Himanta Biswa Sarma

फैक्ट चेकः बांग्लादेश का वीडियो असम में CM हिमंत की हार की दुआ करते मुस्लिमों का बताकर वायरल

Fact Check hi Featured Misleading

सोशल मीडिया पर मुस्लिमों की भारी भीड़ का एक वीडियो वायरल है। इस वीडियो को शेयर करने वाले यूजर्स का दावा है कि यह असम है, जहां मुस्लिमों द्वारा पीएम नरेंद्र मोदी और सीएम हिमंत बिस्वा सरमा की हार के लिए मुस्लिमों द्वारा दुआ की जा रही है।

इस वीडियो को शेयर करते हुए रॉन बिकास गौरव नामक यूजर ने अंग्रेजी भाषा में कैप्शन लिखा, जिसका हिन्दी अनुवाद है, ‘भारत में रहने वाले कांग्लू लोग PM @narendramodi और CM @himantabiswa को कैंसिल करने के लिए प्रार्थना कर रहे हैं 😂😂 यह सबसे बड़ा मेल्टडाउन है।’ रॉन बिकास गौरव के बायो के मुताबिक वह भारतीय जनता पार्टी-असम का सोशल मीडिया सह-संयोजक है।

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वहीं Frontalforce नामक यूजर ने लिखा, ‘यह बांग्लादेश नहीं है, यह असम है जहाँ अब्दुल लोग मोदी और हिमंता की हार के लिए दुआ कर रहे हैं।’ (हिन्दी अनुवाद)

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इसके अलावा कई अन्य यूजर्स द्वारा भी इस वीडियो को ऐसे ही दावे के साथ शेयर किया गया है, जिसे यहां और यहां देखा जा सकता है।

फैक्ट चेकः

DFRAC की टीम ने वायरल वीडियो की जांच में पाया कि यह बांग्लादेश का वीडियो है, जिसे असम का बताकर शेयर किया गया है। इस वीडियो के की-फ्रेम्स को रिवर्स इमेज सर्च करने पर हमने पाया कि NouMuslim Muhammad Raj नामक एक बांग्लादेशी यूजर ने इस वीडियो को 27 नवंबर 2025 को पोस्ट किया है। इस वीडियो के साथ बंगाली भाषा में कैप्शन लिखा है, जिसका हिन्दी अनुवाद है, ‘ला इलाहा इल्लल्लाह… अल्लाह की याद में मेन स्टेज पर खड़े होकर मुझे ऐसा लगा जैसे मैं अंदर से साफ़ और पवित्र हो गया हूँ। हर बार “अल्लाह” कहने पर ऐसा लगा जैसे मेरी रूह पर जमी सारी गंदगी पिघल रही हो। रोशनी के इस मैदान में खड़े होकर मुझे एहसास हुआ कि सच्ची शांति सिर्फ़ अल्लाह के नाम में है। हे अल्लाह, मैं मरते दम तक अपने दिल में इस पवित्रता के एहसास को बनाए रखूँ।’

इसके अलावा आगे की जांच में हमें NouMuslim Muhammad Raj का एक और पोस्ट मिला, जिसमें यह बताया गया है कि वह चारमोनाई महफिल में बैठे हुए हैं, और नायब अमीर का संबोधन होने वाला है।

हमारी टीम ने चारमोनाई के बारे में गूगल पर बंगाली भाषा में कुछ कैप्शन सर्च किया। हमें 26 नवंबर की बांग्लादेश की prothom alo, somoy news और channel24bd कई मीडिया रिपोर्ट्स मिलीं, जिसमें बताया गया है कि चारमोनाई महफिल के तीन दिवसीय कार्यक्रम का आयोजन किया गया है। चारमोनाई दरबार की महफ़िल 1924 में शुरू हुई थी। हर साल बंगाली महीने के अनुसार अग्रहयन और फाल्गुन में चारमोनाई में दो महफ़िलें आयोजित की जाती हैं। इनमें से एक छोटी महफ़िल अग्रहयन में और सबसे बड़ी महफ़िल फाल्गुन में आयोजित की जाती है। 

निष्कर्षः

DFRAC के फैक्ट चेक से साफ है कि सोशल मीडिया पर शेयर किया गया वीडियो असम का नहीं है। यह वीडियो बांग्लादेश में चारमोनाई महफिल का है। इसलिए यूजर्स का दावा भ्रामक है।