जब कोई अपना नाम नाज़नीन बताए और खुद की पहचान एक मुस्लिम के तौर पर पेश करे, तब उसकी आईडेंटिटी को एक मुस्लिम के तौर पर स्वीकार करने में कोई दिक्कत नहीं होती है। लेकिन वर्चुअल दुनिया में आईडेंटिटी सिर्फ नाम से ही स्पष्ट नहीं होती है, बल्कि यहां कई ऐसे लोग हैं, जो नाम नाज़नीन रख लेते हैं, लेकिन असल में उनकी असली पहचान कुछ और ही होती है। हमने ऐसे ही एक यूजर की पहचान की है, जो नाज़नीन भारती नाम से एक्स प्लेटफॉर्म (पूर्व ट्विटर) पर सक्रिय है, लेकिन इस यूजर की ऑनलाइन गतिविधियां उसकी पहचान को लेकर संदेह पैदा करती हैं। नाज़नीन भारती ने खुद को मुस्लिम महिला बताकर ऑनलाइन प्लेटफॉर्म्स पर सक्रियता दिखाई है और लगातार भ्रामक तथा सांप्रदायिक कंटेंट शेयर कर रही है। जांच में यह सामने आया है कि नाजनीन भारती की तथाकथित मुस्लिम पहचान महज़ एक ढोंग है, जिसके पीछे असल मकसद समाज में विभाजन पैदा करना और खास समुदाय के प्रति नफरत को हवा देना है।
ऑनलाइन मौजूदगी में नाजनीन भारती धार्मिक मुद्दों को तोड़-मरोड़कर पेश करती है और ऐसे शब्दों का इस्तेमाल करती है जो सीधा एक वर्ग को निशाना बनाते हैं। उसकी पोस्ट्स और शेयर किए गए कंटेंट से साफ समझ आता है कि यह गतिविधियाँ योजनाबद्ध ढंग से चलाई जा रही हैं। इस रणनीति का मकसद यही है कि लक्षित वर्ग पर हमला करने के साथ-साथ दूसरे समुदायों के बीच अविश्वास और तनाव बढ़े। हम नाज़नीन भारती के ऑनलाइन गतिविधियों की विस्तृत रिपोर्ट प्रस्तुत कर रहे हैं, जिसके प्रमुख बिन्दू निम्नलिखित हैं-
1. नाजनीन भारती की डिजिटल मौजूदगी
- सोशल मीडिया पर सक्रियता और फॉलोवर्स
- मुस्लिम महिला की फेक पहचान
2. कंटेंट पैटर्न और नैरेटिव
- मुस्लिम समुदाय को निशाना बनाने वाली पोस्ट्स
- मुस्लिम समुदाय को टारगेट करने के लिए काल्पनिक कहानियाँ
- धर्मांतरण का फेक नरेटिव
3. महिला यूजर्स की फोटो को डिजिटली अल्टर्ड कर दुरुपयोग
- एक्ट्रेस और मॉडल्स की फोटो का दुरुपयोग
- महिला यूजर्स की तस्वीरों से छेड़छाड़
- महिलाओं की प्राइवेसी पर सीधा हमला
4. फेक न्यूज़ और मिसइन्फॉर्मेशन
1. नाजनीन भारती की डिजिटल मौजूदगीः
नाजनीन भारती उर्फ भारती सिंह की डिजिटल मौजूदगी मुख्य रूप से एक्स प्लेटफॉर्म तक सीमित है, जहां वह लगातार सक्रिय है। उसकी पहचान एक ऐसे यूजर के रूप में बनी है, जो नफरती, भड़काऊ और अपमानजनक टिप्पणियां करती है।
i- सोशल मीडिया पर सक्रियता और फॉलोवर्सः
नाज़नीन भारती नामक यूजर एक्स (पूर्व ट्विटर) पर अगस्त 2023 से सक्रिय है, हालांकि इस अकाउंट के पुराने पोस्ट डिलीट कर दिए गए हैं। एक्स (पूर्व ट्विटर) पर भारती के 45 हजार से ज्यादा फॉलोवर्स हैं। इस अकाउंट के फॉलोवर्स में कई ऐसे यूजर्स हैं, जो अश्लील और पोर्न कंटेंट पोस्ट करते हैं। नाजनीन के बायो के मुताबिक वह एक्स मुस्लिम है यानी उसने इस्लाम धर्म छोड़ दिया है। हालांकि नाजनीन भारती के मुस्लिम होने पर ही सवाल है, क्योंकि इसकी ऑनलाइन गतिविधियां इन आशंकाओं को जन्म देती हैं, जिनका आगे विस्तार से वर्णन किया गया है।

ii- मुस्लिम महिला की फेक पहचानः
नाजनीन भारती ने खुद के एक्स मुस्लिम होने का दावा किया है। एक तस्वीर के साथ पोस्ट में उसने लिखा, ‘मैने अपना धर्म परिवर्तन पूरे विधि विधान से कर लिया है ” मुस्लिम से मै सनातनी हिंदू बन गयी हूँ__ अब मेरा नाम नाज़नीन नही भारती सिंह है __ क्या आप सब हिन्दू भाई बहन मुझे सनातन धर्म में स्वीकार करेंगे?’
नाजनीन अपनी हर पोस्ट एक फोटो के साथ करती है, जिसमें लगभग यही चेहरा या इससे मिलता-जुलता चेहरा देखा जा सकता है। जब हमने नाजनीन के इस फोटो की जांच की, तो पाया कि यह AI-जनरेटेड फोटो है। यहां पहला फैक्ट सामने आ रहा है कि नाजनीन भारती की तस्वीरें डिजिटली बनाई गई हैं। आगे हम कई और तस्वीरों के भी डिजिटली बनाए जाने के फैक्ट्स देंगे।

नाजनीन भारती उर्फ भारती सिंह ने 21 जून 2025 को एक तस्वीर के साथ किए गए एक पोस्ट में दावा किया कि वह किसी मुस्लिम लड़की को आजादी दिलाने जा रही है। इस तस्वीर में देखा जा सकता है कि वह बिहार के समस्तीपुर रेलवे स्टेशन पर खड़ी है। हालांकि जब हमारी टीम ने इस तस्वीर की जांच की तो पाया यह तस्वीर लगभग 8 साल पुरानी है और इसे एक ब्लॉग में 21 फरवरी 2017 को पोस्ट किया गया है। इन दोनों तस्वीरों को देखने पर यह पाया गया कि नाजनीन भारती ने इस तस्वीर को एडिट करके पोस्ट किया है।

नाजनीन भारती ने 4 जुलाई को तीन लड़कियों के साथ एक फोटो शेयर कर दावा किया कि ये सभी मुस्लिम लड़कियां हैं, जिन्होंने इस्लाम धर्म छोड़कर सनातन धर्म अपना लिया है। हमने जब इस तस्वीर की जांच की, तो पाया कि इस तस्वीर को 16 दिसंबर 2024 को एक यूजर ने इंस्टाग्राम पर पोस्ट किया है। यहां यह स्पष्ट हो रहा है कि नाजनीन भारती के यह तस्वीर पोस्ट करने से पहले से ही यह इंटरनेट पर मौजूद है, जो उसके दावे को भ्रामक साबित करता है।

2. कंटेंट पैटर्न और नैरेटिवः
नाजनीन भारती के सोशल मीडिया पोस्ट्स को देखने से साफ पता चलता है कि उसका कंटेंट पैटर्न सुनियोजित है और एक खास नैरेटिव को गढ़ने पर केंद्रित है। उसके पोस्ट्स में लगातार मुस्लिम समुदाय के प्रति नकारात्मक दिखाई देती है। उसके पोस्टों में कभी धार्मिक रीति-रिवाजों का मज़ाक उड़ाकर, तो कभी काल्पनिक घटनाओं के बहाने मुस्लिम समाज को बदनाम करने की कोशिश की जाती है।
i- मुस्लिम समुदाय को निशाना बनाने वाली पोस्ट्सः
नाजनीन भारती की ऑनलाइन गतिविधियों का सबसे चिंताजनक पहलू उसका वह कंटेंट है, जिसमें सीधे तौर पर मुस्लिम समुदाय को निशाना बनाया जाता है। उसके पोस्ट्स में बार-बार ऐसे मुद्दों को उठाया गया है जिनका मकसद केवल मज़ाक उड़ाना और अपमानित करना है। उदाहरण के लिए, निकाह जैसी धार्मिक प्रथा को तोड़-मरोड़कर अश्लील और आपत्तिजनक तरीके से प्रस्तुत किया है। यह न सिर्फ धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाता है, बल्कि मुस्लिम समाज की धार्मिक मान्यताओं को अपमानित भी करता है।
इसके अलावा, नाजनीन भारती ने कई बार भाई-बहन या पिता-पुत्री के बीच अवैध संबंधों जैसी झूठी और गढ़ी हुई कहानियों को मुस्लिम समाज से जोड़कर प्रचारित किया है। इसी कड़ी में, उसने मुस्लिम लड़कियों के पहनावे पर अपमानजनक कैप्शन और मीम्स के साथ पोस्ट किया। इन पोस्ट्स का उद्देश्य मुस्लिम महिलाओं की छवि खराब करना और उन्हें मज़ाक का विषय बनाना है।

ii- मुस्लिम समुदाय को टारगेट करने के लिए काल्पनिक कहानियां
नाजनीन भारती ने मुस्लिम समुदाय की छवि धूमिल करने के लिए बार-बार बेहद घटिया और अपमानजनक रणनीति अपनाई। उसके कई पोस्ट्स में परिवार के अंदर शारीरिक संबंधों जैसी काल्पनिक और झूठी कहानियां गढ़ी गईं। इन कहानियों का कोई आधार या वास्तविकता नहीं है, लेकिन इन्हें इस तरह पेश किया गया मानो यह मुस्लिम समाज की “सच्चाई” हो।
ऐसे पोस्ट्स में भाई–बहन या पिता–पुत्री जैसे पवित्र रिश्तों को कलंकित करने वाली सामग्री शेयर की गई, ताकि मुस्लिम परिवारों की छवि को गंदा और असामान्य दिखाया जा सके। इन पोस्ट्स में भाषा और टोन जानबूझकर अश्लील रखी गई, जिससे यह न केवल धार्मिक और सांस्कृतिक अपमान बने, बल्कि आम लोगों के बीच गुस्सा और घृणा भी भड़के। नाजनीन भारती की इस गतिविधि से यह साफ हो जाता है कि उसकी कोशिशें किसी व्यक्तिगत अभिव्यक्ति का हिस्सा नहीं बल्कि सुनियोजित हेट प्रोपेगेंडा का हिस्सा हैं।

iii- धर्मांतरण का फेक नरेटिवः
नाजनीन भारती की ऑनलाइन गतिविधियों में एक और खतरनाक पैटर्न यह है कि वह बार-बार मुस्लिम लड़कियों के धर्मांतरण से जुड़ा फेक नैरेटिव गढ़ती है। उसके कई पोस्ट्स में यह दिखाने की कोशिश की गई है कि मुस्लिम महिलाएं अपने धर्म से असंतुष्ट हैं और बड़ी संख्या में “सनातन धर्म” या दूसरे पंथ स्वीकार कर रही हैं।
वह अक्सर ऐसे दावे करती है, जैसे – “मैं अभी एक मुस्लिम लड़की को सनातन धर्म स्वीकार करवाने जा रही हूं।” इस तरह के पोस्ट पूरी तरह काल्पनिक और आधारहीन होते हैं, लेकिन इन्हें इस अंदाज़ में लिखा जाता है कि आम पाठक इन्हें सच मान लें।

3. महिला यूजर्स की फोटो को डिजिटली अल्टर्ड कर दुरुपयोगः
नाजनीन भारती की फेक ऑनलाइन गतिविधियों में सबसे चिंताजनक पहलू है महिला यूजर्स की तस्वीरों का डिजिटल रूप से छेड़छाड़ कर उनका दुरुपयोग करना। वह इंटरनेट और सोशल मीडिया से अन्य लड़कियों की प्रोफाइल पिक्चर्स या सामान्य तस्वीरें उठाती है और उन्हें एडिट करके अपनी फर्जी पहचान के रूप में इस्तेमाल करती है। कई बार इन तस्वीरों में छोटे-मोटे बदलाव कर दिए जाते हैं—जैसे फिल्टर, क्रॉपिंग या धार्मिक प्रतीकों को जोड़ना—ताकि वे असली लगें।
यह डिजिटल मैनिपुलेशन न केवल भ्रामक नैरेटिव को बल देता है बल्कि उन असली महिलाओं के लिए भी गंभीर खतरा पैदा करता है जिनकी तस्वीरों का बिना अनुमति उपयोग किया जाता है। उनकी प्राइवेसी का उल्लंघन होता है और ऑनलाइन उनकी पहचान को ऐसे झूठे एजेंडे से जोड़ दिया जाता है जिसका उनसे कोई लेना-देना नहीं होता।
i-एक्ट्रेस और मॉडल्स की फोटो का दुरुपयोग
नाजनीन भारती की ऑनलाइन गतिविधियों में यह बेहद गंभीर मामला है कि उसने जानी-मानी हस्तियों की तस्वीरों का भी गलत इस्तेमाल किया। उसकी पोस्ट्स में एक्ट्रेस देविका सतीश और मॉडल जन्नत जुबैर रहमानी की तस्वीरों को डिजिटली एडिट करके खुद की तस्वीर के तौर पर प्रस्तुत किया गया है। इन तस्वीरों को न केवल बिना अनुमति इस्तेमाल किया गया बल्कि उनके साथ भड़काऊ और अपमानजनक टेक्स्ट भी जोड़ा गया है।


ii-नाजनीन भारती द्वारा अन्य लड़कियों की तस्वीरों का दुरुपयोगः
नाजनीन भारती सोशल मीडिया पर मौजूद अन्य लड़कियों की तस्वीरों के साथ छेड़छाड़ कर उन्हें भड़काऊ और नफरती पोस्ट्स में इस्तेमाल करती है। इंटरनेट से ली गई इन तस्वीरों को एडिट कर या उन पर आपत्तिजनक कैप्शन जोड़कर वह उन्हें अपनी फर्जी पहचान और एजेंडे का हिस्सा बना देती है। कई बार तस्वीरों पर ऐसे टेक्स्ट जोड़े जाते हैं, जिनसे यह संदेश जाए कि मुस्लिम महिलाएं अपने धर्म या परिवार के कारण प्रताड़ित हैं, और उन्हें धर्म छोड़ देना चाहिए। नाजनीन भारती का यह पैटर्न यह साबित करता है कि उसकी गतिविधियां केवल फेक पहचान तक सीमित नहीं हैं, बल्कि दूसरों की असली तस्वीरों को हथियार बनाकर भड़काऊ प्रोपेगेंडा चलाने की एक सुनियोजित रणनीति है।

iii- महिलाओं की प्राइवेसी पर सीधा हमलाः
यह गतिविधि सोशल मीडिया पर मौजूद लड़कियों की प्राइवेसी पर सीधा हमला है। नाजनीन भारती इंटरनेट और सोशल प्लेटफ़ॉर्म से लड़कियों की निजी तस्वीरें उठाकर उनका दुरुपयोग करती है। जिन तस्वीरों को लड़कियां अपनी पहचान, दोस्ती या सामाजिक संपर्क के लिए शेयर करती हैं, उन्हें एडिट करके अपमानजनक और भड़काऊ पोस्ट्स में बदला जाता है। यह न केवल उन लड़कियों की सहमति के खिलाफ है बल्कि उनकी डिजिटल सुरक्षा को भी गंभीर खतरे में डालता है।
4. फेक और मिसइन्फॉर्मेशन न्यूजः
नाजनीन भारती केवल भड़काऊ और अपमानजनक कंटेंट ही नहीं डालती, बल्कि वह सोशल मीडिया पर कई फेक और भ्रामक सूचनाएं भी शेयर करती रही है। उसके द्वारा फैलाई गई सूचनाओं में अधिकतर सामग्री मुस्लिम समुदाय को लेकर नकारात्मक नैरेटिव गढ़ने और धार्मिक ध्रुवीकरण करने वाली होती है। इन पोस्ट्स में बिना किसी तथ्यात्मक आधार के ऐसे दावे किए जाते हैं जो पूरी तरह से गलत होते हैं, लेकिन उन्हें इस तरह प्रस्तुत किया जाता है मानो वे सच्चाई हों। यहां हम कुछ फेक और भ्रामक सूचनाओं का फैक्ट चेक प्रदान कर रहे हैं।
फेक/भ्रामक न्यूज-1
नाजनीन भारती ने एक पोस्ट में दावा किया कि मुगल बादशाह शाहजहां ने अपनी पत्नी मुमताज महल की मौत के बाद बेटी जहांआरा को बेगम बना लिया था।
फैक्ट चेकः
DFRAC की टीम ने जांच में पाया कि यह फेक न्यूज है। शाहजहां का अपनी बेटी जहांआरा से शादी करने का कोई ऐतिहासिक प्रमाण नहीं मिलता है। DFRAC की टीम ने इसका पहले भी फैक्ट चेक किया है, जिसे यहां पढ़ा जा सकता है।

फेक/भ्रामक न्यूज-2
एक पोस्ट में नाजनीन भारती ने कई तस्वीरों का कोलाज शेयर कर दावा किया कि यूपी के फतेहपुर जिले में कासिम नामक शख्स ने अपने छोटे भाई की मौत के बाद उसकी बेटी की परवरिश की और फिर बाद में उससे शादी कर ली।
फैक्ट चेकः
यह दावा गलत है, फतेहपुर में ऐसी कोई शादी नहीं हुई है। वायरल तस्वीर एक बुजुर्ग की कम उम्र की लड़की से शादी का है। वहीं कोलाज की अन्य तस्वीरें फिल्म- द पेंटेड हाउस का सीन है।

फेक/भ्रामक न्यूज-3
नाजनीन भारती ने कई तस्वीरों का एक कोलाज शेयर करते हुए दावा किया कि उत्तर प्रदेश के पीलीभीत जिले में 70 वर्षीय दादा लियाकत अली ने अपनी पोती से शादी कर ली।
फैक्ट चेकः
यह दावा गलत है। पीलीभीत में ऐसी कोई घटना नहीं हुई है। वहीं वायरल तस्वीरें एआई-जनरेटेड हैं।

निष्कर्षः
इस पूरी रिपोर्ट से साफ होता है कि नाजनीन भारती सोशल मीडिया पर एक संगठित पैटर्न के तहत काम करती है। उसने फेक मुस्लिम पहचान गढ़कर न केवल भ्रामक और झूठी सूचनाएं फैलाईं, बल्कि महिलाओं की तस्वीरों को एडिट कर उनका दुरुपयोग किया और समुदाय विशेष के खिलाफ नफरत फैलाने वाले पोस्ट बनाए। उसकी गतिविधियां स्पष्ट रूप से यह दर्शाती हैं कि उसका मकसद मुस्लिम समुदाय को बदनाम करना है।
इन पोस्ट्स में धार्मिक रीति-रिवाजों का मज़ाक उड़ाना, परिवार और रिश्तों से जुड़ी अपमानजनक कहानियां गढ़ना, और मुस्लिम लड़कियों के धर्मांतरण जैसे झूठे नैरेटिव शामिल हैं। इसके अलावा, उसने इंटरनेट से ली गई दूसरी लड़कियों की तस्वीरों का इस्तेमाल करके उनकी प्राइवेसी और सम्मान पर सीधा हमला किया। इस तरह की गतिविधियां सोशल मीडिया पर न केवल फेक पहचान और डिजिटल दुरुपयोग का गंभीर उदाहरण हैं, बल्कि यह समाज में नफरत और सांप्रदायिकता को भड़काने का सुनियोजित प्रयास भी हैं। नाजनीन भारती का केस यह दिखाता है कि फेक अकाउंट्स और झूठे नैरेटिव किस तरह बड़ी संख्या में लोगों को गुमराह कर सकते हैं और सामाजिक सौहार्द को कमजोर कर सकते हैं।

