
फैक्ट चेकः मुर्शिदाबाद में रोहिग्याओं का हिन्दू परिवार की हत्या किए जाने का भ्रामक दावा वायरल
सोशल मीडिया पर दावा किया जा रहा है कि पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद में एक हिन्दू परिवार की रोहिंग्याओं ने घर में घुसकर बेरहमी से हत्या कर दी है। कई यूजर्स ने पति, पत्नी और मासूम बच्चे की फोटो शेयर करते हुए घटना का विवरण दिया है।
अरुण यादव नामक यूजर ने इस परिवार के साथ घटना के बारे में लिखा है, “रात को आप घर का दरवाजा अन्दर से बन्द कर अपने 8 वर्ष के बेटे को कहानी सुनाते सुनाते स्वयं भी सो गये थे. गर्भवती पत्नी थकावट महसूस करने की वजह से पहले ही सोने जा चुकी थी. घर में शान्ति थी. अचानक घर के दरवाजे पर जोर से पीटे जाने और दरवाजा खोलने के लिए चीखती आवाजें सुनाई पड़ीं. आप सही से जाग कर कुछ समझ पाते, उससे पहले ही कुछ लोग दरवाजा तोड़कर अन्दर आ चुके थे. आप कांपते हाथ से मोबाइल पर किसी मित्र को मदद के लिए फोन करने की कोशिश ही कर रहे थे कि घर में जबरन घुसी रोहिंग्याओं की भीड़ में से किसी ने अपने हाथ में पकड़े धारदार कांते से आपके उसी मोबाइल वाले हाथ पर जोर से मा रा. आपके हाथ से खून की तेज धारा बह निकली. लेकिन आपको दर्द का अहसास भी नहीं हुआ, क्योंकि उनमें से कुछ लोग धारदार हथियारों से आपके 8 वर्ष के मासूम को मा र रहे थे. आप चिल्ला पड़े कि बच्चे को तो मत मा रो. लेकिन आपकी दर्द भरी आवाज उन भेड़ियों की चिल्लाती आवाज में डूबकर रह गई. आपकी आंखों के सामने ही उन जंगली कुत्तों ने आपके मासूम बच्चे को 3-4 जगह ऐसे घाव दे दिये कि उसके शरीर से भी जगह जगह से खून बहने लगा. उधर कुछ जवान जंगली भेड़िये आपकी पत्नी के शरीर पर टूट पड़े. अगले कुछ पलों के अंदर आपके शरीर में इतने घाव हो चुके थे कि आपकी सांस बन्द होने लगी. और उन्हीं मिनटों में आपका 8 वर्ष का बेटा, आपकी पत्नी और उसकी कोख में रहता आपका अजन्मा शिशु सबकी हत् या हो चुकी थी.”

वहीं कई अन्य यूजर्स भी इस तस्वीर को ऐसे ही दावे के साथ शेयर कर रहे हैं।
फैक्ट चेक
DFRAC की टीम ने तस्वीर को रिवर्स इमेज सर्च किया। हमें जानकारी प्राप्त हुई कि यह घटना हाल फिलहाल की नहीं है, बल्कि यह वर्ष 2019 में हुई घटना है। हमें इसके बारे में Times Now नवभारत की 10 अक्टूबर 2019 को प्रकाशित एक रिपोर्ट मिली। जिसके अनुसार मुर्शिदाबाद (Murshidabad) में विजयदशमी के दिन एक परिवार के तीन लोगों की क्रूरतम तरीके से हत्या कर दी गई। मृतक बंधुप्रकाश पाल प्राइमरी स्कूल में शिक्षक थे और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ से भी जुड़े थे। हत्यारों ने बंधुप्रकाश की गर्भवती पत्नी और आठ साल के बेटे को भी नहीं छोड़ा।

वहीं इस घटना के बारे में आगे की जांच करने पर हमें जानकारी प्राप्त हुई कि पुलिस ने इस हत्याकांड के मुख्य आरोपी उत्पल बेहरा को गिरफ्तार किया था। दैनिक जागरण की 15 अक्टूबर 2019 की रिपोर्ट के मुताबिक पुलिस ने मुर्शिदाबाद में अपमान का बदला लेने के लिए पहले शिक्षक की धारदार हथियार से हत्या की गई और देख लिए जाने पर पत्नी और बच्चे को भी हत्यारे ने जान से मार दिया। पुलिस ने उत्पल बेहरा को गिरफ्तार कर लिया।

वहीं ABP News, जनसत्ता और पंजाब केसरी सहित अन्य मीडिया रिपोर्ट्स में भी हत्या के आरोप में उत्पल बेहरा नामक शख्स के गिरफ्तार किए जाने की बात लिखी गई है।
निष्कर्ष
DFRAC के फैक्ट चेक से साफ है कि यह घटना हाल-फिलहाल की नहीं है। यह वर्ष 2019 की घटना है। इसके अलावा इस घटना में सांप्रदायिक एंगल नहीं है, क्योंकि पुलिस ने उत्पल बेहरा नामक शख्स को गिरफ्तार किया था, जिसने अपमान का बदला लेने के लिए इस हत्याकांड को अंजाम दिया था।