बिहार में कांग्रेस नेता राहुल गांधी की ‘वोट अधिकार यात्रा’ चल रही है। राहुल गांधी के साथ तेजस्वी यादव और इंडिया गठबंधन के अन्य नेता भी इस यात्रा में शामिल है। यात्रा के मुंगेर पहुंचने पर राहुल गांधी प्रसिद्ध रहमानी खानकाह भी गए, जहां उन्होंने मुस्लिम धर्मगुरुओं से मुलाकात की। रहमानी खानकाह वर्ष 1901 में स्थापित हुई थी और यह शिक्षा के क्षेत्र में खासतौर पर इंजीनियरिंग सेक्टर में बेहतर काम कर रही है।
राहुल गांधी की खानकाह रहमानी दौरे की एक तस्वीर सोशल मीडिया पर शेयर की जा रही है। इस तस्वीर के साथ दावा किया जा रहा है कि यहां राहुल गांधी को बीयर परोसी गई। इस तस्वीर को शेयर करते हुए शिशिर त्रिपाठी नामक यूजर ने लिखा, ‘जो लोग ये समझ रहे हैं कि गिलास में दारू है, वो गलत हैं, राहुल गांधी, तेजस्वी यादव और ये मौलाना दिन में सिर्फ बियर पीते हैं, ध्यान से देखो बियर का झाग दिख जाएगा…’

वहीं इस तस्वीर में चाय के कप को सर्किल करते हुए कोमल यादव नामक यूजर ने भी पोस्ट शेयर किया है, जिसके रिप्लाई में कई यूजर्स इसे शराब बता रहे हैं।

फैक्ट चेकः
DFRAC की टीम ने राहुल गांधी और तेजस्वी यादव की मुंगेर की रहमानी खानकाह दौरे के बारे में गूगल पर कुछ कीवर्ड्स सर्च किया। हमें इस तस्वीर के साथ एनडीटीवी, टीवी-9 भारतवर्ष, एबीपी न्यूज और सलाम टीवी सहित कई मीडिया रिपोर्ट्स मिलीं, लेकिन हमें किसी भी मीडिया रिपोर्ट्स में राहुल-तेजस्वी को शराब या फिर बीयर परोसे जाने के संदर्भ में कोई न्यूज नहीं मिली।

इसके बाद आगे की जांच के लिए हमारी टीम ने रहमानी खानकाह के पत्रकारिता और सूचना विभाग के फ़ज़ले रहमानी से संपर्क किया। उन्होंने हमें बताया कि यह पूरी तरह से झूठ है। खानकाह के अंदर राहुल गांधी और तेजस्वी यादव सहित अन्य मेहमानों को चाय परोसी गई थी, क्योंकि खानकाह में चाय पिलाने की पुरानी रवायत रही है। रहमानी खानकाह शिक्षा के क्षेत्र में लंबे समय से काम कर रहा है, इसलिए शराब परोसे जाने की बात करना गलत है।
निष्कर्षः
DFRAC के फैक्ट चेक से साफ है कि मुंगेर की रहमानी खानकाह में राहुल गांधी और तेजस्वी यादव को चाय परोसी गई थी, जिसे बीयर परोसे जाने का बताकर गलत दावा किया गया है।

