विश्व हिंदू परिषद (VHP) का पटका पहने ऑस्ट्रेलिया के नए पीएम एंथनी अल्बनीज़ की एक तस्वीर सोशल मीडिया साइट्स पर वायरल हो रही है। दावा किया जा रहा है कि नए पीएम, दफ़्तर के बाद पटका पहनकर विश्व हिंदू परिषद (विहिप) को अपना समर्थन ज़ाहिर कर रहे हैं।
सोशल मीडिया पर दो तस्वीरों का कोलाज वायरल हो रहा है। पहली तस्वीर में पत्रकार राणा अय्यूब का एक ट्वीट स्क्रीनशॉट है, जिसमें लिखा है, ” (दिल की इमोजी के साथ) ब्रीथऑस्ट्रेलिया” स्क्रीनशॉट के बाद एक कैप्शन तह़रीर है, “राणा अय्यूब पिछली सरकार के बाद से ऑस्ट्रेलिया में शासन परिवर्तन का जश्न मना रही हैं, जो उनके लिए लिए इस्लामोफोबिक थी।”
दूसरी तस्वीर में, अल्बानीज़ भगवा रंग का पटका पहने हुए नज़र आ रहे हैं, जिस पर कैप्शन लिखा है, “इस बीच ऑस्ट्रेलिया के नए पीएम विहिप का पटका पहने हुए”।
कई सोशल मीडिया यूज़र्स ने इस कोलाज को शेयर किया है।
फ़ैक्ट चेक:
इंटरनेट पर इमेज रिवर्स सर्च करने पर हमने पाया कि ये तस्वीर 07 मई की है, जब अल्बनीज़ ने लेबर पार्टी के अन्य नेताओं के साथ, ऑस्ट्रेलिया की हिंदू परिषद (हिन्दू काउंसिल ऑफ़ ऑस्ट्रेलिया) का दौरा किया था।
उसी वायरल तस्वीर के साथ उस दिन की कई अन्य तस्वीरों को उन्होंने अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल पर इस कैप्शन के साथ शेयर किया था,“आज रात पर्रामट्टा में हिंदू धर्म और उपमहाद्वीप समुदायों के नेताओं के साथ गर्मजोशी से स्वागत।”
A warm reception in Parramatta tonight with leaders from the Hindu faith and subcontinental communities. pic.twitter.com/6m79gzXhDz
— Anthony Albanese (@AlboMP) May 6, 2022
हिंदू काउंसिल ऑफ ऑस्ट्रेलिया ने भी अपने आधिकारिक अकाउंट से इस बाबत ट्वीट किया है।
Q and A session with Labor leaders at meet and greet by Hindu Council Australia
Read More at https://t.co/8QyVhv93pt#Hinduism #Hindus #Australia #HinduCouncilAu#ALP #Elections2022 #AnthonyAlbanese pic.twitter.com/TXfBBVdzGo
— Hindu Council of Australia (@HinduCouncilAu) May 7, 2022
एबीसी न्यूज ने “स्कॉट मॉरिसन और एंथोनी अल्बनीज़ ने हिंदू अति-राष्ट्रवादी समूह वीएचपी इंडिया द्वारा इस्तेमाल किए गए प्रतीक वाले पटके पहन कर पोज़ दिया।”शीर्षक के साथ एक लेख प्रकाशित किया
निष्कर्ष:
भ्रामक दावे के साथ वीडियो वायरल हो रहा है।
दावा: विश्व हिंदू परिषद का पटका पहने नए ऑस्ट्रेलियाई पीएम की वायरल तस्वीर
दावाकर्ता: सोशल मीडिया यूज़र्स
फैक्ट चेक: भ्रामक