अमीश देवगन द्वारा गढ़ी गई मनगढ़ंत कहानियां

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ज़ालसाज़ी, छलरचना से हमारा तात्पर्य उस झूठी सूचना से है जिसे तथ्यात्मक मानकर प्रसारित किया जाता हो। सोशल मीडिया से जुड़े लोगों के लिए यह कोई नई बात नहीं है, समाज में लोगों को गुमराह करने के लिए कई खबरें गढ़ी जाती हैं और उन्हें तथ्यात्मक रूप से प्रस्तुत किया जाता है। लेकिन, समाज के लिए यह उस समय एक बड़ी चिंता का विषय बन जाता है जब मीडिया केवल आंशिक सच्चाई दिखाता है या समाज को असत्य जानकारी देना शुरू कर देता है।

DFRAC की सीरीज में, हम सुधीर चौधरी और अर्नब गोस्वामी जैसे प्रसिद्ध पत्रकारों द्वारा मनगढ़ंत और घृणित कहानियों को पहले ही कवर कर चुके हैं।  इस बार हम आपको अमीश देवगन की मनगढ़ंत कहानियों से रूबरू कराने जा रहे हैं।

अमीश देवगन News18 चैनल के मैनेजिंग एडिटर और सीनियर एंकर हैं। वह प्रसिद्ध शो आरपार को होस्ट करते है। जहां वह दर्शकों के साथ समाज के विभिन्न वर्गों के कई मेहमानों को बुलाते है और बहस और चर्चा के लिए अपना मैदान तैयार करते है।

1.अमीश देवगन की राय वाली पत्रकारिता:

अमीश देवगन ने हाल ही में नेशनल टेलीविज़न पर बताया कि ज्ञानवापी मस्जिद में अदालत की निगरानी में किए गए सर्वेक्षण के दौरान एक “शिवलिंग” की खोज की गई। उन्होंने दर्शकों से सवाल किया कि ‘क्या मुस्लिम समुदाय साजिश के जरिए सच छुपा रहा है?’

लेकिन, वास्तव में, हिंदू समूह का प्रतिनिधित्व करने वाले वकीलों ने दावा किया कि वहाँ एक ‘शिवलिंग’ पाया गया, जबकि मुस्लिम पक्ष का दावा है कि यह एक फव्वारा है। हालांकि कोर्ट को अभी अपना फैसला सुनाना बाकी है, फिर भी अमीश ने अपने शो में इस मुद्दे को बार-बार उठाया।

इस दौरान उनकी रिपोर्टिंग में निष्पक्षता (पत्रकारिता का महत्वपूर्ण नियम) बिलकुल भी नहीं दिखी, बल्कि वह एक खास समुदाय को निशाना बनाते हुए और उससे सवाल करते दिखे।

2.शाहजहाँ और अमीश देवगन

अमीश देवगन ने दावा किया कि मुगल बादशाह शाहजहां ने ताजमहल बनाने वाले मजदूर के हाथ काट दिए थे।

लेकिन वास्तव में हमने पाया कि शाहजहाँ ने ताजमहल बनाने वाले मजदूरों के हाथ नहीं काटे थे। बल्कि उनको आजीवन वेतन देकर उनसे जीवन भर काम नहीं करने का वादा लिया था। इसलिए उनका यह कथन कि शाहजहाँ ने ताजमहल बनाने वाले मजदूरों के हाथ काट दिए, झूठा है।

3.आर्यन ड्रग केसमें बॉलीवुड सेलेब्रिटीज को जबरन घसीटा

आर्यन केस में अमीश ने ट्वीट किया, #BigStory #BigExpose ‘माल वाले’ गैंग की ‘मालकिन’ दीपिका! दीपिका के बाद करण जौहर तक आंच! #आरपार 6.57 बजे।

उन्होंने अपने शो में दीपिका पादुकोण और करण जौहर पर आरोप लगाकर उन्हें आर्यन खान ड्रग मामले में घसीटा। इस मुद्दे पर उन्होने एक पूरा शो भी चलाया। लेकिन हकीकत में ये दोनों साफतौर पर बरी हो गए।

उन्हें केवल मुंबई में NCB (नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो) द्वारा बुलाया गया था। यहां तक कि आर्यन खान भी अब रिहा हो गए और उन्हे ड्रग मामले में भी क्लीन चिट मिल गई।

4.अमीश देवगन की हजरत मोइनुद्दीन चिश्ती के बारे में अभद्र टिप्पणी

अमीश ने अपने डिबेट शो में हज़रत ख्वाजा मोइनुद्दीन चिश्ती उर्फ हजरत ख्वाजा गरीब नवाज का भी अपमान किया। उनको लेकर अमीश ने कहा,

“आक्रांतक चिश्ती आया… आक्रांतक चिश्ती आया… लुटेरा चिश्ती आया… उसके बाद धर्म बदले”

इस बयान के लिए उनके खिलाफ एफआईआर भी दर्ज की गई।

अमीश देवगन के इस बयान पर विभिन्न धर्मों के लोगों ने कड़ी आपत्ति जताई। जिस पर उन्होंने राष्ट्रीय टेलीविजन पर माफी मांगी और उल्लेख किया कि उन्हें भी हज़रत मोइनुद्दीन चिश्ती में विश्वास है।

हालांकि सवाल उठता है कि क्या यही पत्रकारिता की सच्ची नैतिकता है, जहां बहस के दौरान कोई व्यक्ति भावुक होकर किसी धर्म या धर्म विशेष के व्यक्ति के बारे में आ अनर्गल टिप्पणी करता है। क्या अमीश देवगन के टीवी पर चीखने को पत्रकारिता माना जा सकता हैं?

5.हिंदू-मुस्लिम तनाव बढ़ाने में भी अमीश देवगन का हाथ

उन्होंने अपने शो आर पार में एक असंबंधित वीडियो को मुसलमानों से जोड़कर उनके खिलाफ एक झूठी खबर चलाई, साथ ही झूठा दावा किया कि मुसलमान लॉक डाउन दौरान कुर्ला मस्जिद में नमाज अदा कर रहे थे। उन्होने वीडियो को दिखाकर कहा कि वे मस्जिद में एकत्रित होकर दुर्व्यवहार कर रहे थे।

इस पर अमीश देवगन के खिलाफ एफ़आईआर भी दर्ज की गई। जिसमें कहा गया कि देवगन ने मुंबई पुलिस और मुस्लिम समुदाय दोनों को फर्जी खबरों से निशाना बनाया। अमीश देवगन ने बाद में इस पूरे मामले पर अपने शो पर 30 सेकेंड का माफीनामा जारी किया।

https://www.facebook.com/watch/?v=625712011346812

6.अमीश देवगन के पाखंड:

आर्यन खान और उसके ड्रग मामले के पीछे वह शुरू से ही थे। उन्होने अपने शो में इस बारे में जिक्र भी किया। इतना ही नहीं आर्यन को क्लीन चिट मिलने पर ट्वीट भी किया।

लेकिन उन्होने मुंद्रा अदानी पोर्ट ड्रग मामले पर एक शब्द नहीं बोला। सोशल मीडिया पर लोग उनके राजनयिक संबंधों के कारण उनके खिलाफ गुस्सा जतान लगे। कई यूट्यूब चैनल और ट्विटर अकाउंट ने भी उनके और उनके राजनयिक स्वभाव के खिलाफ ट्वीट किए।

लेकिन आर्यन खान को इस मामले में क्लीन चिट मिल गई।