संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) ने भारत से आयात किए गए गेहूं को निर्यात करने पर 4 महीने के लिए प्रतिबंध लगा दिया है। यूएई के इस फैसले के बाद सोशल मीडिया पर लोगों ने अपनी प्रतिक्रियाएं दी। कई लोगों का मानना है कि यूएई ने भारत से गेहूं आयात करने पर प्रतिबंध लगा दिया है, तो वहीं कई लोगों ने यूएई के इस फैसले के पीछे कारण पैगंबर मोहम्मद (सल्ल.) पर बीजेपी की पूर्व प्रवक्ता नुपूर शर्मा के विवादित बयान को बताया है।
कई अन्य यूजर्स ने यूएई के इस फैसले पीछे पैगंबर मोहम्मद पर विवादित टिप्पणी के अलावा भारतीय मुसलमानों की पिटाई और उनके घरों पर बुलडोजर चलाने को भी वजह बताया है। South Asian Journal ने अपने ट्विटर अकाउंट पर दावा किया था कि पैगंबर मोहम्मद पर पूर्व बीजेपी प्रवक्ता नुपूर शर्मा की टिप्पणी के बाद यूएई ने भारत से गेहूं के निर्यात पर प्रतिबंध लगा दिया है। इसने खलीज टाइम्स के एक लेख को कैप्शन- “यूएई ने भारतीय गेहूं के निर्यात पर प्रतिबंध लगा दिया है। यह फैसला पैगंबर मोहम्मद के अपमान और भारत में मुसलमानों की पिटाई और घरों को ध्वस्त करने के बाद आया है” के साथ शेयर किया है।
https://twitter.com/sajournal1/status/1536978681540640768/
जल्द ही यह ट्वीट सौ से ज़्यादा रीट्वीट के साथ वायरल हो गया।
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फैक्ट चेक
वायरल हो रहे दावे के लिए हमने सबसे गूगल पर सिंपल सर्च किया। हमें ‘आज तक’ की वेबसाइट पर प्रकाशित एक रिपोर्ट मिली। इस रिपोर्ट में साफ उल्लेखित है कि यूएई ने भारत से खरीदे गए गेंहू या आटे को दूसरे देशों में निर्यात करने पर 4 महीने के लिए प्रतिबंध लगा दिया है। इस रिपोर्ट में यह भी लिखा गया है कि यूएई ने यह फैसला भारत सरकार के अनुरोध पर ही लिया है। क्योंकि भारत चाहता है कि उसके द्वारा यूएई को निर्यात किया गया गेहूं वहां की घरेलू खपत के लिए इस्तेमाल किया जाए।
वहीं जब हमने खलीज टाइम्स की रिपोर्ट को देखी तो पाया कि लेख में यह उल्लेख किया गया है कि वित्त मंत्रालय ने समझाया कि यह निर्णय अंतर्राष्ट्रीय विकास को ध्यान में रखते हुए आया है, जिसने व्यापार प्रवाह को प्रभावित किया है। दोनों देश ठोस और रणनीतिक संबंधों की सराहना करते हैं, जो संयुक्त अरब अमीरात और भारत को एक-दूसरे को जोड़ते हैं। दोनों देशों के बीच व्यापक आर्थिक भागीदारी समझौता (सीईपीए) और घरेलू खपत के लिए यूएई को गेहूं निर्यात करने के लिए भारत सरकार की मंजूरी मिली है।
निष्कर्षः
इसलिए यह स्पष्ट है कि साउथ एशियन जर्नल द्वारा किया जा रहा दावा भ्रामक है। इसमें कई भ्रामक बातों का फैक्ट चेक सामने आ रहा है, जो निम्नलिखित है।
- यूएई ने भारत से गेहूं आयात करने पर प्रतिबंध नहीं लगाया है।
- यूएई ने भारत से आयात किए गए गेहूं या आटे को किसी अन्य देश में निर्यात करने पर प्रतिबंध लगाया है।
- यह प्रतिबंध फिलहाल सिर्फ 4 महीनों के लिए लगाया गया है।
- यूएई ने यह फैसला भारत सरकार के आग्रह पर किया है।
- यूएई के भारतीय गेहूं के निर्यात पर प्रतिबंध का भारत में पैगबंर मोहम्मद (सल्ल.) पर बीजेपी प्रवक्ता के विवादित बयान से कोई संबंध नहीं है।
दावा:यूएई के भारत से गेहूं निर्यात पर लगाया प्रतिबंध
द्वारा दावा किया गया: दक्षिण एशियाई जर्नल(South Asian Journal) फैक्ट चेक:भ्रामक |