कई रिपोर्ट्स मिले।
दैनिक जागरण ने इसे शीर्षक, “प्रतापगढ़ में बुजुर्ग लोड कर रहे रायफल और नाबालिग कर रहे तड़ातड़ फायर, वीडियो वायरल; प्रतापगढ़ पुलिस लेगी कानूनी एक्शन” के तहत कवर किया है। इस पूरी ख़बर में कहीं मदरसा या मौलाना का ज़िक्र नहीं किया गया है।
दैनिक जागरण के मुताबिक़ इंतज़ार नामक व्यक्ति प्रतापगढ़ के गांव कंधई में शादी समारोह में शेख के वेशभूसा में आया था, जिसने लोगों को रायफल चलाने की ट्रेनिंग दी। इसका वीडियो इंटरनेट पर वायरल हो गया है।
इसी तरह नवभारत ने भी इसे कवर किया है। नवभारत के अनुसार वीडियो दो-तीन दिन से वायरल हो रहा है, अब पुलिस ने इंतजार और गुलजार नामक दो लोगों को गिरफ्तार किया है।
वहीं पुलिस ने भी अपने बयान में कहीं किसी मदरसे या मौलाना का ज़िक्र नहीं किया है। पुलिस के बयान को यहां सुना जा सकता है।
निष्कर्ष:
DFRAC के इस फ़ैक्ट चेक से स्पष्ट है कि वायरल हो रहा वीडियो किसी मदरसे या मौलाना का बच्चों को राइफ़ल चलाने की ट्रेनिंग देने का नहीं है, बल्कि ये वीडियो एक शादी समारोह का है। गिरफ़्तार होने वाले लोग, मौलाना नहीं है, इसलिए यूट्वयूब चैनल HR India ,वेबसाइट स्वत्व समाचार और अन्य सोशल मीडिया यूज़र्स द्वारा भ्रामक दावे के साथ वीडियो वायरल किया रहा है।
दावा: मदरसे में मौलाना ने दी छात्रों को फायरिंग की ट्रेनिंग
दावाकर्ता: HR India, स्वत्व समाचार व अन्य सोशल मीडिया यूज़र्स
फ़ैक्ट चेक: भ्रामक