इस्राइल और हमास के बीच छिड़े संघर्ष में सैकड़ों बच्चों की जान जा चुकी है। इसी बीच सोशल मीडिया पर कफ़न में लिपटे बच्चों की एक तस्वीर जमकर वायरल हो रही है। दावा किया जा रहा है कि ये तस्वीर गाज़ा में इस्राइल के हमलों में मारे गए बच्चों की है।
क्या है यूजर का दावा?
सोशल मीडिया प्लेटफार्म X (ट्विटर) पर वेरिफाइड यूजर 𝗠𝗶𝘀𝘀.𝗛🕊️ ने तस्वीर को शेयर कर लिखा कि “गाजा में बाल नरसंहार, इजरायली सेना ने सिर्फ एक हफ्ते में गाजा में लगभग 700 बच्चों को मार डाला और दुनिया चुप है!”
Source: X
अन्य यूजर का दावा
कई अन्य यूजर ने भी वायरल तस्वीर को ऐसे ही मिलते-जुलते दावों के साथ शेयर किया है।
Source: X
Source: X
फैक्ट चेक
Source: alamy.com
वायरल तस्वीर की जांच के लिए DFRAC टीम ने तस्वीर को रिवर्स सर्च किया। इस दौरान हमें ऐसी ही एक तस्वीर इमेज साइट अलामी पर मिली। वहां तस्वीर के बारे मेँ जानकारी देते हुए बताया गया कि ये तस्वीर 21 अगस्त, 2013 को सीरिया में दमिश्क के बाहरी इलाके में पूर्वी घोउटा में सरकार समर्थक बलों द्वारा किए गए जहरीले गैस हमले में मारे गए बच्चों की है।
आगे की जांच मेँ हमें 2013 में घोउटा में हुए रासायनिक हमले पर पब्लिश ह्यूमन राइट्स वॉच की एक रिपोर्ट मिली। इस रिपोर्ट में बड़ी संख्या में बच्चों के मारे जाने की बात कही गई है।
निष्कर्ष:
DFRAC के फैक्ट चेक से स्पष्ट है कि वायरल तस्वीर भ्रामक है। क्योंकि ये गाज़ा पर इस्राइली हमले में मारे गए बच्चों की नहीं, बल्कि 2013 में सीरिया के पूर्वी घोउटा में हुए रासायनिक हमले के बाद की है। जिसमें बड़ी संख्या में बच्चे मारे गए थे।