
इस तस्वीर को फेसबुक सहित तमाम सोशल मीडिया साइट्स पर ग्राफिक के रूप में जमकर शेयर किया जा रहा है।


हालांकि, ट्विटर पर यही दावा इस साल नहीं बल्कि 2018 में शेयर किया गया था।

फैक्ट चेकः
वायरल हो रहे इस फोटो की जांच करने पर पाया गया कि यह सबसे पहले 2018 में शेयर किया गया था। हालांकि जब हमने Google पर रिवर्स इमेज सर्च किया, तो हमें जनवरी 2018 में दावोस में इंटरनेशनल बिजनेस काउंसिल में मोदी की भागीदारी पर समाचारों की सुर्खियां मिलीं, जहां उन्होंने व्यापार साझेदारी पर चर्चा करने के लिए वैश्विक सीईओ से मुलाकात की थी। तस्वीर को विदेश मंत्रालय के अधिकारियों ने भी शेयर किया था।

हमें AltNews की एक फैक्ट-चेक रिपोर्ट भी मिली, जिसने पहले तस्वीर की फ़ैक्ट-चेक की थी, जब तस्वीर को फोटोशॉप करके दिखाया गया था कि पाकिस्तान के पीएम इमरान खान तस्वीर से छिपाने की कोशिश कर रहे हैं। चूंकि छवि पुरानी है और वहां कोई वैश्विक नेता मौजूद नहीं थे, इसलिए यह दावा झूठा है।