प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का 11 सेकेंड का एक वीडियो सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रहा है। इस वीडियो में देखा जा सकता है कि पीएम मोदी संस्कृत का एक श्लोक पढ़ रहे हैं। सोशल मीडिया यूजर्स इस वीडियो को शेयर कर पीएम मोदी की आलोचना करते हुए मजाक उड़ा रहे हैं। कई यूजर्स का दावा है कि पीएम मोदी ने अश्लील शब्द कहे हैं।
इस वीडियो को कई वेरीफाइड यूजर द्वारा शेयर किया गया है। वहीं सोशल मीडिया #अश्लील_Narendra से हैशटैग चलाया जा रहा है। रिपोर्ट लिखे जाने तक इस हैशटैग से 18000 ट्विट्स किए जा चुके थे और यह ट्विटर पर ट्रैंड भी कर रहा था।
फैक्ट चेकः
वायरल हो रहे वीडियो की हमने पड़ताल की। आइए सबसे पहले जानते हैं कि आखिर पीएम मोदी ने कहा क्या था? दरअसल प्रधानमंत्री मोदी ‘ऑल इंडिया डिस्ट्रिक्ट लीगल सर्विस अथॉरिटी मीट’ में हिस्सा लेने पहुंचे थे। वहां उन्होंने संस्कृत में एक वाक्य पढ़ा जो इस प्रकार है- ‘अङ्गेन गात्रं नयनेन वक्त्रं न्यायेन राज्यं लवणेन भोज्यं’
newstrack.com की खबर के मुताबिक इसका हिन्दी में अर्थ होता है- “जिस तरह विभिन्न अंगों से शरीर की, आंखों से चेहरे की और नमक से भोजन की सार्थकता पूरी होती है, वैसे ही न्याय से शासन की सार्थकता पूरी होती है”।
वहीं संस्कृत के ‘लवण’ शब्द का अर्थ जानने के लिए हमने सिंपल गूगल सर्च किया। लवण का अर्थ होता है ‘नमक’। संस्कृत शब्दावली में लवण शब्द के एकवचन, द्विवचन और बहुवचन के कई सारे रुप होते हैं। जिसमें प्रथमा, द्वितीया, तृतीया, चतुर्थी, पंचमी, षष्ठी, सप्तमी, और सम्बोधन होता है।
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हमने इस संदर्भ में और अधिक जानकारी के लिए संस्कृत के रिटायर्ट आचार्य लल्लन तिवारी से संपर्क किया। उन्होंने बताया कि संस्कृत साहित्य में सुभाषित (सुंदर कथन) के अंतर्गत नीति, आदर्श, सुंदर आचार-विचार एवं जीवन के मूल्यपरक ज्ञान का भंडार है। यह श्लोक इसी का एक हिस्सा है क्योंकि सुभाषित के माध्यम से छात्रों के जीवन को मूल्यवान और सार्थक बनाया जाता है।
निष्कर्षः
हमारे फैक्ट चेक से स्पष्ट होता है कि पीएम मोदी ने संस्कृत का वाक्य पढ़ा था, जिसे सोशल मीडिया यूजर्स भ्रामक तरीके से शेयर कर रहे हैं।
दावा- पीएम मोदी ने संस्कृत में कहे अश्लील वाक्य
दावाकर्ता- सोशल मीडिया यूजर्स
फैक्ट चेक- भ्रामक