सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हो रहा है। इस वीडियो में दिख रहा है कि कुछ नागरिक सेना को चाकू दिखाते और उन्हें धमकाते हुए नजर आ रहे हैं। कई लोगों ने इस वीडियो को भारत का बताकर उसे पीएम मोदी और रक्षामंत्री राजनाथ सिंह को टैग करते हुए वीडियो को शेयर किया है।
अश्विनी उपाध्याय (@AshwiniUpadhyay) ने यह वीडियो 10 दिसंबर 2021 को पोस्ट किया था। उन्होंने लिखा “सेना का धैर्य देखें”। उनका ट्वीट वायरल हो गया है। इस ट्वीट को लगभग 3,500 लाइक्स और 1,200 से अधिक रीट्वीट किया गया है।
सेना का धैर्य देखिए🙏 pic.twitter.com/4jGsJuurml
— Ashwini Upadhyay (@AshwiniUpadhyay) December 10, 2021
सेना के धैर्य को सल्यूट 🙏
लेकिन जो भी अराजक तत्व सेना की वर्दी पर हाथ डाले,सेना पर पत्थर फेंके,सेना के कार्य में रुकावट डाले ऐसे उपद्रवियों के सीने में गोली मारने की सेना को पूरी छूट होनी चाहिए।@narendramodi @PMOIndia@rajnathsingh @crpfindia @AmitShah 👇 https://t.co/lD7afR6fYZ— शिवप्रताप सिंह 🇮🇳 🇮🇳 RTI activist..✍ (@Shivpratap_RTI) December 10, 2021
फैक्ट चेक:
इस वीडियो का फैक्ट चेक विश्लेषण करने के बाद, हमने पाया कि यह वीडियो भ्रामक है। यह फुटेज भारत का नहीं बल्कि कोलंबिया का है। कोलंबियाई समाचार आउटलेट नोटिसियासकाराकोल टीवी ने 5 जनवरी, 2018 को इस खबर को प्रसारित किया था।
बाद में इस घटना पर कोलंबिया के पूर्व राष्ट्रपति जुआन मैनुअल सैंटोस ने ट्वीट कर अपनी चिंता जाहिर की और इस घटना की निंदा की।
Ningún colombiano debe agredir o irrespetar a nuestros soldados que sólo cumplen con el deber de proteger a los ciudadanos y sus derechos. La justicia debe operar contra los agresores.
— Juan Manuel Santos (@JuanManSantos) January 5, 2018
इसलिए, हम स्पष्ट रूप से कह सकते हैं कि यह वीडियो भारत का नहीं बल्कि कोलंबिया का है। इसे समाज में भ्रामक सामग्री फैलाने के लिए शेयर किया जा रहा है।