एक वेरिफाइड यूजर @KashmirEng ने एफिल टॉवर और एक शीशा टूटे कार की तस्वीर शेयर की है। इस यूजर ने दावा किया कि भारतीय मूल के चार लोगों ने पेरिस ओलंपिक में अर्जेंटीना फुटबॉल टीम पर हमला किया और लूटपाट की। पोस्ट में यह भी दावा किया गया है कि सभी चार आरापियों को पेरिस पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है।
फैक्ट चेक
DFRAC टीम संबंधित कीवर्ड सर्च कर वायरल दावे की पड़ताल की। हमें एपीन्यूज, इंडिया टुडे, अनादोलु एजेंसी जैसे विश्वसनीय मीडिया हाऊसेज़ के लेख मिले, जिनमें बताया गया है कि अर्जेंटीना की राष्ट्रीय फुटबॉल टीम के साथ पेरिस 2024 ओलंपिक मैच से पहले चोरी की घटना हुई है।
हेड कोच जेवियर मास्चेरानो ने अपने प्रशिक्षण केंद्र में चोरी की पुष्टि की है, जिसमें खिलाड़ी थियागो अल्माडा को निशाना बनाया गया था। चोरों ने एक घड़ी और गहने चोरी कर लिए, जिसकी कीमत €50,000 आंकी जा रही है।
यह घटना अर्जेंटीना और मोरक्को के मैच से पहले हुई। मिडफील्डर अल्माडा ने चोरी के बावजूद इस मैच में खेला। फ्रांस के BFMTV ने बताया कि चोरी की गई वस्तुओं की कीमत लगभग €50,000 थी। हालांकि इस बात का कोई प्रमाण नहीं है कि ये लुटेरे भारतीय मूल के थे या फिर इस घटना में शामिल चार लोगों को गिरफ्तार किया गया है।
निष्कर्ष
DFRAC के फैक्ट चेक से साफ है कि चार भारतीयों द्वारा अर्जेंटीना फुटबॉल टीम को लूटने और बाद में उनकी गिरफ्तारी होने का दावा झूठा और भ्रामक है। क्योंकि ऐसी कोई रिपोर्ट नहीं है, जिसमें 4 भारतीयों की संलिप्तता को उल्लेखित किया गया हो। हालांकि टीम के साथ चोरी की घटना हुई है, लेकिन अपराधियों की पहचान और उनकी गिरफ्तारी की पुष्टि नहीं हुई है।