सोशल मीडिया पर एक वीडियो तेज़ी से वायरल हो रही है, जिसमें एक पुलिसकर्मी अपने माथे पर ख़ून से लतपत सफ़ेद कपड़ा सर पर बांधते हुए नज़र आ रहा है।
मोहम्मद आमिर मिंटोई ने अंग्रेज़ी में कैप्शन “#Eid पर #Jodhpur हिंसा में घायल होने का दावा करने वाले पुलिसकर्मी की हक़ीक़त इस वीडियो में कैद, #India में मुसलमानों के ख़िलाफ़ हो रही प्रत्येक हिंसा सुनियोजित है। अब सवाल यह है कि क्या इन परिस्थितियों में हम उन्हीं पुलिस वालों से निष्पक्ष जांच की उम्मीद कर सकते हैं?” के साथ वीडियो शेयर किया।
Reality of the policeman who claimed to be injured in the #Jodhpur Violence on #Eid,reality captured in this video,all Violence happening against Muslims in #India are in a planned way.
Now,the question is, in these circumstances can we expect fair investigation by the same cops? pic.twitter.com/f8OXVS18Vs— Mohd Amir Mintoee (@MAmintoee) May 5, 2022
फ़ैक्ट चेक:
इंटरनेट पर सर्च करने पर हम ने पाया कि जोधपूर पुलिस के वेरीफ़ाईड अकाउंट से ट्वीट करके बताया गया है कि “#Jodhpur ASI श्री धन्नाराम की जालोरी गेट घटना में लगी चोट के संबंध में भ्रामक खबरों की सच्चाई… घटना में लगी थी ASI के सिर में चोट जिससे हाथ और रुमाल पर लगा था खून… घटना के बाद चोटिल ASI का कराया गया था मेडिकल व थाना सरदारपुरा मे दर्ज की गई F.I.R. … #AvoidFakeNews ।“
#Jodhpur
ASI श्री धन्नाराम की जालोरी गेट घटना में लगी चोट के संबंध में भ्रामक खबरों की सच्चाई…
घटना में लगी थी ASI के सिर में चोट जिससे हाथ और रुमाल पर लगा था खून…
घटना के बाद चोटिल ASI का कराया गया था मेडिकल व थाना सरदारपुरा मे दर्ज की गई F.I.R. …#AvoidFakeNews pic.twitter.com/LKtJxm0Xki— Jodhpur Police (@CP_Jodhpur) May 6, 2022
डिएनएन न्यूज़ पोर्टल के फ़ेसबुक पेज पर भी यह वीडियो इस चेतावनी के साथ पोस्ट की गयी है कि यह वीडियो अनवेरीफ़ाईड है और यह ग़लत सूचना भी हो सकती है, कृपया इसे नज़र अंदाज़ कर शेयर ना करें।
निष्कर्ष:
फ़ैक्ट चेक से साबित होता है कि यह वीडियो भ्रामक है।
दावा: घायल जोधपुर पुलिसकर्मी ने ख़ून में लतपत कपड़ा सिर पर बांधा
दावाकर्ता: सोशल मीडिया यूज़र्स फ़ैक्ट चेक: भ्रामक |
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