सोशल मीडिया पर एक वीडियो जमकर वायरल है। इस वीडियो में देखा जा सकता है कि लोगों की भीड़ एक युवक को सरेआम फांसी पर लटका रही है। इस वीडियो को शेयर करने वाले यूजर्स का दावा है कि यह घटना राजस्थान की है, जहां नारायण दास नामक दलित युवक को सरेआम फांसी पर लटका दिया गया। कुछ यूजर्स यह भी दावा है कि युवक को फांसी पर इसलिए लटकाया गया, क्योंकि उसने उच्च जाति के मंदिर में एक मूर्ति का अपमान किया था।
इस वीडियो को शेयर करते हुए कविता यादव नामक यूजर ने लिखा- “हिंदू तालिबान चरमपंथी मनुवादियों ने एक दलित लड़के को फांसी पर लटका दिया और लाइव वीडियो शेयर कर किया। कहा जाता है कि इस लड़के ने उच्च जाति के मंदिर में एक मूर्ति का अपमान किया था।”
वहीं इस वीडियो को कई अन्य यूजर्स द्वारा भी ऐसे ही दावों के साथ शेयर किया गया है, जिसे यहां, यहां, यहां, यहां और यहां क्लिक करके देखा जा सकता है।
फैक्ट चेकः
DFRAC की टीम ने घटना के संदर्भ में गूगल पर कुछ कीवर्ड्स सर्च किया, लेकिन हमें राजस्थान में उच्च जाति के मंदिर में एक मूर्ति का अपमान करने पर दलित युवक नारायण दास को सरेआम फांसी पर लटकाए जाने की न्यूज किसी भी विश्वसनीय मीडिया संस्थान द्वारा प्रकाशित नहीं मिली।
इसके बाद हमारी टीम ने राजस्थान पुलिस के एक्स हैंडल को देखा। राजस्थान पुलिस ने इस घटना को फेक करार दिया है। पुलिस ने बताया कि कुछ असामाजिक तत्वों ने एक वीडियो को पोस्ट कर घटना के राजस्थान का होने का दावा किया है। यह वीडियो पूर्णतया फेक है, ऐसी कोई घटना राजस्थान में नहीं हुई है। पुलिस के आगे कहा कि इस मामले की जांच की जा रही है और इस प्रकार के वीडियो को पोस्ट करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
निष्कर्षः
राजस्थान पुलिस के स्पष्टीकरण से साफ है कि राजस्थान में एक दलित युवक को उच्च जाति के एक मंदिर में मूर्ति का अपमान करने पर सरेआम फांसी देने की कोई घटना नहीं हुई है। इसलिए सोशल मीडिया यूजर्स का दावा फेक है।