सोशल मीडिया पर वायरल एक वीडियो में एक बच्चे को इस्लामिक स्कॉलर और सूफी संत अहमद रज़ा खान (आला हज़रत) की विज्ञान और चिकित्सा के क्षेत्र में योगदान का जिक्र करते हुए देखा जा सकता है। इस दौरान बच्चा कहता है कि आला हज़रत ने 1896 में अपनी किताब में अल्ट्रासाउंड मशीन का फॉर्मूला 4 साल की छोटी सी उम्र में लिखा था।
इस वीडियो को शेयर करते हुए एक यूजर ने लिखा, “ब्रेनवॉश करना पागलपन है” (हिन्दी अनुवाद)
फैक्ट चेकः
DFRAC की टीम ने जांच में पाया कि वायरल वीडियो को एडिट किया गया है। ओरिजिनल वीडियो हमें ‘Kids Madani Channel’ यूट्यूब चैनल पर 14 अक्टूबर 2020 को अपलोड मिला। जिसमें देखा जा सकता है कि 5 बच्चे आला हज़रत के अकादमिक कार्यों पर चर्चा करते हैं। इस वीडियो को शीर्षक, “Shan e Aala Hazrat | Ala Hazrat Ahmed Raza Khan Ki Shan” दिया गया है।
इस वीडियो में 1:16 मिनट पर एक बच्चे ने बताया कि आला हज़रत ने चार साल की उम्र में कुरान पढ़ी थी। फिर उसने 4:30 मिनट पर बताया कि 1896 में आला हज़रत की एक किताब में अल्ट्रासाउंड मशीन के फॉर्मूले के बारे में लिखा गया था। वीडियो के इन दोनों हिस्सों को इस तरह से एडिट किया गया है, जिससे यह गलतफहमी पैदा हो सके कि आला हज़रत ने चार साल की उम्र में अल्ट्रासाउंड मशीन के फॉर्मूले के बारे में लिख दिया था।
निष्कर्षः
DFRAC के फैक्ट चेक से स्पष्ट है कि वायरल वीडियो एडिटेड है। बच्चे द्वारा यह नहीं कहा गया है कि 4 साल की उम्र में आला हज़रत द्वारा अल्ट्रासाउंड मशीन के फॉर्मूले के बारे में लिखा गया था। इसलिए यूजर्स का दावा भ्रामक है।