“भारत में अब हिन्दू अल्पसंख्यक हैं। उन्हें मंदिरों में दर्शन करने के लिए नेपाल जाना पड़ता है, क्योंकि देश के सभी मंदिरों को मस्जिद बना दिया गया है। स्कूलों का यूनिफॉर्म अब कुर्ता, पजामा और जालीदार टोपी है। सरकारी ऑफिस में अब राष्ट्रगान की जगह अजान पढ़ी जाती है।” ये पढ़कर घबराइए मत। यह टेलीग्राम चैनल पर प्रसारित एक संदेश है। जिसे कई ग्रुपों में शेयर किया जा रहा है। ऐसे ही कई रेडीमेड और कॉपी-पेस्ट वाले सांप्रदायिक कंटेंट की टेलीग्राम पर भरमार ह। यहां कई टेलीग्राम चैनल हैं, जो भारत की मुस्लिम आबादी को टारगेट करते हुए दुष्प्रचार फैला रहे हैं। इन चैनलों के माध्यम से एक विशिष्ट प्रकार के “षडयंत्र सिद्धांत (Conspiracy Theory) ” को बढ़ावा दिया जा रहा है। ये चैनल मुस्लिमों की छवि को क्रूर और हिंसक दिखाने के लिए झूठी और भ्रामक सूचनाएं फैलाते हैं। DFRAC की टीम ने अपनी जांच के दौरान ऐसे 7 टेलीग्राम चैनलों की पहचान की है, जो मुस्लिम के प्रति दुर्भावना वाले मैसेज, फोटो और वीडियो पोस्ट करते हैं। इस रिपोर्ट में हम निम्न बिंदुओं को कवर कर रहे हैं।
- मुस्लिम के खिलाफ नफरत फैलाने वाले टेलीग्राम चैनल
- टेलीग्राम चैनलों पर हेट और सांप्रदायिक कंटेंट
- षडयंत्र का सिद्धांत (Conspiracy Theory) और मुस्लिमों के प्रति नफरत
- मुस्लिमों को लेकर फेक और भ्रामक न्यूज
विश्लेषण की प्रणालीः
इस रिपोर्ट के लिए 7 टेलीग्राम चैनलों के कंटेंट का एनालिसिस किया गया है। इन चैनलों में षडयंत्र का सिद्धांत और मुस्लिमों के लिए अपमानजनक शब्दों, जैसे- कटुवा (कटुआ), मुल्ला, जिहादी और लव जिहाद आदि का इस्तेमाल किया गया था। हमने इस रिपोर्ट में इन शब्दों के प्रयोग करने के संदर्भों की जांच की है और इस्तेमाल करने की संख्या भी प्रदान की है।
- मुस्लिम के खिलाफ नफरत फैलाने वाले टेलीग्राम चैनलः
कुछ विशेष समूहों के लिए टेलीग्राम नफरत फैलाने का माध्यम बन रहा है। ऐसा इसलिए है, क्योंकि टेलीग्राम सोशल मीडिया पर एक सशक्त और व्यापक माध्यम है। “स्टेटिस्टा” की 2022 की रिपोर्ट के अनुसार पूरी दुनिया सबसे ज्यादा टेलीग्राम यूजर भारत में हैं। भारत में करीब 104 मिलियन टेलीग्राम के एप्लीकेशन डाउनलोड किए गए थे। टेलीग्राम की लोगों तक पहुंच बहुत व्यापक है। इसलिए यहां सूचनाओं के प्रसार की भी व्यापकता है। इसके अलावा टेलीग्राम चैनल पर वीडियो या ऑडियो फाइल भेजने की अधिकतम सीमा 2 जीबी है, इसके मुकाबले व्हाट्स एप पर सिर्फ 16 एमबी की ही फाइल भेज सकते हैं।
इस रिपोर्ट में हमने टेलीग्राम पर एक्टिव 7 चैनलों पर पोस्ट किए जाने वाले न्यूज सामग्री का कंटेंट एनालिसिस किया है। इन चैनलों में मेघ अपडेट्स (51,670 सब्सक्राइबर्स), हिन्दू राष्ट्र (11,501 सब्सक्राइबर्स), Hindu Secrets (7206 सब्सक्राइबर्स), राष्ट्रीय बजरंग दल (6,341 सब्सक्राइबर्स), Hindustani Beast (5164 सब्सक्राइबर्स), हिन्दुत्व हुंकार (3,776 सब्सक्राइबर्स) और प्राचीन अखंड भारत (2,366 सब्सक्राइबर्स) शामिल हैं।
टेलीग्राम चैनलों का प्रभावः
इस रिपोर्ट में शामिल टेलीग्राम चैनलों का व्यापक प्रभाव है। इन चैनलों में निरंतर मैसेज, फोटो, वीडियो, ऑडियो और लिंक शेयर किये जाते हैं। इनकी व्यापकता का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि इन सभी चैनलों में अब तक कुल 70,000 से ज्यादा फोटो और 30,000 से ज्यादा वीडियो शेयर किए जा चुके हैं। यहां दिए ग्राफ में इन 7 टेलीग्राम चैनलों में पोस्ट किए गए वीडियो और फोटो की संख्या को देखा जा सकता है।
टेलीग्राम चैनलों का ग्रोथः
हमारी पड़ताल में पता चला कि इन चैनलों की ग्रोथ रेट कभी धीमी, तो कभी तेज गति से होती रही है। कुछ चैनल ऐसे हैं जिनके सब्सक्राइबर्स की संख्या में तेजी से उछाल देखने को मिला है। अक्टूबर महीने से मेघ अपडेट्स नामक चैनल के सब्सक्राइबर्स की ग्रोथ तेजी से बढ़नी शुरू हो गई है। नीचे दिए ग्राफ में 5 अक्टूबर से सब्सक्राइबर्स की ग्रोथ को बढ़ते हुए देखा जा सकता है। जिसके बाद सब्सक्राइबर्स की संख्या 48,260 से 51,791 तक पहुंच गई। वहीं “हिन्दू राष्ट्र” नामक चैनल पर यूजर्स काफी सक्रिय रहते हैं। इस चैनल से लोग लगातार जुड़ते जा रहे हैं। हमारे डाटा विश्लेषण सामने आया है कि 2 जुलाई 2022 से इस चैनल से जुड़ने वाले लोगों की संख्या में वृद्धि हुई है।
- टेलीग्राम चैनलों पर हेट और सांप्रदायिक कंटेंटः
जैसा पहले ही स्पष्ट किया जा चुका है कि इन टेलीग्राम चैनलों में मुस्लिमों के लिए कटुवा (कटुआ), मुल्ला, जिहादी और लव जिहाद जैसे शब्द इस्तेमाल किए जाते रहे हैं। इसलिए DFRAC के डाटा विश्लेषण में सामने आया है कि सबसे ज्यादा जिहादी शब्द का इस्तेमाल किया गया है, जिसकी संख्या 5834 है। इसके बाद लव जिहाद 2212, मुल्ला 1868 और कटुआ शब्द का 62 बार इस्तेमाल किया गया है।
- षड़यंत्र का सिद्धांत (Conspiracy Theory) और मुस्लिम के प्रति नफरतः
इन टेलीग्राम चैनलों में बड़े पैमाने पर हेट कंटेंट को शेयर किया जाता रहा है। इस हेट को बढ़ाने के लिए षड़यंत्र का सिद्धांत (Conspiracy Theory) का सहारा लिया जाता है। हमारी जांच में कुछ संदेश ऐसे मिले, जो एक ग्रुप से दूसरे ग्रुप में शेयर किए जाते रहते हैं। इन कॉन्स्पीरेसी थियरी वाले में संदेशों में भारत के इस्लामीकरण होने का खतरा, गजवा-ए-हिन्द, मुस्लिमों की बढ़ती जनसंख्या और प्रभुत्व, हिन्दू का खतरे में होना, हिन्दूओं की जनसंख्या लगातार कम होना, लव जिहाद की साजिश और मंदिरों पर मंडराते खतरे का झूठा प्रचार किया जाता है।
Hindu_Secrets टेलीग्राम चैनल पर पोस्ट एक संदेश में गृहयुद्ध को निश्चित बताते हुए उसकी तैयारियों को लेकर हिन्दू समुदाय से हथियार रखने और आक्रामक रवैया अपनाने की बात कही गई है। नीचे दिए स्क्रीन शॉट में उस मैसेज को देखा जा सकता है।
‘हिन्दू राष्ट्र’ चैनल पर भेजे गए एक संदेश में 2035 के भारत के काल्पनिक दृश्य का वर्णन किया गया है। जिसमें मुसलमानों की जनसंख्या 50 फीसदी होना दिखाया गया है। जिसके बाद देश की सत्ता पर बीएसपी की मदद से MIM की सरकार बनना और असदुद्दीन ओवैसी के प्रधानमंत्री बनने की काल्पनिक कथा का विवरण दिया गया है। इस संदेश इस बात को तरजीह दी गई है कि ओवैसी ने पीएम पद की शपथ लेते ही भारत को मुस्लिम राष्ट्र घोषित कर दिया है और सभी जगह पर मंदिरों को तोड़कर मस्जिद बनाए जा रहे हैं।
हेट कंटेंट का कॉपी-पेस्ट पैटर्नः
इन हेट कंटेंट का कॉपी-पेस्टर्न भी है, जो एक टेलीग्राम चैनल से दूसरे टेलीग्राम चैनल पर शेयर किया जाता रहा है। जैसे कॉन्स्पीरेसी थियरी के आधार पर एक संदेश में हिजरत के अर्थों की काल्पनिक धारणा बनाई जा रही है और यह प्रचारित किया जा रहा है कि हिजरत से ही मुस्लिम समुदाय के लोग दूसरे देशों पर कब्जा करते आ रहे हैं।
यहां पर टेलीग्राम चैनलों पर प्रसारित होने वाले हेट कंटेंट का एक कोलाज दिया जा रहा है, जिसमें कई नफरती, भड़काऊ और आपत्तिजनक संदेश शेयर किये गए हैं।
- मुस्लिमों को लेकर फेक और भ्रामक न्यूज
इन टेलीग्राम चैनलों में मुस्लिमों को लेकर फेक और भ्रामक सूचनाएं भी शेयर की जाती रही हैं। यहां हम कुछ फेक और भ्रामक सूचनाओं का फैक्ट चेक दे रहे हैं।
फेक न्यूज-1-
एक महिला डॉक्टर के इंटरव्यू का छोटा सा अंश शेयर किया गया है। इस वीडियो को शेयर कर दावा किया गया है कि डॉ. हरसिंदर कौर ने पंजाब में मुसलमानों और उनकी बढ़ती जनसंख्या की साजिश के बारे में बात किया है। वीडियो में डॉ. हरसिंदर कौर को पंजाबी भाषा में इंटरव्यू देते हुए देखा जा सकता है।
फैक्ट चेकः
DFRAC की टीम ने इस वीडियो का पहले भी फैक्ट चेक किया है। हमारे फैक्ट चेक के अनुसार डॉ. हरसिंदर कौर ने किसी मुस्लिम शख्स की नहीं, बल्कि एक प्रवासी शख्स का जिक्र किया था। डॉ. कौर इस पूरे इंटरव्यू में पंजाब की तमाम स्वास्थ्य समस्याओं पर बात कर रही हैं।
फेक न्यूज-2-
एक वीडियो शेयर कर दावा किया है कि गुजरात के लाल दरवाजा में भद्रकाली मंदिर के पास एक साधु सिर्फ भारत माता की जय के नारे लगा रहा था। भारत माता की जय से नफरत में मुसलमानों ने इतना मारा कि साधु को हॉस्पिटल भर्ती करना पड़ा।
फैक्ट चेकः
DFRAC की टीम ने वीडियो का फैक्ट चेक किया है। हमारी जांच में सामने आया है कि यह वीडियो साल 2019 में राजस्थान के भीलवाड़ा में घटित घटना का है। इस घटना में कोई भी सांप्रदायिक एंगल नहीं है। इसलिए ये दावा भ्रामक है।
#Claim: Old video of Rajasthan’s Bhilwara, resurfaces with misleading claim stating Man thrashed by Locals for reciting ‘Bharat Mata Ki Jai’.#Misleading #Rajasthan #Bhilwara #Fakenews pic.twitter.com/uTrSNItrVx
— DFRAC (@DFRAC_org) October 17, 2023
फेक न्यूज-3-
टेलीग्राम चैनल पर शेयर किए गए एक वीडियो में देखा जा सकता है कि एक बुजुर्ग साधु के साथ एक शख्स बुरा व्यवहार कर रहा है। उस युवक ने बुजुर्ग साधु के साथ पहले गाली-गलौज करते हुए मारपीट किया, फिर उनकी जटाएं और दाढ़ी भी काट दी। दावा है कि घटना को अंजाम देने वाला शख्स मुस्लिम है। उसने सिर्फ इस बात पर दाढ़ी और जटाएं काट दी, क्योंकि साधु मुस्लिम इलाके से गुजर रहा था।
फैक्ट चेकः
DFRAC की टीम इस वीडियो का वर्ष 2022 में फैक्ट चेक कर चुकी है। इस फैक्ट चेक में खंडवा पुलिस अधीक्षक विवेक सिंह का बयान प्रकाशित किया गया है, जिसके अनुसार साधु बाजार में भिक्षा मांग कर अपना जीवन यापन करता है। वहीं आरोपी प्रवीण गौर होटल संचालक है। किसी बात को लेकर होटल संचालक और साधु में बहस हो गई जिसके बाद होटल संचालक में उसे सरे बाजार पीटा और सैलून की दुकान में ले जाकर उसकी जटा काट दी। इसलिए यह दावा भ्रामक है।
फेक न्यूज-4-
टेलीग्राम पर शेयर एक वीडियो में दावा किया गया है कि गुजरात में रक्षाबंधन पर मुस्लिम जिहादी ने हिन्दू लड़की के साथ छेड़खानी की कोशिश की, जिसके बाद पुलिस ने मौके पर ही उनकी पिटाई कर दी।
फैक्ट चेकः
DFRAC की टीम ने वायरल वीडियो का फैक्ट चेक किया है। हमारी जांच में कई मीडिया रिपोर्ट्स मिलीं। जिसके अनुसार यह घटना हाल फिलहाल का नहीं बल्कि वर्ष 2015 का है। इसलिए यह दावा भ्रामक है।
फेक न्यूज-5-
टेलीग्राम पर एक मैसेज में यह दावा किया गया कि बॉलीवुड अभिनेता सनी देओल कि फिल्म गदर-2 को बैन करवाने के लिए मुस्लिम एडवोकेट आदिल अहमद ने सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर की है। याचिका में कहा गया है कि यह फिल्म मुस्लिमों की भावनाओं को आहत करने के लिए बनाई गई है, इसको रिलीज होने से रोका जाए।
फैक्ट चेकः
इस दावे का फैक्ट चेक करने के लिए हमने गूगल पर कुछ कीवर्ड सर्च किया। हमने यह जानने का प्रयास किया कि क्या वाकई सुप्रीम कोर्ट में फिल्म गदर-2 को बैन करने के लिए याचिका दायर की गई थी? इस संदर्भ में हमें ऐसी कोई न्यूज मेनस्ट्रीम मीडिया द्वारा प्रकाशित नहीं मिली। अगर फिल्म गदर-2 को बैन करने की मांग करते हुए सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर की जाती, तो यह खबर राष्ट्रीय स्तर पर जरूर प्रकाशित की गई होती। इसलिए यह दावा भ्रामक है।
निष्कर्षः
भारतीय मुस्लिमों के संदर्भ में एक कॉन्स्पीरेसी थियरी यह बनाई जाती रही है कि मुस्लिमों की जनसंख्या तेजी से बढ़ रही है और जल्द ही भारत में मुस्लिमों की जनसंख्या इतनी हो जाएगी वह सरकार बना लेंगे और हिन्दुओं पर अत्याचार करना शुरु कर देंगे। जबकि इसका कोई आधार नहीं है। आंकड़ें देखें तो 1951 की जनगणना में देश की कुल आबादी 36 करोड़ थी, जिसमें हिंदुओं की जनसंख्या 30 करोड़ थी, जबकि मुस्लिमों की आबादी 3.5 करोड़ थी। वहीं 2011 की जनगणना के मुताबिक भारत में हिन्दूओं की आबादी 30 करोड़ से बढ़कर 96.6 करोड़ हो गई है, जबकि मुसलमानों की आबादी 3.5 करोड़ से बढ़कर 17.2 करोड़ हो गई है। यानी देश में हिन्दू 79.8% हैं, जबकि मुस्लिम सिर्फ 14.2% ही हैं। फिर भी मुस्लिम की जनसंख्या का डर दिखाया जाता रहा है। इस डर के प्रसार के लिए सोशल मीडिया चैनल प्रभावी टूल्स के तौर पर इस्तेमाल किए जाते हैं। इसलिए सोशल मीडिया पर हेट कंटेंट के प्रभाव को रोकने की जरूरत है, जिससे समुदायों के बीच नफरत के प्रसार को रोका जा सके।