सोशल मीडिया पर एक वीडियो जमकर वायरल है। इस वीडियो में देखा जा सकता है कि बाइक सवार एक युवक और युवती की कुछ लोगों द्वारा बीच सड़क पर पिटाई की जा रही है। यूजर्स इस वीडियो को शेयर कर दावा कर रहे हैं कि गाजियाबाद में अपनी बहन के साथ लौट रहे एक मुस्लिम लड़के की बेरहमी से पिटाई की गई। यह भी दावा है कि पीड़ित युवक ने कुछ दिन पहले पैगंबर मोहम्मद पर अपमानजनक टिप्पणी का विरोध किया था।
इस वीडियो को शेयर कर एक यूजर ने लिखा, “जंगल राज। गाजियाबाद में एक मुस्लिम लड़का स्कूल से अपनी बहन के साथ घर लौट रहा था । रास्ते मे लड़के और उसकी बहन को बेरहमी से पीटा गया। और ये सिर्फ इसलिये हुआ कि लड़के ने पैगंबर मोहम्मद के प्रति अपमानजनक टिप्पणियों का विरोध किया था। Indian Muslims”
वहीं इस वीडियो को ऐसे ही दावे के साथ कई अन्य यूजर्स द्वारा भी शेयर किया गया है। जिसे यहां, यहां, यहां और यहां देखा जा सकता है।
फैक्ट चेकः
DFRAC की टीम को वायरल वीडियो के संदर्भ में पुलिस कमिश्नरेट गाजियाबाद (@ghaziabadpolice) का एक ट्वीट मिला, जिसमें बताया गया है कि गाजियाबाद में ऐसी कोई घटना नहीं हुई है। पुलिस के मुताबिक, “वीडियो में प्रदर्शित घटना गाजियाबाद की नही है। गाजियाबाद के किसी भी थाने पर घटना के सम्बन्ध में कोई भी सूचना प्राप्त नहीं हुई है। किस थाना क्षेत्र की घटना है यह स्पष्ट करें। वीडियो की पुष्टि किए बिना, इसे सांप्रदायिक रंग देकर, महौल बिगाड़ने का प्रयास न करें।”
इसके बाद आगे की जांच में हमें हापुड़ पुलिस (@hapurpolice) का एक बयान मिला, जिसमें बताया गया है कि, “सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर वायरल वीडियो जिसमें थाना धौलाना क्षेत्रान्तर्गत एक युवक के साथ मारपीट की जा रही है। उक्त वीडियो करीब 10 दिन पूर्व का है, उक्त प्रकरण के संबंध में थाना धौलाना पुलिस द्वारा आवश्यक विधिक कार्यवाही की गई है।”
हापुड़ के अपर पुलिस अधीक्षक विनीत जायसवाल के मुताबिक 28 सितंबर को एक युवती ने थाना धौलाना में शिकायत दर्ज करवाई थी कि दूसरे समुदाय के युवक द्वारा बहला-फुसलाकर उसके साथ दुष्कर्म की घटना की गई थी। जिसके बाद पुलिस द्वारा विवेचना कर आरोपी युवक को जेल भेजा गया है। इस मामले में आरोपी युवक के साथ लड़की के परिजनों द्वारा मारपीट की गई थी। जिसका वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है।
निष्कर्षः
DFRAC के फैक्ट चेक से साफ है कि सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो गाजियाबाद का नहीं है। यह हापुड़ जिले के धौलाना थाने की घटना है। इस घटना में सांप्रदायिक एंगल नहीं है। इसलिए यूजर्स का दावा भ्रामक है।