सोशल मीडिया पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का एक वीडियो जमकर वायरल हो रहा है। इस वीडियो में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को एक ब्रिज पर से नावों की ओर हाथ हिलाकर अभिवादन करते हुए देखा जा सकता है।

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सोशल साईट X पर यूजर मुरलीधरन गोपाल ने वायरल वीडियो को शेयर कर लिखा कि पीआर क्षण! गैर-जैविक का स्वागत पतली हवा में।

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एक अन्य यूजर इंडिया विथ काँग्रेस ने वायरल वीडियो को शेयर कर तंज़ कसते हुए लिखा कि #ModiSeries:
फैक्ट चेक:

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वायरल वीडियो की जांच के लिए DFRAC ने सबसे पहले वायरल वीडियो को कीफ्रेम में कन्वर्ट किया और फिर सभी कीफ्रेम को अलग-अलग कर रिवर्स सर्च किया। इस दौरान हमें ऐसा ही एक वीडियो यूट्यूब पर मिला। ये वीडियो यूट्यूब पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के वेरिफाइड चैनल से 25 फरवरी 2024 को शेयर किया था। वीडियो के सबंध में जानकारी देते हुए कैप्शन में बताया गया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लगभग 980 करोड़ रुपये की लागत से निर्मित, ओखा मुख्य भूमि और बेयत द्वारका द्वीप को जोड़ने वाले सुदर्शन सेतु का उद्घाटन किया। यह लगभग 2.32 किलोमीटर लंबा देश का सबसे लंबा केबल-स्टेड ब्रिज है। उन्होंने कहा, “लगभग 980 करोड़ रुपये की लागत से निर्मित, ओखा मुख्य भूमि और बेयत द्वारका द्वीप को जोड़ने वाला सुदर्शन सेतु। यह लगभग 2.32 किलोमीटर लंबा देश का सबसे लंबा केबल-स्टेड ब्रिज है।”

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वीडियो को 0:52 से 1:08 के टाइमस्टैम्प पर देखने से पता चलता है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी खाली नावों का नहीं बल्कि नावों में बैठे लोगों का हाथ हिलाकर अभिवादन कर रहे हैं। दूसरी तरफ नावों में बैठे लोग भी पीएम मोदी का हाथ हिलाकर अभिवादन स्वीकार रहे हैं।
निष्कर्ष:
DFRAC के फैक्ट चेक से साबित होता है कि वायरल वीडियो के साथ किया गया दावा भ्रामक है। दरअसल वीडियो को एडिट कर यह दिखाने की कोशिश की गई है कि पीएम मोदी खाली नावों का अभिवादन कर रहे हैं। लेकिन असल में ऐसा नहीं है। मूल वीडियो में नावों में लोगों को बैठे देखा जा सकता है।

