29 नवंबर 2021 को ट्विटर पर ‘हिंदू गॉड्स’ शब्द ट्रेंड कर रहा था। इस शब्द के साथ ट्वीटर पर किए गए पोस्टों में सोशल मीडिया के यूजर्स इस बात का जश्न मना रहे थे कि कॉमेडियन मुनव्वर फारूकी ने घोषणा की है कि वह लाइव प्रदर्शन करना बंद कर देंगे। दरअसल हिंदू संगठनों की धमकियों और 12 शो रद्द होने के बाद मुनव्वर फारूकी ने ऐलान किया कि वह अब कॉमेडी नहीं करेंगे।
इस प्रवृत्ति के अंदर दुनिया के विभिन्न हिस्सों में शिवलिंगों की तुलना करने वाली एक तस्वीर उन पोस्टों में से एक रही है। यूजर्स ने दावा किया कि हिंदू धर्म दूर-दूर तक फैला हुआ है क्योंकि विभिन्न देशों में शिवलिंगों के उदाहरण प्रस्तुत किए गए हैं। आयरलैंड, मलेशिया, इंडोनेशिया और वियतनाम सहित दुनिया के विभिन्न हिस्सों में स्मारकों के चित्र सभी को एक ग्राफिक में एक साथ रखा गया था।
Who said our Sanathana Dharma & Hindu Gods are limited to India. Our Dharma was filled allover the world, but without intentionally spread by Indians like other religions do now in India. pic.twitter.com/gHOQ8zwTxy
— Ramesh Babu Kunapareddy (@kunapareddy52) November 25, 2021
JagatPita Mahadev
Har Har Mahadev pic.twitter.com/b8aqNx45Yy
— Sheetal Chopra 🇮🇳 (@SheetalPronamo) November 21, 2021
फैक्ट चेक:
ऐतिहासिक रूप से मलेशिया, इंडोनेशिया और वियतनाम में हिंदू इलाके रहे हैं, लेकिन आयरलैंड के हिन्दू मंदिर या स्मारक होने का ज्यादा प्रमाण नहीं मिलता है। हमने आयरलैंड के स्मारक पर एक रिवर्स इमेज सर्च किया और पाया कि यह वास्तव में आयरलैंड में तारा की पहाड़ी पर स्थित ‘लीया फेल’ है।
और ज्यादा सर्च करने पर हमें स्मारक के बारे में विभिन्न स्रोत मिले, ये स्त्रोत इस बारे में दावा करते हैं कि यह वह जगह है जहां आयरलैंड के सभी राजाओं को ताज पहनाया जाता था। कोई भी लेख या स्त्रोत ऐसा नहीं मिला जो ‘लीया फेल’ को हिन्दू स्मारक या मंदिर बताता हो और न ही कोई इतिहासकार यह दावा करता है कि यह एक शिवलिंग है।
इसके अतिरिक्त, फालिक प्रतीक कभी-कभी अन्य संस्कृतियों में पाए जाते हैं लेकिन एक शिवलिंग का सही प्रतिनिधित्व नहीं करते हैं।
इसलिए यह दावा फर्जी है।