मौजूदा दौर में मेटावर्स(Metaverse) की चर्चा खूब हो रही है। जबसे फेसबुक ने अपना नाम बदलकर मेटा कर लिया है, तब से इसकी चर्चा ने और ज्यादा जोर पकड़ लिया है। दरअसल मेटावर्स का अर्थ एक ऐसी वर्चुअल दुनिया से है, जिसमें आप वास्तविकता का अनुभव कर सकते हैं। यहां आपका अवतार आपका प्रतिनिधित्व करेगा, यानी आप अपने 4*4 कमरे के अंदर बैठे रहेंगे और आपका अवतार वर्चुअल दुनिया में टहलेगा। वह वर्चुअलव दुनिया में मौजूद आपके दोस्तों और रिश्तेदारों से मिलेगा। उनके साथ पार्टी करेगा। स्कूल-कॉलेज में पढ़ाई करेगा। मेटावर्स में दुनिया को घूमने के लिए वीजा, फ्लाइट टिकट, होटल में रुकने, खाने-पीने और फिजिकली मौजूद रहने की झंझट खत्म है। अब आपका अवतार दुनिया के किसी भी देश में घूम सकता है। वह न्यूजीलैंड के ऑकलैंड में नए साल जश्न मनाएगा, तो फ्रांस के एफिल टॉवर पर फ्रांसिसि क्रांति के महोत्सव में शामिल होगा। मेटावर्स उसे अंतरिक्ष में विचरण करने के लिए रॉकेट या मिसाइल की बाध्यता को भी दूर करेगा। आपका अवतार अंतरिक्ष के भी सैर कर सकता है।
मेटावर्स की इस आभासी (वर्चुअल) दुनिया के इस्तेमाल के लिए आपको हाई-स्पीड इंटरनेट की जरूरत होगी। इसके अलावा आपको फेसबुक की तरह अपना अकाउंट बनाना होगा इसके बाद आपका अवतार क्रिएट होगा, जो इस वर्चुअल दुनिया में आपका प्रतिनिधित्व करेगा। लेकिन यहां सबकुछ वेल एंड गुड नहीं है। यहां कई चुनौतियां हैं। सबसे बड़ी चुनौती महिलाओं की सुरक्षा को लेकर उठ रहा है। यह सवाल इसलिए उठ रहा है कि जब मेटावर्स की वर्चुअल दुनिया आपको वास्तविकता का अनुभव कराएगी, तो यहां महिलाओं के खिलाफ होने वाले अपराध भी महिलाओं को वास्तविकता का ही अनुभव कराएंगे। अगर मेटावर्स बनाने वाली कंपनियों का ये दावा है कि मेटावर्स की वर्चुअल दुनिया आपको वास्तविकता का अनुभव कराएगी तो यहां छेड़खानी और बलात्कार जैसी घटनाएं भी महिलाओं को वास्तविकता का ही अनुभव कराएंगे। यह स्थिति एक महिला के लिए ट्रामा कर तरह होगा। मेटावर्स में महिला की सुरक्षा को लेकर गंभीर सवाल खड़े हो रहे हैं। कई कंपनियों का दावा है कि वह महिलाओं की सुरक्षा पर काम कर रहे हैं। महिलाओं की सुरक्षा पर गंभीर प्रश्नों से इतर आइए पहले जानते हैं कि मेटावर्स क्या है और यह कैसे काम करता है।
मेटावर्स कॉन्सेप्ट की उत्पत्ति?
मेटावर्स (Metaverse) दो शब्दों से मिलकर बना है। Meta+Verse जहां Meta का मतलब होता है हमारी सोच से भी आगे और Verse को यूनिवर्स यानी दुनिया से लिया गया है। जिसका मतलब होता है ‘एक ऐसी दुनिया, जो हमारी सोच से भी आगे है’। इस कॉन्सेप्ट की उत्पत्ति करीब तीन दशक पहले 1992 में हुई थी। अमेरिकन साइंस फिक्शन लेखक नील स्टीफैंसन ने अपने फेमस उपान्यास ‘स्नो क्रश’ में पहली बार मेटावर्स का जिक्र किया था।
कैसे काम करेगा मेटावर्स?
मेटावर्स का अर्थ ऐसी दुनिया से है, जिसमें कोई भी व्यक्ति वास्तविक नहीं, बल्कि आभासी रूप से मौजूद रहता है। मेटावर्स को इंटरनेट का भविष्य बताया जा रहा है। यहां आप ऐसे समझें कि अगर आपको ऑनलाइन वाशिंग मशीन खरीदनी है, तो पहले आप किसी ई-कॉमर्स वेबसाइट पर जाकर वाशिंग मशीन की फोटो देखकर उसे ऑर्डर करते थे। जिसके बाद उस वाशिंग मशीन को आपके घर के पते पर डिलीवर कर दिया जाता था। लेकिन मेटावर्स में शॉपिंग इससे बिल्कुल अलग होगी। मेटावर्स में आपका अवतार वर्चुअल दुनिया के लाजपत नगर मार्केट पहुंचेगा। वहां दुकान या मॉल में जाकर वह वाशिंग मशीन को देखेगा और फिर खरीदेगा। वर्चुअल पैसे से पेमेंट होगा, इसके बाद आपके घर के वास्तविक पते पर वाशिंग मशीन को डिलिवर कर दिया जाएगा।
2030 तक 678.8 अरब डॉलर का होगा व्यापार
एक रिपोर्ट के मुताबिक 2030 तक दुनियाभर में मेटावर्स 678.8 अरब डॉलर का व्यापार करेगा। इस रिपोर्ट में कहा गया है कि मेटावर्स के व्यापार में शुरुआती वर्षों में धीमी प्रगति होगी, लेकिन धीरे-धीरे यह बड़ा मार्केट बन जाएगा और यहां व्यापार बढ़ता जाएगा। नीचे दिए गए ग्राफ से आप मेटावर्स में साल दर साल बढ़ते व्यापार को देख सकते हैं।
वहीं गेमिंग, एआर, वीआर ने भी 413 अरब डॉलर का प्राथमिक बाजार बनाया है, जिसे आप नीचे ग्राफ में देख सकते हैं।
वर्डक्लाउड
नीचे वर्डक्लाउड है जहां उन शब्दों को दर्शाया गया है जो इस विषय पर ट्विटर पर सबसे अधिक बार उपयोग किए जाते हैं। कुछ शब्दों में शामिल हैं, “यौन”, “बलात्कार”, “खतरा”, “आभासी-वास्तविकता”, “मेटावर्स”, “किड्स”, आदि।
महिला सुरक्षा पर गंभीर खतराः
मेटावर्स की वर्चुअल दुनिया में एक महिला ने गैंगरेप होने का आरोप लगाया। एक समाचार के मुताबिक 26 दिसंबर को महिला ने मेटावर्स पर लॉग इन किया। 60 सेकेंड के अंदर ही वहां तीन-चार की संख्या में मेल अवतार आए और महिला को घेरकर रेप करने लगे। पहले तो महिला को समझ नहीं आया कि क्या हो रहा है और उसे क्या करना चाहिए। इसके बाद वह चिल्लाकर वहां से निकलने की कोशिश कर लगी। तभी एक मेल अवतार ने कहा- “दिखावा मत करो कि तुम्हें यह पसंद नहीं है।” महिला के मुताबिक यह सब इतना जल्दी हुआ कि वह प्लेटफॉर्म्स पर दिए सेफ्टी फीचर्स को एक्टिवेट नहीं कर पाई। महिला का कहना है कि वह घटना के बाद से काफी परेशान हैं।
एक वेबसाइट ईटीटेलीकॉमडॉटकॉम ने 31 दिसंबर 2021 को शीर्षक- “मेटावर्स इज़ अनसेफ फॉर वुमन ऑलरेडी! रिपोर्ट्स ऑफ ग्रोपिंग, हैरेसमेंट राइसिंग इन वीआर गेम्स” से एक रिपोर्ट प्रकाशित की थी। इस रिपोर्ट में कई घटनाओं को रिपोर्ट किया गया था। इस खबर के मुताबिक टोरंटो की रहने वाली 29 वर्षीय महिला चैनेल सिगेंस ने साथ छेड़खानी की गई थी। सिगेंस ने बताया कि छेड़खानी करने वाली पुरुष अवतार ने कहा- “यह मेटावर्स है, मैं वही करूँगा, जो मैं चाहता हूँ।”
‘सेंटर फॉर काउंटरिंग डिजिटल हेट’ की रिपोर्ट “न्यू रिसर्च शोज मेटावर्स इज नॉट सेफ फॉर किड्स” के अनुसार मेटावर्स में प्रति 7 मिनट में बच्चों सहित सभी यूजर्स के साथ 1 अपमानजनक घटना होती है। वहीं इसके प्रमुख कैलम हूड के मुताबिक 11 घंटे की अवधि में वीआरचैट पर 100 से अधिक समस्याग्रस्त घटनाएं दर्ज की गईं। जिसमें कुछ में ऐसे उपयोगकर्ता शामिल थे, जो 13 वर्ष से कम उम्र के थे।
निष्कर्षः
महिला सुरक्षा को लेकर मेटावर्स पर गंभीर सवाल खड़े हो रहे हैं। इंटरनेट पर पहले से ही महिलाओं के खिलाफ कई प्रकार की हिंसा और घटनाएं होती रहती है। उनके खिलाफ गाली-गलौज से लेकर उनकी तस्वीरों के गलत इस्तेमाल की घटनाएं आम हैं। तो मेटावर्स पर होने वाली घटनाएं कैसे रुकेगी। वहीं जब मेटावर्स यह दावा करता है कि वह लोगों को वर्चुअल दुनिया में वास्तविकता का अनुभव कराएगा, तो यहां महिलाओं के खिलाफ होने वाली छेड़खानी और बलात्कार की घटनाएं क्या वास्तविकता का अनुभव नहीं करवाएंगी? वहीं एक सवाल और खड़ा होता है कि जब इंटरनेट और सोशल मीडिया के मौजूदा संस्करण में महिलाओं के खिलाफ होने वाले अपराधों में कोई ठोस कार्रवाईयां नहीं होती हैं, तो मेटावर्स में होने वाली रेप और छेड़खानी की घटनाओं में क्या कोई ठोस कार्रवाई होगी? इन अपराधों के खिलाफ क्या कानूनी प्रावधान किए गए हैं? यह अभी स्पष्ट नहीं है।