सोशल मीडिया पर एक वीडियो में देखा जा सकता है कि नाज़ुक हालत में इलाज के लिए एक व्यक्ति को स्ट्रेचर से ले जा रहे हैं। यूज़र लिख रहे हैं कि-गोहत्या के शक में एक मुस्लिम पर ज़ुल्म करते हुए उसके प्राइवेट पार्ट में छड़ी डाल दी, बिजली के झटके दिए। भारत में पुलिस की बर्बरता आम है।
एक्स पर वीडियो पोस्ट कर काशिफ़ अरसलान नामक यूज़र ने उत्तर प्रदेश पुलिस से मांग की कि- वह सभी आरोपि पुलिस वालों को तत्काल ससपेंड करे, या फिर खुल कर आधिकारिक बयान जारी करे कि हम केवल एक समुदाय विशेष को ही सुरक्षा प्रदान करेंगे।
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वहीं, अन्य सोशल मीडिया यूज़र्स ने भी वीडियो को इसी तरह के मिलते-जुलते दावे के साथ शेयर किया है।
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फ़ैक्ट-चेक:
DFRAC टीम ने वीडियो के कुछ की-फ़्रेम रिवर्स सर्च किया तो टीम को कुछ मीडिया रिपोर्ट्स मिलीं, जिनके अनुसार- वीडियो UP के ज़िला बदायूँ के ककराला का है। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार- पीड़ित आरोपी रेहान के परिजनों ने आरोप लगाया था कि पुलिस चौकी के अंदर उसके साथ बर्बरता पूर्ण मारपीट की गई थी।
मीडिया रिपोर्ट्स में बताया गया है कि- तत्कालीन पुलिस चौकी प्रभारी, चार पुलिसकर्मियों और दो अज्ञात सहित सात लोगों के खिलाफ जांच के बाद SSP ओपी सिंह के निर्देश पर शुक्रवार को FIR दर्ज की गई थी।
निष्कर्ष:
DFRAC के इस फ़ैक्ट-चेक से स्पष्ट है कि UP पुलिस की मुस्लिम व्यक्ति से बर्बरतापूर्ण व्यवहार का वायरल वीडियो पुराना है। यह घटना 2022 की है। इसलिए सोशल मीडिया यूज़र्स का दावा भ्रामक है।