दिल्ली के जहांगीरपुरी में हुए सांप्रदायिक झड़प की घटना के बाद अब प्रशासनिक कार्रवाई चल रही है। पुलिस द्वारा दंगों के कई आरोपियों को गिरफ्तार किया जा चुका है। वहीं बुलडोजर प्रकरण को लेकर देश में एक नई बहस भी चल पड़ रही है। कुछ लोग बुलडोजर को देश के संविधान और लोकतंत्र के लिए खतरा बता रहे हैं, तो वहीं कुछ लोग इस कार्रवाई का समर्थन कर रहे हैं।
इस बीच जहांगीरपुरी की घटना को लेकर सोशल मीडिया पर कई वीडियो वायरल हो रहे हैं। इन वीडियो में ज्यादातर फेक और भ्रामक है, जिसका पहले भी DFRAC की टीम द्वारा फैक्ट चेक किया जा चुका है। वहीं एक और वीडियो वायरल हो रहा है। इस वीडियो में देखा जा सकता है कि कुछ मुस्लिमों की भीड़ की पुलिस से बहस हो रही है। इस दौरान एक शख्स द्वारा पुलिसवाले को धमकी देते हुए सुना जा सकता है।
सुदर्शन न्यूज के संतोष चौहान ने 30 सेकंड की वायरल क्लिप पोस्ट की, जिसमें पुलिस अधिकारियों पर एक मुस्लिम व्यक्ति चिल्ला रहा है। मुस्लिम शख्स ने कहा कि वर्दी उतारो और फिर मुझसे बात करो।
सुदर्शन न्यूज ने भी वायरल वीडियो को पोस्ट किया और पुलिस अधिकारियों को चेतावनी दिए जाने का हवाला दिया। उसने यह दावा भी किया कि यह 2022 में दिल्ली दंगे का वीडियो है।
बार – बार मिलती रही एक चुनौती-
"वर्दी उतार कर मिल ले"..घटना तब की जब मचाया जा रहा था – "डरे हुए हैं" का 'वामपन्थी' शोर…@DGPMaharashtra pic.twitter.com/cFDu5RIAvF
— Sudarshan News (@SudarshanNewsTV) March 18, 2021
फैक्ट चेकः
वीडियो के कुछ फ्रेम्स को रिवर्स सर्च करने के बाद, हमने पाया कि वीडियो 2018 की एक घटना का है। जुबलीहिल्स फिरोज खान नाम के यूजर ने 2018 में वायरल वीडियो पोस्ट किया था। इसलिए दावा भ्रामक है, क्योंकि वीडियो पुराना है और महाराष्ट्र का है और इस घटना की प्रारंभिक बातचीत मराठी में हुई थी। यूजर ने यह भी दावा किया कि यह मुंबई की घटना है।
निष्कर्षः
हमारी पड़ताल में सामने आया है कि वायरल वीडियो दिल्ली के जहांगीरपुरी दंगे का नहीं बल्कि मुंबई की एक घटना का है। इसलिए सुदर्शन न्यूज और उसके पत्रकार द्वारा किया जा रहा दावा झूठा और भ्रामक है।
दावा- मुस्लिम शख्स ने दी पुलिस अधिकारियों को धमकी
दावा कर्ता- Sudarshan News
फैक्ट चेक- झूठा और भ्रामक