सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हो रहा है। इस वीडियो में देखा जा सकता है कि एक सरकारी कार्यालय के बाहर प्रदर्शनकारी छात्र खड़े हैं। वहीं दो छात्र कार्यालय के छत पर एक झंडा हटाने की कोशिश करते हुए दूसरा झंडा लहरा रहे हैं। इस वीडियो को शेयर करने वाले यूजर्स का दावा है कि प्रदर्शनकारी छात्रों ने भारतीय राष्ट्रीय ध्वज तिरंगा को हटाकर 7 रंग का झंडा फहराया है।
वहीं कई अन्य यूजर्स ने भी इस वीडियो को शेयर कर ऐसा ही दावा किया है।
फैक्ट चेकः
DFRAC की टीम ने वायरल वीडियो की जांच के लिए मणिपुर पुलिस के ऑफिशियल एक्स (पूर्व ट्विटर) हैंडल @manipur_police को देखा। मणिपुर पुलिस द्वारा ट्वीट कर तिरंगा झंडा हटाने के दावे को फेक बताया है।
पुलिस ने बताया, “सोशल मीडिया पर कुछ ऐसी खबरें आई थीं कि छात्र प्रदर्शनकारियों ने थौबल में डीसी कार्यालय पर राष्ट्रीय ध्वज को बदल दिया। यह रिपोर्ट फेक है। छात्र प्रदर्शनकारियों ने थौबल में डीसी कार्यालय के बाहरी गेट पर लगे एक पुराने और घिसे हुए सलाई तारेट (7 रंग का झंडा) को बदलने की कोशिश की। पुलिस द्वारा भीड़ को तितर-बितर करने के बाद दोनों झंडों को गेट से हटा दिया गया।”
निष्कर्षः
DFRAC के फैक्ट चेक से स्पष्ट है कि सोशल मीडिया यूजर्स द्वारा मणिपुर में प्रदर्शनकारी छात्रों का डीसी कार्यालय से तिरंगा झंडा हटाने का गलत दावा किया गया है।