सोशल मीडिया प्लेटफार्म एक्स पर एक वीडियो शेयर किया जा रहा है। इस वीडियो में एक व्यक्ति हाथों के बल एक मंदिर के प्रागण में चल रहा है। इस वीडियो को शेयर कर यूजर दावा कर रहे हैं कि हाथों के बल चलने वाले व्यक्ति प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी हैं और यह वीडियो वर्ष 1980 के दरमियान का है, जब नरेंद्र मोदी युवा थे और उनकी उम्र महज 26 साल थी।
prabhato777 नामक यूजर ने वीडियो शेयर कर लिखा, “यह व्हिडियो 1980 के दरम्यान का है। उस समय किसी ने नहीं सोचा होगा कि बर्फबारी के बीच में हाथों के बल पर उल्टा चलकर एकांत में श्री केदारनाथ मंदिर की परिक्रमा करने वाला 26 साल का यह संन्यासी एक दिन भारत का प्रधानमंत्री बनेगा ! देखिए नरेंद्र मोदीजी की तपश्चर्या!”
फैक्ट चेक
DFRAC टीम ने वायरल वीडियो को कुछ कीफ्रेम्स में कन्वर्ट कर रिवर्स इमेज सर्च किया। हमें यह वीडियो श्री केदारनाथ ज्योतिर्लिंग नाम के फेसबुक पेज पर 23 जून 2021 को अपलोड मिला, वीडियो के कैप्शन में लिखा था, ”श्री केदारनाथ धाम में आचार्य श्री संतोषजी त्रिवेदी बाबा केदार धाम की परिक्रमा अपने हाथो के बल करते हुए”
इसके अलावा इसी वीडियो को एक अन्य Yogi Narmadanath Ji फेसबुक पेज पर भी 21 जून 2021 को अपलोड किया गया था और साथ में कैप्शन लिखा था,”परम योगी महादेव केदारेश्वर के श्री चरणों आचार्य श्री संतोष त्रिवेदी जी अपने योग द्वारा केदारनाथ ज्योतिर्लिंग मंदिर की परिक्रमा करते हुए और यह संदेश देते हुए योग है तो निरोग हैं सभी को विश्व योग दिवस की हार्दिक शभकामनाएं जय श्री केदार”
वहीं आगे की पड़ताल के लिए हमने ‘आचार्य संतोष त्रिवेदी केदारनाथ मंदिर परिक्रमा’ सर्च किया हमें ETV BHARAT UTTARAKHAND की 21 जून 2021 को प्रकाशित रिपोर्ट मिली जिसमें बताया गया है कि अंतरराष्ट्रीय योग दिवस पर केदारनाथ धाम में तीर्थ पुरोहित समाज ने योगाभ्यास करके योग दिवस मनाया. इस दौरान पिछले सात दिन से शीर्षासन आंदोलन कर रहे तीर्थ पुरोहित संतोष त्रिवेदी ने हाथों के बल से केदारनाथ मंदिर की परिक्रमा की।
निष्कर्ष
DFRAC के फैक्ट चेक से स्पष्ट है कि वायरल वीडियो में केदारनाथ मंदिर की परिक्रमा कर रहे व्यक्ति पुरोहित संतोष त्रिवेदी हैं, न कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी। इसलिए सोशल मीडिया यूजर का दावा भ्रामक है ।