इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) में रविवार को कोलकाता नाइट राईडर्स (KKR) ने रोमांचक मुकाबले में गुजरात टाइटन्स को हरा दिया। मैच के हीरो रिंकू सिंह ने आखिरी ओवर में लगातार 5 छक्के जड़कर केकेआर को ऐतिहासिक जीत दिलाई। इस शानदार पारी के बाद ट्विटर पर हैशटैग #RinkuSingh ट्रेंड कर रहा है।
इस ऐतिहासिक पारी के बाद रिंकू सिंह को सोशल मीडिया पर कई लोगों का प्यार और सराहना मिल रही है, लेकिन कुछ ऐसे यूजर्स भी हैं जो रिंकू सिंह को लेकर नफरत फैलाते पाए गए। अली सोहराब नामक यूजर ने ट्विट करते हुए भविष्य में रिंकू सिंह के इस्लामोफोबिक होने और इस्लाम के विरूद्ध पोस्ट करने का दावा किया। सोहराब ने लिखा कि मुसलमानों द्वारा रिंकू सिंह का कैरियर बनाने में मदद की गई थी लेकिन कुछ दिन बाद रिंकू इस्लाम और मुसलमानों के खिलाफ ट्वीट करता मिलेगा।
अली सोहराब ने ट्विट किया- “रिंकू सिंह के पास जब बैट खरीदने के पैसे नहीं थे तो क्रिकेट किट दिलाई मोहम्मद ज़ीशान ने. कोचिंग के पैसे नहीं थे तो फ्री में कोचिंग दी मसूद अमीन ने. मौका दिया KKR(शाहरुख़ ख़ान) ने. स्क्रीनशॉट रख लीजिए, कुछ वर्षों बाद रिंकू इस्लाम व मुसलमानों के विरुद्ध ट्वीट करता हुआ मिलेगा!”
फैक्ट चेकः
रिंकू सिंह के बारे में अली सोहराब के दावों की DFRAC की टीम ने एक-एक कर पड़ताल की, जो निम्नलिखित है।
दावा नंबर-एक-
रिकू सिंह के पास बैट खरीदने के पैसे नहीं थे, मोहम्मद जीशान ने उन्हें क्रिकेट किट दिलवाई, जबकि मसूद अमीन ने उन्हें मुफ्त कोचिंग दी
फैक्टः रिंकू सिंह द्वारा दिए गए किसी भी इंटरव्यू में मोहम्मद जीशान और मसूद अमीन की मदद का जिक्र नहीं किया है। इसके अलावा उन्होंने कहीं भी फ्री किट या मुफ्त कोचिंग दिए जाने का भी जिक्र नहीं किया है।
source : youtube
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दावा नंबर-दो-
रिकू सिंह को आईपीएल में खेलने का मौका केकेआर (शाहरूख खान) ने दिया।
फैक्ट- रिंकू सिंह को सबसे पहला मौका किंग्स इलेवन पंजाब ने दिया था, जब टीम ने उन्हें 10 लाख रुपये में खरीदा था। जब हमने किंग्स इलेवन पंजाब (Kings XI Punjab) की वर्ष 2017 में आईपीएल खिलाड़ियों की सूची देखी, तो हमें उस पर रिंकू सिंह का नाम मिला।
साथ ही इंडियन एक्सप्रेस (Indian Express) की रिपोर्ट के मुताबिक, उन्हें सबसे पहले 2022 में किंग्स इलेवन पंजाब ने चुना और फिर मुंबई इंडियंस ने ट्रायल के लिए बुलाया था।
निष्कर्ष:
DFRAC के फैक्ट चेक में टीम ने पाया कि अली सोहराब द्वारा रिंकू सिंह पर किए गए दावे भ्रामक और निराधार हैं। अली सोहराब लगातार भ्रामक, भड़काऊ और नफरती पोस्ट करते रहते हैं। अली सोहराब पर DFRAC ने कई विस्तृत रिपोर्ट्स की हैं, जिसे नीचे दिए लिंक पर क्लिक करके पढ़ा जा सकता है।
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