सोशल मीडिया पर एक वीडियो बड़ा वायरल हो रहा है। जिसमे एक भीड़ को बीच सड़क पर कुछ लोगों के साथ मारपीट करते हुए देखा जा सकता है। वायरल वीडियो में पश्चिम बंगाल में बीजेपी के नेता दिलीप घोष को भी दिखाई दे रहे है।
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योगीआदित्यनाथफैन(डिजिटल योद्धा)गोडसे का भक्त नामक वेरिफाइड ट्विटर अकाउंट से इस वीडियो को शेयर कर लिखा गया कि देख लो भारत के पश्चिम बंगाल में हिन्दुओ की स्थिति । वहाँ के रोहिंग्या अपनी बस्ती में वो किसी हिन्दू को फटकने भी नही देते हैं। अगर हम चुनाव के समय ऐसे ही सोते रहे तो यह स्थिति सम्पूर्ण भारत की होने वाली है। सभी हिंदुओं से मेरा निवेदन है कि अपना और अपने बच्चों का,, भविष्य इस वीडियो में देख सकते हो। यह वीडियो देखकर मन मे पीड़ा हुई हो तो अपनी आँखों से काला चश्मा उतारो और धर्महित तथा देशहित में मतदान करो।वर्तमान में एक दमदार नेता दिलीप घोष के साथ ये रोहंगिया मुसलमान के लड़कों ने किस प्रकार बीजेपी कार्यकर्ताओं के साथ उछल उछल कर लात व घूसों से मारपीट की ये आपके सामने प्रत्यक्ष प्रमाण है। कीड़े पड़ेंगे इन कांग्रेसियों के जिन्होंने इन रोहिंगियाओ को वोट बैंक के लिए शरण दी 😡😡
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वहीं टाईगर एनएस नामक एक अन्य ट्विटर यूजर ने इस वीडियो को रीट्वीट करते हुए लिखा कि यदि केंद्र सरकार ने जनसंख्या जिहाद, #लैंड_जिहाद घुसपैठ जिहाद, #DemographicJihad के खिलाफ कोई शख्त कदम नहीं उठाया तो सभी राज्यों में यही हाल होने वाला है
@BJP4India का. हिंदुओं का तो हो ही रहा है jago @AmitShah @narendramodi @ianuragthakur @myogiadityanath
फैक्ट चेक:
वायरल वीडियो की सत्यता की जांच के लिए DFRAC ने गूगल पर कुछ कीवर्ड सर्च किए। इस दौरान हमें एबीपी न्यूज़ और हिंदुस्तान टाइम्स की रिपोर्ट मिली। रिपोर्ट में बताया गया कि ये घटना अक्टूबर 2017 की दार्जिलिंग की है।
रिपोर्ट के अनुसार, गोरखा जनमुक्ति मोर्चा (जीजेएम) के बेनॉय तमांग गुट के लोगों ने घोष और भाजपा कार्यकर्ताओं के साथ मारपीट की थी। उन्हें एक सार्वजनिक बैठक रद्द करने के लिए मजबूर किया था। इस दौरान आंदोलनकारियों को “लॉन्ग लाईव बेनॉय तमांग” और “भाजपा वापस जाओ” के नारे लगाते हुए सुना गया।
निष्कर्ष:
DFRAC के फैक्ट चेक से स्पष्ट है कि वायरल वीडियो भ्रामक है। क्योंकि वीडियो का ‘रोहिंग्या’ मुस्लिमों से कोई सबंध नहीं है।