ऑस्ट्रेलिया के सिडनी में बोंडी बीच पर हमलावरों की फायरिंग में 15 से ज्यादा लोगों की मौत हो गई और कई लोग घायल हुए। वहीं घटना के वक्त एक शख्स ने हमलावर से बंदूक छीनकर लोगों की जान बचाई। सोशल मीडिया पर कई लोग इस शख्स को अहमद अल-अहमद बता रहे हैं, तो कई यूजर्स यह दावा कर रहे हैं कि यह शख्स अहमद नहीं, बल्कि ‘एडवर्ड क्रैबट्री’ है।
जनार्दन मिश्रा नामक यूजर ने लिखा, ‘सिडनी में यहूदियों पर अंधाधुंद फायरिंग करने वाले नावेद अकरम के अब्बा से राइफल छिनने कर कई जिंदगियों को बचाने वाले बहादुर आदमी का नाम अहमद अल अहमद नहीं, बल्कि एडवर्ड क्रेबटरी है । आतंकियों के मजहब के बचाव के लिए वामपंथियों ने प्रचार किया कि बंदूक छिनने वाले का नाम अहमद है, ताकि ऑस्ट्रेलिया के नागरिक गुस्से में न आये । ये बिल्कुल वैसा ही है जैसे भारत मे दंगो के समय दूसरा गुट मानव चेन बनाकर मंदिरो की रक्षा करता है।’

वहीं रनीती चटर्जी नामक यूजर ने लिखा, ‘एडवर्ड करैबट्री नाम के इस बंदे ने जान की परवाह ना करते हुए आतंकी को पटक कर बंदुक छीन लिया , पर भारत के कुछ मुल्ले इसका नाम अहमद बताने पर लगे हैं ये सारे के सारे तुरंत आतंकी को कवर करने लगते है’

फैक्ट चेकः
DFRAC की टीम ने जांच में पाया कि बोंडी बीच पर हमले के दौरान हमलावर से बंदूक छीनने वाले शख्स का नाम अहमद अल-अहमद है। हमें ऑस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री एंथोनी अल्बनीज का एक पोस्ट मिला, जिसमें उन्होंने अस्पताल में अहमद से मुलाकात कर उन्हें ‘ऑस्ट्रेलियाई हीरो’ कहा। अल्बनीज ने लिखा, ‘अहमद, आप एक ऑस्ट्रेलियाई हीरो हैं। आपने दूसरों को बचाने के लिए अपनी जान जोखिम में डाली, बोंडी बीच पर खतरे की ओर दौड़े और एक आतंकवादी को निहत्था किया। सबसे बुरे समय में, हम ऑस्ट्रेलिया के लोगों का सबसे अच्छा रूप देखते हैं। और रविवार रात को हमने ठीक यही देखा। हर ऑस्ट्रेलियाई की ओर से, मैं आपको धन्यवाद कहता हूँ।’ (हिन्दी अनुवाद)
वहीं हमने अहमद अल-अहमद के बारे में गूगल पर कुछ कीवर्ड्स सर्च किया। हमें बीबीसी, द गार्जियन और इंडिया टुडे सहित कई मीडिया रिपोर्ट्स मिलीं। बीबीसी की रिपोर्ट में बताया गया है, ‘ऑस्ट्रेलिया के सिडनी में बोंडी बीच पर हुए हमले के दौरान एक हमलावर से बंदूक छीनते हुए कैमरे में क़ैद हुए ‘हीरो’ की पहचान 43 साल के अहमद अल अहमद के रूप में हुई है। बीबीसी की ओर से वेरिफ़ाइड वीडियो में दिखाई दे रहा है कि अहमद बंदूकधारी की ओर दौड़ते हैं, उससे हथियार छीन लेते हैं और फिर बंदूक उसकी तरफ़ घुमा देते हैं, जिससे हमलावर पीछे हटने पर मजबूर हो जाता है। अहमद दो बच्चों के पिता हैं और वो एक फल की दुकान चलाते हैं।’

निष्कर्षः
DFRAC के फैक्ट चेक से साफ है कि ऑस्ट्रेलिया के बोंडी बीच पर हमलावरों से बंदूक छीनकर लोगों को बचाने वाले का नाम अहमद अल-अहमद है, जिन्हें ‘एडवर्ड क्रैबट्री’ बताकर भ्रामक दावा किया गया है।

