सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर “एक भारतीय हिन्दू” नामक यूजर सक्रिय रूप से नफरती सामग्री, फेक न्यूज और विभाजनकारी विचारधारा को फैलाने में लगा रहता है। यह यूजर न सिर्फ भ्रामक जानकारी शेयर करता है, बल्कि समुदायों के बीच घृणा और विद्वेष फैलाता है। इसके पोस्ट्स में अक्सर आपत्तिजनक कंटेंट, अपमानजनक भाषा, गाली-गलौज और धार्मिक असहिष्णुता दिखाई देती है, जो वर्तमान में सोशल मीडिया पर एक गंभीर समस्या का रूप लेती जा रही है।
“एक भारतीय हिन्दू” नामक यह यूजर सोशल मीडिया पर हेट स्पीच और नफरत फैलाने वाले ग्रुप्स का हिस्सा प्रतीत है, क्योंकि इसकी ज्यादातर ऑनलाइन गतिविधियों उन्हीं ग्रुप्त के कंटेंट को शेयर करने, लाइक करने और रिट्विट करती दिखाई पड़ती हैं। ऑनलाइन नफरत फैला रहे इन ग्रुप्स का उद्देश्य समाज में विभाजन और नफरत को बढ़ावा देना है। इस रिपोर्ट का प्रमुख उद्देश्य “एक भारतीय हिन्दू” जैसे यूजर्स की पहचान करना, उसके द्वारा ऑनलाइन परोसी गई नफरत और फेक न्यूज का विश्लेषण करना, तथा उसके कंटेंट का एनालिसिस करना शामिल है।
इस रिपोर्ट के प्रमुख बिन्दू हैं-
- कौन है “एक भारतीय हिन्दू” नामक यूजर?
- जातिगत और गालीगलौज वाली विवादित टिप्पणियां
- फेक न्यूज और भ्रामक न्यूज
1- कौन है “एक भारतीय हिन्दू” नामक यूजर?
“एक भारतीय हिन्दू” नामक यूजर अप्रैल 2010 से एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर सक्रिय है। इस यूजर ने अपने बायो में खुद को हिन्दुत्व का अंधभक्त और कट्टर राष्ट्रवादी सनातनी बताया है। इस यूजर के एक्स पर 13.9K फॉलोवर्स हैं।
इस यूजर की ऑनलाइन गतिविधियां जहां नफरती हैं, वहीं इसकी पहचान भी स्पष्ट नहीं है। ऐसा हम इसलिए कह रहे हैं, क्योंकि यह यूजर अपनी ऑनलाइन पहचान को बदलता रहता है। जब हमारी टीम ने इसकी गतिविधियों का आर्काईव चेक किया तो पाया कि इससे पहले यह ‘राष्ट्रवादी किसान (Modi Ka Parivar)’ के नाम से एक्टिव था, जिसे बाद में बदलकर ‘एक भारतीय हिन्दू’ कर दिया गया।
जब DFRAC की टीम इस यूजर की आर्काईव की जांच कर रही थी, तब आर्काईव में हमें एक पोस्ट मिला जो ‘राष्ट्रवादी किसान (Modi Ka Parivar)’ के नाम एक्टिव अकाउंट से 25 मई 2024 को सुबह 10:16AM पर पोस्ट किया गया था, जब इस पोस्ट को हमने ‘एक भारतीय हिन्दू’ के अकाउंट पर सर्च किया तो पाया कि सेम उसी टाइम पर यही पोस्ट किया गया था, जिसे यहां दिए गाफिक्स में देखा जा सकता है।
हमारी टीम ने इन दोनों अकाउंट के बीच संबंध की जांच को आगे बढ़ाया, तो हमने यह भी पाया कि इन दोनों अकाउंट की यूजरआईडी एक ही है, जो 135875280 है। यह यूजरआईडी स्पष्ट करती है कि दोनों अकाउंट एक है और पहले यह अकाउंट ‘राष्ट्रवादी किसान (Modi Ka Parivar)’ के नाम एक्टिव था, जिसे बाद में बदलकर ‘एक भारतीय हिन्दू’ कर दिया गया है।
हमने जब इस अकाउंट की आगे जांच की, तो पाया कि यह ओसियन जैन नामक यूजर से संपर्क साधने की कोशिश कर रहा था और उसने संपर्क स्थापित करने के लिए अपना ई-मेल आईडी भी दिया था। वहीं इस यूजर के कुछ पुराने पोस्ट की जांच करने पर हमने पाया कि इसने खुद को M. Com पास बताया है। इसने यह भी मेंशन किया है कि वह इंश्योरेंस सेक्टर में एक एजेंट के तौर पर और मैनेजमेंट पर प्रमोटेड है। इस अपने इस पोस्ट में सैलरी का खुलासा किया है।
जातिगत टिप्पणियों वाली पोस्टः
“एक भारतीय हिन्दू” अपने पोस्ट्स में नफरत फैलाने के लिए गालियां देता है। यह गालियां किसी जाति या धार्मिक समूह के खिलाफ हो सकती हैं। वह बड़ी ही चालाकी गालियों के लिए उन शब्दों का इस्तेमाल करता है, जिससे गालियों का भाव प्रकट होता है। वह गालियों के लिए अंग्रेजी के आधे-अधूरे शब्दों का प्रयोग करता है, जिससे गाली का भाव प्रकट हो सके। यानी वह सीधे तौर पर अपमानजनक शब्दों का उपयोग करने से बचता है, लेकिन इशारों में वही संदेश देता है। वहीं कुछ पोस्ट में वह स्पष्ट तौर पर गाली देते हुए दिखाई पड़ता है।
हमने जांच के दौरान पाया कि एक यूजर के पोस्ट रिप्लाई में उसने ठाकुर (राजपूत) समाज के लिए गद्दार जैसे शब्द इस्तेमाल किए थे, जबकि एक पोस्ट की रिप्लाई में उसने ब्राह्मण समाज के लिए अपमानजनक शब्दों का प्रयोग किया था। वहीं इस यूजर ने अनुसूजित जाति के यूजर्स के लिए अपमानित करने वाले शब्द प्रयोग किए थे।
गाली गलौज वाली पोस्टः
यह यूजर सोशल मीडिया पर अक्सर लोगों की रिप्लाई में गाली-गलौज वाले शब्दों का इस्तेमाल करता है। जिसमें @ और # का इस्तेमाल करते हुए अंग्रेजी के शब्दों को इस प्रकार लिखा जाता है, जिससे गाली का बोध होता है। यहां कुछ पोस्ट का स्क्रीनशॉट दिया जा रहा है।
राजनीतिक प्रोपेगेंडाः
“एक भारतीय हिन्दू” नामक यह यूजर राजनीतिक प्रोपेगेंडा के लिए खबरों में झूठ मिलाकर परोसता है। उदाहरण के लिए हम देखें तो, झारखंड में विधानसभा के चुनाव चल रहे हैं। इस यूजर ने झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की पत्नी कल्पना सोरेन का एक वीडियो शेयर किया है। जिसमें उन्हें अस्सलाम अलैकुम बोलते हुए सुना जा सकता है। इस वीडियो को शेयर करते हुए इस यूजर ने कल्पना सोरेन के इस्लाम कुबुल करने का भ्रामक दावा किया। उसने लिखा, “झारखंड मुख्यमंत्री की पत्नी कल्पना सोरेन ने किया धर्म परिवर्तन. सुनकर बहुत अटपटा लग रहा है. मगर झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की पत्नी कल्पना सोरेन अपने भाषण की शुरुआत ही अस्सलाम वालेकुम कहकर कर रही हैं. झारखंड मुख्यमंत्री की पत्नी कल्पना सोरेन ने किया धर्म परिवर्तन..!”
एक पोस्ट में उसने विपक्ष के नेता राहुल गांधी पर अभद्र टिप्पणी किया है।
फेक/भ्रामक न्यूजः
“एक भारतीय हिन्दू” नामक यह यूजर धार्मिक पहचान को मुख्य आधार बनाकर झूठे तथ्य शेयर करता है और समाज में विभाजन पैदा करने की कोशिश करता है। उनकी पोस्ट्स में अक्सर धार्मिक और सांस्कृतिक मुद्दों को तोड़-मरोड़कर पेश किया जाता है। वह उन घटनाओं को भी धार्मिक एंगल देकर सांप्रदायिकता फैलाता है, जिसमें विवाद के दोनों पक्ष एक ही समुदाय के होते हैं। इस यूजर द्वारा फैलाए गए कुछ फेक/भ्रामक न्यूज और फैक्ट चेक यहां दिया जा रहा है।
फेक/भ्रामक न्यूज-1
इस यूजर ने लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी का एक वीडियो इस दावे के साथ शेयर किया है कि उन्होंने हिन्दू समाज को खुलेआम धमकी दी है। वायरल वीडियो में राहुल गांधी कहते हैं, “तो उनको यह भी सोचना चाहिए, जो यह सब कर रहे हैं कि किसी न किसी दिन बीजेपी की सरकार बदलेगी। और फिर कार्रवाई होगी और ऐसी कार्रवाई होगी कि मैं गारंटी कर रहा हूं यह सब फिर से कभी नहीं होगा। तो इनको भी सोचना चाहिए।”
फैक्ट चेकः
राहुल गांधी द्वारा हिन्दू समुदाय को धमकी देने का दावा गलत है और राहुल गांधी का अधूरा बयान भी शेयर किया गया है। राहुल गांधी का पूरा बयान इस प्रकार है, “अगर ये इंस्टीट्यूशन अपना काम करते। अगर CBI अपना काम करती, ED अपना काम करती, तो यह नहीं होता। तो उनको यह भी सोचना चाहिए, जो यह सब कर रहे हैं, कि किसी न किसी दिन बीजेपी की सरकार बदलेगी। और फिर कार्रवाई होगी और ऐसी कार्रवाई होगी कि मैं गारंटी कर रहा हूं यह सब फिर से कभी नहीं होगा। तो इनको भी सोचना चाहिए।”
फेक/भ्रामक न्यूज-2
दिल्ली की मुख्यमंत्री आतिशी का एक वीडियो शेयर कर इस यूजर ने दावा किया है कि श्रीराम कॉलोनी में आतिशी ने अपने भाषण की शुरूआत जैसे ही जय श्री राम बोलकर किया, तो तुरंत वहां बैठे मुस्लिमों की भीड़ ने हंगामा किया। फिर आतिशी ने जय श्री राम बोलने के लिए तुरंत माफी मांग ली।
फैक्ट चेकः
आतिशी का वायरल वीडियो हाल-फिलहाल का नहीं है। यह वीडियो मार्च 2024 का है, तब आतिशी दिल्ली की शिक्षा मंत्री थीं। इसके अलावा आतिशी के जय श्री राम बोलने पर मुस्लिम समुदाय के लोगों द्वारा विरोध करने का दावा भी गलत है।
फेक/भ्रामक न्यूज-3
बिहार के मोतिहारी में पुलिसकर्मियों पर कुछ लोगों द्वारा हमला किया गया। यूजर ने इस घटना को सांप्रदायिक रंग दिया है।
फैक्ट चेकः
मोतिहारी में पुलिसकर्मियों पर हमले की घटना में सांप्रदायिक एंगल नहीं है। पुलिस ने इस मामले में अनिता, कपिलदेव और संजय कुमार सहित 42 लोगों को गिरफ्तार किया है।
फेक/भ्रामक न्यूज-4
जमीयत उलेमा-ए-हिंद के प्रमुख मौलाना महमूद मदनी का एक वीडियो शेयर कर इस यूजर ने दावा किया है कि महमूद मदनी ने कहा कि अगर हमारा मजहब बर्दाश्त नहीं, तो हिन्दुओं भारत छोड़ दो।
फैक्ट चेकः
जमीयत उलेमा-ए-हिंद के ऑफिशियल यूट्यूब चैनल पर 29 मई 2022 को अपलोड वीडियो में महमूद मदनी का पूरा भाषण मिला। इसमें 2:02:42 मिनट से 2:24:25 मिनट के ड्यूरेशन पर महमूद मदनी का पूरा भाषण है। अपने भाषण में महमूद मदनी देश के लिए जिम्मेदारियों और कुर्बानियां देने पर बात कर रहे थे। इस दौरान वह नफरत फैलाने वाले लोगों को आड़े हाथों लेते हुए कहते हैं कि ये लोग मुसलमानों के देशप्रेम को दिखावा समझते हैं, जबकि मुल्क की हिफाजत के लिए अगर हमारी (मुस्लिमों) की जान जाएगी, तो यह सौभाग्य की बात होगी।
फेक/भ्रामक न्यूज-5
इस यूजर द्वारा शेयर किए गए एक वीडियो में देखा जा सकता है कि सड़क पर पुजारियों के साथ कुछ लोग मारपीट कर रहे हैं। इस वीडियो को सांप्रदायिक दावे के साथ शेयर किया गया है। यूजर ने दावा किया कि मुंबई के कांदिवली के लालजीपाड़ा इलाके में खुलेआम एक पुजारी पर मुस्लिमों ने जानलेवा हमला किया।
फैक्ट चेकः
यह दावा गलत है। मुंबई में शनिवार रात पांच लोगों ने मिलकर दो पुजारियों पर हमला कर दिया। इस हमले में दोनों पुजारी घायल हो गए। हमलावरों ने लाठी और चाकू से दोनों पुजारियों पर हमले किए। इस हमले में दोनों पुजारीयों को मामूली चोटें आईं है। मुंबई पुलिस ने इस हमले के सिलसिले में प्रथम खिलारे और छोटू मनिहार नामक दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है और पुलिस अन्य आरोपियों की तलाश कर रही है।
निष्कर्षः
‘एक भारतीय हिन्दू’ जैसे प्रोफाइल्स ने सोशल मीडिया का दुरुपयोग नफरत, फेक न्यूज और भ्रामक न्यूज फैलाने के लिए कर रहे हैं। इस रिपोर्ट से प्रतीत हो रहा है कि इस यूजर का प्राथमिक उद्देश्य नफरत और सांप्रदायिकता को बढ़ावा देना है। इसकी पोस्ट्स में बार-बार ऐसी भाषा और सामग्री देखने को मिलती है, जो समाज में असुरक्षा और अविश्वास फैलाने का काम करती है। ‘एक भारतीय हिन्दू’ द्वारा शेयर की गई सामग्री में भ्रामक जानकारियां और अपमानजनक शब्दों का बार-बार उपयोग किया जाता है। जाति-धर्म विशेष को लक्षित करके आपत्तिजनक भाषा का इस्तेमाल किया जाता है। ‘एक भारतीय हिन्दू’ जैसे अकाउंट्स के माध्यम से नफरत और असहिष्णुता का यह प्रसार एक चेतावनी है कि सोशल मीडिया का दुरुपयोग किस हद तक समाज को प्रभावित कर सकता है। यह आवश्यक है कि इन प्लेटफॉर्म्स पर एक जिम्मेदार और सकारात्मक वातावरण सुनिश्चित किया जाए, जहां विचारों का आदान-प्रदान समाज को जोड़ने और मजबूत बनाने में सहायक हो।