सोशल मीडिया पर 4 फोटो का एक कोलाज वायरल हो रहा है। इस कोलाज को शेयर करने वाले यूजर्स दावा कर रहे हैं कि इसमें पीएम नरेंद्र मोदी, राष्ट्रपति दौपदी मुर्मू, यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ और महाराष्ट्र के सीएम एकनाथ शिंदे हैं।
इन चार फोटो के कोलाज का विवरण इस तरह है कि- पहला फोटो में पीएम मोदी के जवानी के दिनों का है, फोटो में वह झाड़ू लगाते हुए दिख रहे हैं। दूसरे फोटो को लेकर दावा है कि यह राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू की फोटो है, तीसरी फोटो में योगी आदित्यनाथ दिख रहे हैं और चौथी फोटो ऑटो चालक रहे एकनाथ शिंदे के जवानी के दिनों की है।
इस फोटो को शेयर करते हुए दैनिक भास्कर के स्टेट ब्यूरो चीफ मनोज शर्मा (@manojpehul) ने लिखा- “ऐतिहासिक फोटोज..!!” मनोज शर्मा ट्विटर पर वेरीफाइड यूजर हैं।
वहीं इस कोलाज को अभिनेत्री कंगना रानावत ने भी इंस्टाग्राम स्टोरी पर शेयर करते हुए लिखा- “इसी को कहते हैं लोकतंत्र के अच्छे दिन”।
https://www.instagram.com/stories/kanganaranaut/2893459997613040053/
इसके अलावा कई अन्य यूजर्स द्वारा भी इसे शेयर किया गया है।
फैक्ट चेकः
वायरल हो रहे कोलाज की सत्यता की जांच के लिए हमने चारो फोटो का अलग-अलग फैक्ट किया है।
- पीएम मोदी के झाड़ू लगाने का फैक्ट चेकः
पीएम मोदी के झाड़ू लगाने वाले फोटो का फैक्ट चेक करने के लिए हमने रिवर्स इमेज सर्च किया। इस दौरान हमें huffpost.com की एक रिपोर्ट मिली। इस रिपोर्ट में एक RTI के हवाले से बताया गया है कि पीएम मोदी का झाड़ू लगाने की फोटो फेक है। इस रिपोर्ट में ओरिजिनल फोटो को भी शेयर किया गया है।
https://www.huffpost.com/archive/in/entry/modi-photoshopped_n_9035576
निष्कर्षः
पीएम मोदी के झाड़ू लगाने वाले फोटो के फैक्ट चेक से साबित हो रहा है कि यह फोटो एडिटेड है। इसलिए सोशल मीडिया यूजर्स का दावा फेक है।
- राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू की फोटो का फैक्ट चेकः
जिस फोटो को राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के होने का दावा किया जा रहा है, उसकी पड़ताल के लिए हमने रिवर्स इमेज सर्च किया। हमें news18.com की एक रिपोर्ट मिली। इस रिपोर्ट के मुताबिक यह फोटो सुकुमार टुडू की है। सुकुमार उपरबेड़ा गांव के प्राइमरी अस्पताल में सफाई कर्मचारी हैं।
निष्कर्षः
हमारी फैक्ट चेक से स्पष्ट हो रहा है कि यह फोटो राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू का नहीं बल्कि उनके गांव के सरकारी अस्पताल में सफाई कर्मचारी सुकुमार टुडू का है। इसलिए सोशल मीडिया यूजर्स का दावा फेक है।
- एकनाथ शिंदे के फोटो का फैक्ट चेकः
कोलाज में ऑटो ड्राइवर के रुप में दिखाए गए महाराष्ट्र के सीएम एकनाथ शिंदे की फोटो का फैक्ट चेक करने के लिए हमने तस्वीर को रिवर्स सर्च किया। लेकिन हमें कोई परिणाम नहीं मिला। इसके बाद हमने इस तस्वीर को सोशल मीडिया पर ढूंढना शुरू किया। यह तस्वीर हमें Speaks deva bhalke नामक यूजर द्वारा 26 जुलाई 2022 को किए गए एक पोस्ट में मिली।
इस पोस्ट के मुताबिक- “1987 से मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे की ये फोटो सोशल मीडिया पर वायरल हो रही है, लेकिन ये फोटो मेहनती नेता बाबा कांबले की है, रिक्शा चालक से मेहनती नेता बाबा कांबले तक… महाराष्ट्र रिक्शा पंचायत ने 2007 में स्वतंत्र संगठन की शुरुआत की थी.. रिक्शे वालों को इंसाफ और मेहनतकश मजदूरों को इंसाफ। ये कार्यकर्ता नेता बाबा कांबले की फोटो है। #बाबाकांबळे”
निष्कर्षः
इस फैक्ट चेक से साबित हो रहा है कि सोशल मीडिया यूजर्स का दावा फेक है, क्योंकि यह फोटो एकनाथ शिंद की नहीं बल्कि बाबा कांबले की है।
- योगी आदित्यनाथ के फोटो का फैक्ट चेकः
कोलाज में योगी आदित्यनाथ की फोटो को लेकर किया जा रहा दावा सही है। इस फोटो के सत्यता की जांच के लिए जब हमने रिवर्स इमेज सर्च किया, तो यह फोटो हमें अखबार ‘हिन्दुस्तान’ की वेबसाइट पर प्रकाशित मिली।
https://www.livehindustan.com/uttar-pradesh/gorakhpur/story-yogi-adityanath-become-mp-in-1998-lok-sabha-election-from-gorakhpur-2485787.html
निष्कर्षः
इस फोटो का फैक्ट चेक करने से स्पष्ट हो रहा है कि योगी आदित्यनाथ की यह फोटो सही है।