जहांगीरपुरी में हनुमान जयंती जुलूस के दौरान दो समुदायों के बीच झड़प हो गई, जिसमें आठ पुलिसकर्मी और एक स्थानीय निवासी घायल हो गया। पुलिस ने इस पूरे मामले में मुख्य साजिशकर्ता अंसार और मोहम्मद असलम को गिरफ्तार कर लिया है।
इस बीच, सोशल मीडिया पर एक तस्वीर वायरल हो रही है। इस वायरल तस्वीर में दिख रहा है कि कुछ पुलिसकर्मियों आगे चल रहे हैं। उनके पीछे भगवा गमछा पहने दो शख्स हाथ में डंडा और तलवार लिए चल रहे हैं। सोशल मीडिया के यूजर्स इस फोटो को शेयर कर दावा कर रहे हैं कि ये भगवाधारी लड़के धर्मरक्षक हैं, जो दिल्ली पुलिस की सुरक्षा में लगे हैं।
एक यूजर ने लिखा- हाथ मे तलवार लेकर दिल्ली पुलिस की रक्षा करते धर्मरक्षक..
हाथमे तलवार लेकर दिल्ली पुलिस की रक्षा करते धर्मरक्षक.. pic.twitter.com/Z4SWaflYIr
— Naushad khan (sallu) (@naushadshallu) April 18, 2022
फैक्ट चेकः
हमने फोटो को रिवर्स सर्च किया और पाया कि यह पुराना है और साल 2020 का है। वीडियो दरअसल कोरोना काल के दौरान का है और भगवा गमछे में दिख रहे दो शख्स कोरोना वॉरियर्स हैं। वे घर-घर जाकर लोगों को कोरोना के प्रति जागरूक कर रहे हैं और कोरोना के सभी नियमों का पालन करने की अपील कर रहे हैं।
फोटो को @budaunpolice (बदायूं पुलिस) के आधिकारिक अकाउंट से शेयर किया गया था।
थाने के प्रभारी ने बताया कि उपरोक्त फोटो में दिखाई दे रहे दोनों व्यक्ति कोरोना वॉरियर्स 1. मुकेश कुमार और 2. सुनील गुर्जर हैं, जो मोहल्ले का दौरा कर लोगों से आरोग्य सेतु एप डाउनलोड कर अपने-अपने घरों में रहने की अपील कर रहे थे। दोनों पुलिस के साथ कोरोना वॉरियर्स हैं।
Sho कोतवाली द्वारा बताया गया कि उक्त फोटो मे दर्शाये गये दोनों व्यक्ति कोरोना वारियर्स 1. मुकेश कुमार तथा 2. सुनील गुर्जर द्वारा मोहल्ले में भ्रमण कर लोगों से आरोग्य सेतु एप डाउनलोड करने तथा अपने-अपने घरों में रहने की अपील की गई । पुलिस के साथ दोनों कोरोना वारियर्स हैं।
— Budaun Police (@budaunpolice) April 20, 2020
निष्कर्षः
यूपी की बदायूं पुलिस के ट्वीट और एसएचओ के बयान के बाद स्पष्ट होता है कि भगवा गमछे में दिख रहे शख्स कोरोना वॉरियर्स हैं। इस फोटो का दिल्ली के जहांगीरपुरी की घटना से कोई लेना देना नहीं है। क्योंकि यह फोटो दिल्ली की नहीं बल्कि यूपी की है। इसलिए सोशल मीडिया यूजर्स द्वारा किया जा रहा झूठा और भ्रामक है।
दावा- दिल्ली पुलिस की सुरक्षा में लगे भगवाधारी युवक
दावाकर्ता- सोशल मीडिया
फैक्ट चेक- भ्रामक