सोशल मीडिया साइट्स पर वायरल हो रही एक तस्वीर में केन्द्रीय परिवहन मंत्री नितिन गडकरी, जनरल मनोज पांडे और आरएसएस (RSS) के सरसंघचालक मोहन भागवत को एक साथ देखा जा सकता है। इस तस्वीर के माध्यम से यूज़र्स दावा कर रहे हैं कि नागपुर स्तिथ आरएसएस (RSS) हेडक्वॉर्टर में इन तीनों ने मुलाकात की है।
कुमार तालुकदार नामक यूज़र ने फे़सबुक पर कैप्शन, “What is General Manoj Pande doing here with Mohan Bhagwat?-जनरल मनोज पांडे यहाँ मोहन भागवत के साथ क्या कर रहे हैं?” के साथ एक तस्वीर पोस्ट की जिसमें जनरल मनोज पांडे, केन्द्रीय परिवहन मंत्री की आरएसएस (RSS) के सरसंघचालक मोहन भागवत को देखा जा सकता है। इस तस्वीर में लिखा हुआ भी है,”श्री मोहन भागवत जी, जनरल मनोज पांडे जी और श्री नितिन गडकरी जी आरएसएस (RSS) मुख्यालय नागपुर में मिले।”
इसी तरह Stanley नामक यूज़र ने भी उसी कैप्शन के साथ वही फ़ोटो ट्वीट की है।
फ़ैक्ट चेक:
इंटरनेट पर रिवर्स इमेज सर्च करने पर हमने पाया कि ‘द एशियन एज’ ने पांच दिसंबर 2016 को शीर्षक, “नागपुर मुख्यालय में आरएसएस (RSS) प्रमुख से मिले उद्धव ठाकरे” के साथ एक न्यूज़ पब्लिश की है। इसी न्यूज़ में महाराष्ट् के सीएम उध्दव ठाकरे, उनके बेटे आदित्य ठाकरे और आरएसएस (RSS) चीफ़ मोहन भागवत का ग्रुप फोटो इस्तेमाल किया गया है, जिसे फोटोशॉप करके उसमें जनरल पांडेय और गडकरी को दिखा दिया गया है।
केन्द्रीय मंत्री गडकरी की जिस तस्वीर का इस्तेमाल किया गया है, वो दरअसल चार अप्रैल 2022 की है, जिसे ‘द प्रिंट’ ने हेडलाइंस, “नितिन गडकरी ने मुंबई में राज ठाकरे से की मुलाकात, बताया ‘पारिवारिक मुलाकात’” के साथ पब्लिश किया है।
वहीं जनरल पांडे की जिस तस्वीर का इस्तेमाल किया गया है, वो 19 अप्रैल 2022 की है, जिसे Etv Bharat ने मराठी भाषा में स्पेशल स्टोरी के साथ छापा है।
निषकर्ष:
DFRAC के इस फ़ैक्ट चेक से साबित होता है कि यूज़र्स द्वारा किया जा रहा दावा फ़र्ज़ी है, क्योंकि जिस फ़ोटो की बुनियाद पर ये दावा किया जा रहा है, वही बेबुनियाद और फ़र्ज़ी है। इसके अलावा गूगल सर्च करने पर भी जनरल मनोज पांडे, केन्द्रीय परिवहन मंत्री की आरएसएस (RSS) के सरसंघचालक मोहन भागवत की मुलाक़ात की कहीं कोई ख़बर नहीं है।
दावा: जनरल पांडे, गडकरी ने की भागवत से मुलाक़ात
दावाकर्ता: सोशल मीडिया यूज़र्स फैक्ट चेक: फ़ेक |
- फैक्ट चेक: क्या RSS कार्यकर्ताओं ने इंग्लैंड की महारानी से मुलाकात की थी?
- फैक्ट-चेक: नहीं, RSS ने भारत का दूसरा सबसे बड़ा COVID-19 देखभाल केंद्र नहीं बनाया
(आप #DFRAC को ट्विटर, फ़ेसबुक, और यूट्यूब पर फ़ॉलो भी कर सकते हैं।)