फैक्ट चेक: क्या फाइजर की बनाई मंकीपॉक्स वैक्सीन को एफडीए ने दी मंजूरी?

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सोशल मीडिया पर एक पोस्ट बड़ी वायरल हो रही है। जिसमे दावा किया गया कि फाइजर ने एक नई मंकीपॉक्स वैक्सीन विकसित की है। जिसे हाल ही में अमेरिकी खाद्य एवं औषधि प्रशासन (एफडीए) ने अपनी मंजूरी दी है।

एक यूजर ने ट्वीट किया कि केवल स्पष्ट करने के लिए… इस सप्ताह मैसाचुसेट्स में “मंकीपॉक्स” का एक मामला पाया गया… 48 घंटों से भी कम समय में अमेरिकी सरकार ने 119 मिलियन डॉलर में 13 मिलियन मंकीपॉक्स के टीके खरीदे। एक दिन बाद ही फाइजर को न्यू मंकी पॉक्स वैक्सीन के लिए एफडीए की मंजूरी मिली।

कई अन्य यूजर ने भी इस तरह के मिलते-जुलते दावे किए है।

फैक्ट चेक:

उपरोक्त दावे की पड़ताल के दौरान हमें व्यंगपूर्ण वेबसाईट बेबीलोन का एक आर्टिकल मिला। जिसका शीर्षक है – ‘फाइजर ने घोषणा की कि उन्होंने कल ही मंकीपॉक्स वैक्सीन खत्म करने के लिए ऐसा किया’

उल्लेखनीय है कि वेबसाइट ने अबाउट सेक्शन में जानकारी देते हुए लिखा कि बेबीलोन बी दुनिया का सबसे अच्छा व्यंग्य स्थल है, जो अपने सभी सत्य दावों में पूरी तरह से त्रुटिपूर्ण है। हम ईसाई सामग्री, राजनीतिक सामान और रोजमर्रा की जिंदगी के बारे में व्यंग्य लिखते हैं।

वहीं फाइजर के एक प्रतिनिधि जूलिया कोहेन ने ईमेल के माध्यम से रॉयटर्स को बताया: “फाइजर के पास वर्तमान में मंकीपॉक्स के लिए एफडीए द्वारा अनुमोदित या एक सक्रिय कार्यक्रम के लिए एक टीका नहीं है।”

इसके अलावा मंकेपॉक्स वैक्सीन पर फाइजर की और से अपनी वेबसाइट पर कोई अपडेट भी नहीं दिया गया है।

निष्कर्ष

अत: फाइजर के मंकेपॉक्स वैक्सीन जारी करने और इसे एफडीए द्वारा मंजूरी देने का दावा गलत है।

दावा: फाइजर की बनाई मंकीपॉक्स वैक्सीन को एफडीए ने दी मंजूरी

दावाकर्ता: सोशल मीडिया यूजर

फैक्ट चेक: भ्रामक