सोशल मीडिया पर जमीयत उलेमा-ए-हिंद के प्रमुख मौलाना महमूद मदनी का एक वीडियो शेयर किया गया है। इस वीडियो को शेयर करने वाले यूजर्स का दावा है कि महमूद मदनी ने कहा कि अगर हमारा मजहब बर्दाश्त नहीं, तो हिन्दुओं भारत छोड़ दो।
इस वीडियो में महमूद मदनी को यह कहते सुना जा सकता है, “मुल्क हमारा है। अच्छी तरह समझ लीजिए, ये हमारा मुल्क है। जो हमारी जिम्मेदारी है इस मुल्क के लिए, वो हम निभाएंगे हर हाल में इंशाअल्लाह। कोई समझौता नहीं होगा उसमें। हमारा मजहब अलग है जरूर, हमारा लिबास अलग है, हमारी तहजीब भी अलग है, हमारे खाने-पीने का तरीका भी अलग है। और तुमको अगर बर्दाश्त नहीं है हमारा मजहब, तो तुम कहीं और चले जाओ।”
फैक्ट चेकः
DFRAC की टीम ने वायरल वीडियो की जांच की। हमें जमीयत उलेमा-ए-हिंद के ऑफिशियल यूट्यूब चैनल पर 29 मई 2022 को अपलोड वीडियो में महमूद मदनी का पूरा भाषण मिला। इसमें 2:02:42 मिनट से 2:24:25 मिनट के ड्यूरेशन पर महमूद मदनी का पूरा भाषण है। अपने भाषण में महमूद मदनी देश के लिए जिम्मेदारियों और कुर्बानियां देने पर बात कर रहे थे। इस दौरान वह नफरत फैलाने वाले लोगों को आड़े हाथों लेते हुए कहते हैं कि ये लोग मुसलमानों के देशप्रेम को दिखावा समझते हैं, जबकि मुल्क की हिफाजत के लिए अगर हमारी (मुस्लिमों) की जान जाएगी, तो यह सौभाग्य की बात होगी।
मदनी आगे कहते हैं कि लोगों को डराना बंद कर देना चाहिए। वह कहते हैं, “तुम डरा रहे हो, हम सिर्फ बताने की कोशिश कर रहे हैं कि डराना बंद कर दो। अपनों को भी डराना बंद कर दो और जिनको तुम गैर समझते हो, उनको भी डराना बंद कर दो। और हम (मुस्लिम) गैर नहीं हैं। इस मुल्क के शहरी हैं। मुल्क हमारा है। अच्छी तरह समझ लीजिए ये हमारा मुल्क है। जो हमारी जिम्मेदारी है इस मुल्क के लिए, वो हम निभाएंगे हर हाल में, इंशाअल्लाह। कोई समझौता नहीं होगा उसमें। हमारा मजहब अलग है जरूर, हमारा लिबास अलग है, हमारी तहजीब भी अलग है, हमारे खाने-पीने का तरीका भी अलग है। और तुमको अगर बर्दाश्त नहीं है हमारा मजहब, तो तुम कहीं और चले जाओ।”
इसके आगे मदनी कहते हैं कि जो लोग नफरत का बाजार गर्म कर रहे हैं, वो दरअसल माइनॉरिटी में हैं। मदनी कहते हैं कि भारत का मुसलमान देश के लिए कुर्बानी देता आया है और आगे भी देता रहेगा। वहीं अपने भाषण के दौरान मदनी ने कहीं भी नहीं कहा कि अगर हमारा मजहब बर्दाश्त नहीं, तो हिन्दुओं भारत छोड़ दो।
निष्कर्षः
DFRAC के फैक्ट चेक से साफ है कि सोशल मीडिया यूजर्स द्वारा जमीयत उलेमा-ए-हिन्द के प्रमुख महमूद मदनी का भाषण भ्रामक दावे के साथ शेयर किया गया है।