सोशल मीडिया (@instagram) पर शेयर किए गए एक वीडियो में सुना जा सकता है कि केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह कह रहे हैं कि- ‘प्रधानमंत्री जी (@narendramodi) की जो डिग्रियां हैं, वह फ़र्ज़ी हैं, सच नहीं हैं।’
इस वीडियो को खूब लाइक और शेयर किया गया है।
फ़ैक्ट-चेक:
DFRAC टीम ने वायरल वीडियो की सच्चाई जानने के लिए पहले इसे कुछ की-फ़्रेम में कन्वर्ट किया। फिर उन्हें रिवर्स सर्च किया। इस दौरान हमें ऐसा ही वीडियो बीजेपी के ऑफ़िशियल यूट्यूब चैनल पर 8 साल पहले 9 मई 2016 को अपलोड मिला।
इसमें 43 सेकेंड पर केंद्रीय मंत्री अमित शाह को वही वाक्य कहते सुना जा सकता है।
दर असल BJP नेता अमित शाह ने पूर्व केंद्रीय मंत्री अरुण जेटली के साथ प्रधानमंत्री मोदी की डिग्रियों पर उठाए गए सवालों को लेकर एक प्रेस कॉन्फ़्रेंस की थी। इसमें वह कह रहे हैं कि-‘यह बहुत दुर्भाग्यपूर्ण है कि आज प्रधानमंत्री जी की शैक्षणिक पात्रता के लिए इस प्रकार की प्रेसवार्ता करनी पड़ रही है। कुछ दिनों से श्री अरविंद केजरीवाल ने सोशल मीडिया, मीडिया में और सूचना आयुक्त और प्रधानमंत्री जी को पत्र लिखकर बार बार एक झूठ को सच साबित करने का प्रयास किया। और पूरे देश के जनमानस में एक भ्रांति फैलाने का प्रयास किया कि प्रधानमंत्री जी की जो डिग्रियां हैं, वह फ़र्ज़ी हैं, सच नहीं हैं जबकि, वास्तविकता इससे कोसों दूर है।’
आगे इस प्रेस कॉन्फ़्रेंस में अमित शाह को PM मोदी की दिल्ली विश्वविद्यालय से बीए और गुजरात विश्वविद्यालय से एमए की डिग्रयों को सार्वजनिक करते हुए देखा जा सकता है।
निष्कर्ष:
DFRAC के इस Fact Check से स्पष्ट है कि गृहमंत्री अमित शाह का वायरल वीडियो आधा-अधूरा है, क्योंकि उन्होंने तो 9 मई 2016 को PM मोदी की डिग्रियों को सार्वजनिक करने के लिए प्रेस कॉन्फ़्रेंस की थी ना कि PM मोदी की डिग्रियों का इनकार करने के लिए। इसलिए सोशल मीडिया यूज़र्स का दावा भ्रामक है।