सोशल मीडिया पर AIMIM चीफ असदुद्दीन ओवैसी का एक वीडियो वायरल है। इस वीडियो में ओवैसी को एक मंदिर में हनुमान आरती करते हुए देखा जा सकता है। इस वीडियो को इंस्टाग्राम पर एक यूजर ने शेयर किया है, जिसे अब तक 18 हजार से ज्यादा बार लाइक किया गया है और 1 लाख 90 हजार से ज्यादा बार देखा गया है।

वहीं एक्स (पूर्व ट्विटर) पर शेयर करते हुए एक यूजर ने लिखा, ‘आज मैने ये वीडियो देखा वीडियो में दिख रहे व्यक्ति को आप सभी लोग जानते ही होंगे। वीडियो देखने के बाद मेरे मन में दो प्रश्न उठे जो मैं आपसे पूछूंगा जिसका आपको सही जवाब देना है। 1. क्या ये वीडियो AI द्वारा बनाया गया है? 2. या फिर भारत सरकार ने इस देश को हिंदू राष्ट्र घोषित कर दिया है?‘

इसके अलावा असदुद्दीन ओवैसी का यह यूट्यूब पर भी अपलोड किया गया है, जिसपर टेक्स्ट लिखा है, ‘सोशल मीडिया पर ये वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है..जिसमें बताया जा रहा है कि असदुद्दीन ओवैसी ने हनुमान आरती की। वीडियो ने लोगों के बीच चर्चा और जिज्ञासा बढ़ा दी है। इस पूरे मामले को लेकर सोशल मीडिया पर अलग-अलग प्रतिक्रियाएँ सामने आ रही हैं।’

फैक्ट चेकः
DFRAC की टीम ने जांच में पाया कि वायरल वीडियो AI-जनरेटेड है। वीडियो को गौर से देखने पर हमारी टीम ने पाया कि वीडियो में कई असमानताएं हैं, जैसे असदुद्दीन ओवेसी का बदलता हुआ चेहरा और आस-पास खड़े लोगों का स्थान बदल रहा है। इसके बाद हमारी टीम ने वायरल वीडियो की एआई डिटेक्टर टूल हाइव मॉडरेशन पर जांच की। हमारी जांच में परिणाम सामने आया कि इस वीडियो के AI-जनरेटेड होने के चांस 99.9 प्रतिशत है।

वहीं हमारी टीम ने वीडियो के बारे में AIMIM के वरिष्ठ नेता सलमान मलिक से संपर्क किया। सलमान मलिक ने बताया कि यह वीडियो पूरी तरह से फर्जी है और AIMIM ऐसी हरकतों को बर्दाश्त नहीं करेगी। ऐसे फेक वीडियो पोस्ट करने वालों के खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
निष्कर्षः
DFRAC के फैक्ट चेक से साफ है कि AIMIM चीफ असदुद्दीन ओवैसी का हनुमान आरती करने का वायरल वीडियो AI-जनरेटेड है। इसलिए सोशल मीडिया यूजर्स का दावा गलत है।

