आम आदमी पार्टी की नेता और दिल्ली सरकार में मंत्री आतिशी मार्लेना का एक वीडियो सोशल मीडिया पर शेयर किया जा रहा है, जिसमें वह कह रही हैं कि- हमारे एक जानकार हैं उनसे बात हो रही थी तो उन्होंने कहा कि हमारे यहां का प्रत्याशी है वो गुंडा है। तो मैंने कहा कि आंख बंद करके अभी उस प्रत्याशी को वोट डाल आओ, क्योंकि ये एक ऐसा इलेक्शन है, जहां बीजेपी को हराना जरूरी है।
वीडियो को शेयर करने वाले यूज़र्स ने इसे कैप्शन दिया है,‘अगर गुंडे को वोट देना पड़े तो गुंडे को दे देना क्योंकि मोदी को हराना है- आतिशी मारलेना। और यह आये थे राजनीति बदलने।’
फ़ैक्ट-चेक
वायरल वीडियो को ध्यानपूर्वक देखने पर DFRAC टीम ने पाया कि वायरल वीडियो में ‘Okhla Times’ का वाटर मार्क आ रहा है।
फिर टीम ने की-वर्ड ‘ओखला टाइम्स’ की मदद से सर्च किया। हमने यही वीडियो यूट्यूब (@theokhlatimes) पर वीडियो पांच साल पहले 19 अप्रैल 2019 को अपलोड पाया, जिसमें बताया गया था कि आतिशी, जो 2019 के इलेक्शन के लिए पूर्वी दिल्ली से लोकसभा उम्मीदवार थीं, तिकोना पार्क में बोल रही थीं।
AAP नेता, लोगों से कह रही थीं कि- हम सब की ये ज़िम्मेदारी बनती है कि हमें वहां पर वोट ऐसे कैंडिडेट ऐसी पार्टी को डालना है जो वहां पर बीजेपी को हरा सकती है। लेकिन हमें ये भी पता है सबको कि ये एक फैक्ट है कि पूरे देशभर में कोई ऐसी सिंगल पार्टी नहीं है जो बीजेपी को हरा सकती है। अलग अलग स्टेट्स में अलग अलग पार्टियां हैं जो बीजेपी को हराने का माद्दा रखती हैं। जैसे उदाहरण के तौर पर यूपी में बीजेपी को सपा-बसपा का गठबंधन हरा सकती है और कोई नहीं हरा सकता है।
आतिशी ने आगे कहा कि- ऐसे में अगर हम यूपी के वोटर्स हैं तो हमें क्या करना चाहिए था, तो हमें अपना वोट सपा-बसपा के गठबंधन को देना चाहिए, चाहे उनका कैसा भी कैंडिडेट हो। हमारे एक जानकार हैं उनसे बात हो रही थी तो उन्होंने कहा कि हमारे यहां का प्रत्याशी है वो गुंडा है। तो मैंने कहा कि आंख बंद करके अभी उस प्रत्याशी को वोट डाल आओ, क्योंकि ये एक ऐसा इलेक्शन है, जहां बीजेपी को हराना जरूरी है।
ग़ौरतलब है कि 2024 के लोकसभा चुनाव में सपा-बसपा का गठबंधन नहीं हुआ है।
निष्कर्ष:
DFRAC के इस फै़क्ट-चेक से स्पष्ट है कि AAP की नेता और दिल्ली सरकार में मंत्री आतिशी का वायरल वीडियो 2019 के आम चुनाव का है, जिसे हालिया 2024 के चुनाव से जोड़कर शेयर किया जा रहा है। इसलिए सोशल मीडिया यूज़र्स का दावा भ्रामक है।