
एक यूजर ने अखबार की कटिंग को फेसबुक पर पोस्ट करते हुए लिखा कि भक्तों से बस इतना ही सवाल है कि क्या अब भी कोई शक रह गया,,,क्यों बहन जी को इतना संगीन बयान देना पड़ा,,,,,,? किस समाज की बात का हवाला दिया जा रहा है बहुजन समाज या ब्राह्मण समाज का,,,,?

इस अखबार की कटिंग को ट्विटर पर भी पोस्ट किया गया।

एक यूजर ने ट्विट कर कहा कि #कमल_है_तो_कल_है भाजपा से मिल सपा को हराएंगे।
फैक्ट चेक:

अखबार की कटिंग के शीर्षक से जुड़े कीवर्ड सर्च करने पर हमने पाया कि 29 अक्टूबर 2020 को आज तक द्वारा प्रकाशित एक रिपोर्ट मिली। रिपोर्ट में बताया गया कि ”मायावती ने कहा कि एमएलसी के चुनाव में बसपा जैसे को तैसा का जवाब देने के लिए पूरी ताकत लगा देगी। बीजेपी को वोट देना पड़ेगा तो भी देंगे, लेकिन एमएलसी के चुनाव में सपा के उम्मीदवार को हराने के लिए पूरा जोर लगाएंगे। मायावती ने कहा कि हमारे सात विधायकों को तोड़ा गया है। सपा को यह हरकत भारी पड़ेगी।
ऐसे में स्पष्ट है कि ये बयान एक साल पुराना है। अत: यह भ्रामक है।