ट्विटर पर नेशन गजट नामक ट्विटर अकाउंट ने भारत पर जानबूझ कर UNMOGIP वाहन पर गोली चलाने का आरोप लगाया। उसने अपने ट्वीट में लिखा, “अंतर्राष्ट्रीय कानून का पूर्ण उल्लंघन, भारत ने यूएनएमओजीआईपी वाहन पर एलओसी पर जानबूझकर गोलीबारी की।” संयुक्त राष्ट्र के स्पष्ट चिह्नों और नीले संयुक्त राष्ट्र ध्वज के लहराने के बावजूद, यह स्वीकार्य राज्य व्यवहार और अंतर्राष्ट्रीय कानून और संयुक्त राष्ट्र के सम्मान के सभी अंतरराष्ट्रीय मानदंडों के प्रति भारत की पूर्ण उपेक्षा को दर्शाता है।”
Source: Twitter
इससे पहले पाकिस्तान के पूर्व प्रधान मंत्री इमरान खान ने भी ऐसा ही ट्वीट किया। जिसमे उन्होने लिखा कि “अंतर्राष्ट्रीय कानून के पूर्ण उल्लंघन में, संयुक्त राष्ट्र के स्पष्ट चिह्नों और नीले संयुक्त राष्ट्र ध्वज के बावजूद एलओसी पर यूएनएमओजीआईपी वाहन पर भारत की जानबूझकर गोलीबारी, स्वीकार्य राज्य व्यवहार के सभी अंतरराष्ट्रीय मानदंडों और अंतरराष्ट्रीय कानून और संयुक्त राष्ट्र के सम्मान के लिए भारत की कुल उपेक्षा को दर्शाती है। पाक इस दुष्ट व्यवहार की कड़ी निंदा करता है।”
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सिर्फ इमरान खान के अकाउंट से ही नहीं बल्कि पीटीआई के आधिकारिक अकाउंट (@PTIofficial) और पाक पीएमओ (@PakPMO) से भी भारत पर निशाना साधते हुए इस तरह के कई ट्वीट किए गए।
फैक्ट चेक:
ट्वीट में किये गए दावे की जांच के लिए DFRAC टीम ने इस घटना से जुड़ी सभी खबरों को जांचा। इस दौरान हमें इंडिया टुडे की एक रिपोर्ट मिली। रिपोर्ट में पाकिस्तान के इस दावे का खंडन किया गया है।
रिपोर्ट में संयुक्त राष्ट्र महासचिव के उप प्रवक्ता फरहान अजीज हक के हवाले से कहा गया कि “भारत और पाकिस्तान में संयुक्त राष्ट्र सैन्य पर्यवेक्षक समूह ने हमें सूचित किया कि 18 दिसंबर को, संयुक्त राष्ट्र सैन्य पर्यवेक्षकों को ले जा रहा एक यूएनएमओजीआईपी वाहन जम्मू-कश्मीर में नियंत्रण रेखा (एलओसी) पर रावलकोट के पास नियमित निगरानी गतिविधियों का संचालन करते समय एक अज्ञात वस्तु से प्रभावित हुआ था, जो युद्धविराम उल्लंघनों पर नज़र रखने और रिपोर्ट करने के अपने आदेश के हिस्से के रूप में था। उन्होंने आगे कहा, “यूएनएमओजीआईपी कर्मियों और ड्राइवर को कोई नुकसान नहीं पहुंचा लेकिन वाहन को कुछ नुकसान हुआ है। मिशन फिलहाल घटना की जांच कर रहा है।”
वहीं एएनआई और हिंदुस्तान टाइम्स की रिपोर्ट में भी पाकिस्तान के दावे के निराधार होने की पुष्टि होती है। रिपोर्ट में संयुक्त राष्ट्र के उप प्रवक्ता के हवाले से वाहन के किसी अज्ञात वस्तु से प्रभावित होने की बात कही गई है।
निष्कर्ष
नेशन गज़ट, पूर्व पाकिस्तानी पीएम इमरान खान का ये दावा फेक पाया गया। क्योंकि भारत की तरफ से कोई फायरिंग नहीं की गई थी।