भारतीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने चीन में हुए SCO बैठक में सीमा पार आतंकवाद का मुद्दा उठाया। मीडिया रिपोर्ट्स में बताया गया है कि भारत ने एससीओ बैठक में संयुक्त वक्तव्य पर हस्ताक्षर करने से इनकार कर दिया, क्योंकि इसमें पहलगाम आतंकी हमले का जिक्र नहीं किया गया था।
इस बीच सोशल मीडिया पर एक दावा जमकर वायरल है। यूजर्स पोस्ट शेयर कर लिख रहे हैं कि चीन के साथ राजनीतिक मतभेद के कारण भारत ने अपनी रूची एससीओ और ब्रिक्स संगठनों में कम कर दी है। World Affairs नामक यूजर ने एक पोस्ट में लिखा, ‘ब्रेकिंग: चीन के साथ राजनीतिक मतभेदों के कारण भारत अब ब्रिक्स और एससीओ दोनों संगठनों में रुचि नहीं रखता है।’

वहीं इस दावे के साथ कई अन्य यूजर्स ने भी पोस्ट शेयर किया गया है, जिसे यहां, यहां, यहां, यहां और यहां क्लिक करके देखा जा सकता है।
फैक्ट चेकः
DFRAC की टीम ने वायरल दावे की जांच के लिए भारतीय विदेश मंत्रालय के ऑफिशियल वेबसाइट पर विजिट किया। हमें यहा प्रेस रिलीज सेक्शन में ऐसी कोई सूचना नहीं मिली, जिसमें आधिकारिक तौर पर भारत द्वारा ब्रिक्स और एससीओ संगठनों में अपनी रूची कम करने की बात कही गई हो। वहीं हमारी टीम ने विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल के सोशल मीडिया हैंडल को देखा। यहां भी हमें ऐसी कोई जानकारी नहीं मिली।

निष्कर्षः
DFRAC के फैक्ट चेक से साफ है कि सोशल मीडिया पर किया गया दावा भ्रामक है। भारत सरकार की तरफ से एससीओ और ब्रिक्स संगठनों में अपनी रूची कम करने का कोई आधिकारिक ऐलान नहीं किया गया है।