केरल में हाल ही में एक पादरी द्वारा दिए गए विवादित भाषण के एवज में, गृहमंत्रालय द्वारा लगाए गए प्रतिबंधों से संबंधित एक ख़बर सोशल मीडिया पर वायरल हो रही है। वायरल हुई ख़बर में दावा किया गया है कि अमित शाह ने हाल ही में एक भाषण में चार ईसाई मिशनरी के लाइसेंस रद्द कर दिये ।
पोस्ट में दावा किया गया कि यह ईसाई मिशनरियों पर बड़ी कार्रावाई है। इसी दावे के साथ न्यूज़ चैनल पर चलने वाली ख़बर की फोटो भी ट्विटर और फेसबुक दोनों पर पोस्ट की गई।
फेसबुक पर किया गया दावा -:
यही दावा द खबरीलाला और जमाना आज ने भी किया
फैक्ट चेक – जब हमने इस दावे की पड़ताल करना शुरू की तो पाया कि कि ये लाइसेंस रद्दीकरण की ख़बर लगभग एक वर्ष पुरानी है। पहली बार यह ख़बर सितंबर 2020 में प्रसारित हुई थी। उस दौरान इस ख़बर को कई मीडिया संस्थानों ने भी प्रसारित/प्रकाशित किया था।
इसके अलावा पोस्ट में इस्तेमाल की गई तस्वीर का संबंध भी इस ख़बर से नहीं है। जिस तस्वीर को पोस्ट किया गया है वह वास्तव में अमित शाह द्वारा दिए गए सीएए, एनआरसी मुद्दे पर कर्नाटक में दिए गए भाषण की तस्वीर है।
आप यहां तस्वीरें देख सकते हैं
हमारी पड़ताल में सामने आया कि अमित शाह द्वारा ईसाई मिशनिरी का लाईसेंस रद्द करने का जो दावा किया जा रहा है, वह भ्रामक है। उसका मौजूदा घटनाक्रम से कोई लेना देना नहीं है।