सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हो रहा है जिसमें देखा जा सकता है कि एक व्यक्ति ने एक बड़ा सा क्रॉस(ईसाई प्रतीक) उठा रखा है और वह एक भीड़ का नेतृत्व करता हुआ चल रहा है। जबकि दो लोग क्रॉस उठाये व्यक्ति को कोड़े लगाते चल रहे हैं। यूजर्स यह वीडियो शेयर कर दावा कर रहे हैं कि यह वीडियो पंजाब का है।
Mr Sinha नामक यूजर ने लिखा, यह पंजाब है(हिंदी अनुवाद)
इसके अलावा अन्य यूजर्स ने भी वीडियो शेयर कर ऐसा ही दावा किया। जिसे यहां क्लिक करके देखा जा सकता है।
फैक्ट चेकः
DFRAC टीम ने पड़ताल के लिए वीडियो के कीफ्रेम्स को रिवर्स इमेज सर्च किया। हमें boldnewsonline की 28 मार्च, 2024 की एक रिपोर्ट मिली , जिसमें बताया गया है कि गुड फ्राइडे और ईस्टर की पूर्व संध्या पर, जम्मू और कश्मीर संयुक्त चर्च फेलोशिप ने जम्मू में एक शानदार जुलूस का आयोजन किया। यह जुलूस न केवल जम्मू बल्कि आस-पास के क्षेत्रों के ईसाइयों के लिए बहुत महत्व रखता है। जुलूस एक जीवंत झांकी के रूप में निकाला गया , जिसमें मसीह द्वारा क्रूस का भार उठाने और रोमन सैनिकों द्वारा दिए गए कष्टदायक परीक्षणों को सहने के दृश्यों को दर्शाया गया।
गुड फ्राइडे, ईसा मसीह के बलिदान के प्रतीक के रूप में मनाया जाने वाला पवित्र दिन है, और ईस्टर, उनके विजयी पुनरुत्थान का प्रतीक है।
इसके अलावा outlookindia की 29 मार्च 2024 की रिपोर्ट में बताया गया है कि ईसाई श्रद्धालुओं ने जम्मू में गुड फ्राइडे और ईस्टर के अवसर पर यीशु के बलिदान को दर्शाते एक जुलूस में भाग लिया।
निष्कर्षः
DFRAC के फैक्ट चेक से स्पष्ट है कि यूजर्स द्वारा वीडियो को पंजाब का बताकर भ्रामक दावा किया गया है। वायरल वीडियो जम्मू का है जब मार्च 2024 में गुड फ्राइडे और ईस्टर के उपलक्ष्य में जम्मू और कश्मीर संयुक्त चर्च फेलोशिप द्वारा एक भव्य जुलूस निकाला गया था।