सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल है, वीडियो में देखा जा सकता है कि कुछ युवक एक बहुमंजिला इमारत की खिड़कियों और पानी के पाइप के सहारे नीचे उतरने का प्रयास कर रहे हैं, जबकि इमारत की छत पर मौजूद कुछ युवक उन्हें नीचे गिराने की कोशिश कर रहे हैं। वीडियों में आगे देखा जा सकता है कि इसी कश्मकश में खिड़कियों से उतरते कुछ युवक नीचे जमीन पर गिरकर तड़पने लगते हैं।
यूजर्स वीडियो शेयर कर दावा कर रहे हैं कि ढाका विश्वविद्यालय के हिंदू छात्रों को जिहादियों द्वारा छत से गिराया जा रहा है। gargiMu48960835 नामक एक यूजर ने लिखा,” ढाका विश्वविद्यालय के हिंदू छात्र जिहादियों और रजाकारों से अपनी जान बचाने की कोशिश कर रहे हैं। (हिन्दी अनुवाद)”
इसके अलावा एक अन्य यूजर ने वीडियो शेयर कर लिखा,“ढाका बांग्लादेश में हिंदू छात्रों का खौफनाक मंजर: देखिए कैसे घबराए हिंदू छात्रों ने जमात-ए-इस्लामी द्वारा किए गए हमले से अपनी जान बचाने के लिए भागने की कोशिश की। देखिए उनमें से कितने छात्र कारनीस से गिर गए! (हिन्दी अनुवाद)”
फैक्ट चेक:
DFRAC टीम ने वायरल वीडियो की पड़ताल के लिए वीडियो को कीफ्रेम्स में कन्वर्ट कर गूगल पर रिवर्स इमेज सर्च किया। हमें thefinancialexpress की एक रिपोर्ट मिली। जिसमें बताया गया है कि चटगाँव शहर के मुरादपुर में आरक्षण विरोधी प्रदर्शनकारियों से छात्र लीग और जुबो लीग कार्यकर्ताओं की झड़प हो गई। इस दौरान छात्र लीग के नेताओं और कार्यकर्ताओं को एक इमारत की छत से नीचे फेंक दिया गया। छत से नीचे गिरने के बाद भी उनकी पिटाई की गई। घटना से पहले छत पर फंसे छात्र लीग के नेताओं और कार्यकर्ताओं पर कथित तौर पर धारदार हथियारों से वार भी किया गया।
रिपोर्ट में आगे बताया गया है कि मुरादपुर में मस्जिद बिलाल के बगल में स्थित पांच मंजिला इमारत की छत से छात्र लीग के नेताओं और कार्यकर्ताओं को फेंके जाने का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है , वीडियो में 15 छात्र लीग के नेता और कार्यकर्ता इमारत की पानी की पाइपों पर चढ़कर आरक्षण विरोधी प्रदर्शनकारियों से बचने की कोशिश करते हुए दिखाई दे रहे हैं। जबकि आरक्षण विरोधी प्रदर्शनकारी खिड़कियों से उतरते छात्र लीग के नेताओं को नीचे गिराने की कोशिश कर रहे हैं।
इसके अलावा Rtv News के यूट्यूब चैनल पर भी इस घटना को रिपोर्ट किया गया है। यहां 1 मिनट 19 सेकण्ड के वीडियो में इस घटना के बारे में बताया गया है। वीडियो में डिस्क्रिप्शन में लिखा है, “आत्मरक्षा के लिए भवन की छत पर चढ़ने वाले छात्र लीग और जुबो लीग के कार्यकर्ताओं को भी नहीं बख्शा गया (हिन्दी अनुवाद)। “
निष्कर्ष
DFRAC के फैक्ट चेक से स्पष्ट है कि वीडियो में हिंदू मुस्लिम का कोई एंगल नहीं है और यह वीडियो बांग्लादेश में आरक्षण विरोधी प्रदर्शनकारियों और छात्र लीग के कार्यकर्ताओं के बीच झड़प का है, जब आरक्षण विरोधी प्रदर्शनकारियों ने छात्र लीग के कार्यकर्ताओं को एक इमारत की छत से नीचे फेंक दिया था। इसलिए सोशल मीडिया यूजर्स का दावा भ्रामक है।