सोशल मीडिया पर एक वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है। इस वीडियो में देखा जा सकता है कि बुलडोजर से एक मंदिर को गिराया जा रहा है, वहीं आस-पास खड़ी महिलाएं और श्रद्धालु मंदिर ढहाए जाने से रो रही हैं। इस वीडियो को शेयर करने वाले यूजर्स दावा कर रहे हैं कि तमिलनाडु की डीएमके सरकार द्वारा एक और मंदिर को गिरा दिया गया।
इस वीडियो को शेयर करते हुए एक यूजर ने लिखा- “तामिलनाडु में कोयम्बतूर के कालापट्टी में DMK सरकार द्वारा एक और मंदिर तोड़ दिया गया है। “मंदिरों का राज्य” कहलाने वाले TN के CM ने, जो कि खुद ईसाई हैं, राज्य के ऐसे कई बड़े और पुराने मंदिर ध्वस्त कर दिए हैं। औरतें रो रही है. रोने से अधिक करने के लिए कुछ नहीं है इनके पास। देखिए।”
वहीं इस वीडियो को कई अन्य यूजर्स द्वारा भी शेयर किया गया है।
तमिलनाडु: कालापट्टी, कोयंबटूर में डीएमके सरकार द्वारा ध्वस्त एक और हिंदू (शिव) मंदिर। pic.twitter.com/b4fQC35Ryj
— Dr Alpna Kulshreshtha (@DrAlpnaKulshre1) August 4, 2022
https://twitter.com/TheVipin_/status/1555530855941935106/
फैक्ट चेकः
वायरल हो रहे वीडियो की सत्यता की जांच के लिए हमने गूगल पर कुछ कीवर्ड्स सर्च किया। हमें अंग्रेजी अखबार ‘द हिन्दू’ के वेबसाइट पर प्रकाशित एक रिपोर्ट मिली। इस रिपोर्ट में बताया गया कि मंदिर को मद्रास हाईकोर्ट के आदेश के बाद तोड़ा गया है। इस रिपोर्ट में यह भी बताया गया है कि अवैध कब्जे की वजह से वहां 50 फीट चौड़ी वीरियामपलयम सड़क बाधित हो रही थी, जिसके बाद एक स्थानीय नागरिक की शिकायत के आधार पर मद्रास हाई कोर्ट ने अवैध कब्जे को हटाने का आदेश दिया था।
वहीं जब हमने तमिलनाडु के सीएम एमके स्टालिन के धर्म को जानने के बारे में गूगल सर्च किया तो फैक्ट सामने आया कि स्टालिन खुद को नास्तिक मानते हैं।
निष्कर्षः
हमारे फैक्ट चेक से सामने आ रहा है कि मंदिर को हाई कोर्ट के फैसले के बाद गिराया गया है। अधिकारियों का कहना था कि वह हाई कोर्ट के आदेश पर कार्रवाई कर रहे हैं। इसलिए सोशल मीडिया यूजर्स द्वारा किया जा रहा दावा भ्रामक है।
दावा- तमिलनाडु के ईसाई सीएम स्टालिन ने गिरवाया शिव मंदिर
दावाकर्ता- सोशल मीडिया यूजर्स
फैक्ट चेक- भ्रामक