गिटहब पर सुल्ली डील्स, बुल्ली बाई एप से लेकर सोशल मीडिया पर बजरंग मुनि के वायरल हो रहे वीडियो में खुलेआम मुस्लिम महिलाओं को घरों से बाहर निकालकर रेप की धमकी देना। इसके अलावा सिनेमाघरों में “द कश्मीर फाइल्स” देखने के बाद उग्र हुए युवक का यह कहना कि मुस्लिम महिलाओं से शादी करो, जिससे 3 पीढ़ी आते-आते उनकी आबादी को कम किया जा सके। यह पिछले कुछ दिनों से मुस्लिम लड़कियों और महिलाओं को लेकर नफरत का ज्यादा प्रसार हुआ है। मुस्लिम महिलाओं को तरह-तरह की अपमानजनक संज्ञाएं दी गई हैं। उन्हें कभी बुल्ली, कभी सुल्ली तो कभी मुल्ली कहा गया है। सोशल मीडिया पर ऐसे पोस्टों की भरमार है, जिसमें मुस्लिम महिलाओं को मुल्ली और बुल्ली सहित तमाम संज्ञाएं देकर उन्हें अपशब्द कहे गए हैं।
सोशल मीडिया के यूजर्स बिना किसी कानूनी डर और बिना किसी रोक-टोक के इस तरह के पोस्ट कर रहे हैं। इनमें ज्यादातर वो यूजर्स हैं, जो दक्षिणपंथी या चरमपंथी विचारधारा से ताल्लुक रखते हैं। कई यूजर्स के बायो को खंगालने के बाद यह भी पता चलता है कि वह किसी खास विचारधारा या पार्टी से या तो प्रत्यक्ष तौर पर जुड़े हैं या फिर वह उस विचारधारा या पार्टी के समर्थक हैं। लेकिन सवाल उठ रहा है कि आखिर मुस्लिम महिलाओं को लेकर ऐसा लगातार क्यों हो रहा है? मुस्लिम महिलाओं के लिए सोशल मीडिया पर इतनी नफरत क्यों पनप रही है? मुस्लिम लड़कियों से शादी को लेकर क्यों इतनी ज्यादा जोर दी जा रही है? इन बातों का विश्लेषण करेंगे।
मुस्लिम लड़कियों को लेकर फैंटेसीः
सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हुआ था। इस वायरल वीडियो में क्लब हाउस एप्लीकेशन पर कुछ लड़के और लड़कियां चैट कर रहे थे। उनके द्वारा मुस्लिम लड़कियों को लेकर एक फैंटेसी बनाई जा रही थी। इस चैट का शीर्षक था- “मुस्लिम लड़कियां हिंदू लड़कियों की तुलना में अधिक सुंदर हैं”। इस चैट में मुस्लिम लड़कियों की सेक्सुआलिटी, उनकी शारीरिक बनावट और उनकी सुंदरता के बारे में आपत्तिजनक टिप्पणियां की जा रही थी। इस चैट में ताज्जुब की बात है कि कुछ लड़कियां भी थी, जो महिलाओं के प्राइवेट पार्ट का जिक्र करते हुए अपशब्द कह रही थीं।
मुस्लिम महिलाओं को रेप की धमकीः
बजरंग मुनि खैराबाद में एक मस्जिद के सामने खड़ा होकर मुसलमानों की बस्ती को सुअरबाड़ा कहता है। इसके बाद वह धमकी देता है कि अगर किसी हिन्दू लड़की के छेड़ा गया तो वह मुस्लिम बस्तियों में घुसकर मुस्लिम लड़िकयों और महिलाओं का खुलेआम बलात्कार करेगा।
वहीं बजरंग मुनि के और भी कई वीडियो वायरल हुए थे, जिसमें वह मुस्लिम वर्ग की महिलाओं पर आपत्तिजनक टिप्पणी करता है।
इसके अलावा समय-समय पर मुस्लिम महिलाओं और लड़कियों को लेकर आपत्तिजनक टिप्पणियां की जाती रही हैं। हाल ही में बॉलीवुड फिल्म निर्देशक विवेक रंजन अग्निहोत्री की फिल्म “द कश्मीर फाइल्स” रिलीज हुई थी। इस फिल्म को देखने के लिए दर्शकों की भारी भीड़ सिनेमाघरों में उमड़ी। कुछ दक्षिणपंथी संगठनों के कार्यकर्ताओं ने तो बकायदा फिल्म के टिकट लोगों को उपलब्ध करवाए थे। इस फिल्म को देखने सिनेमाघर गए दर्शकों के कई वीडियो वायरल हो गए, जिसमें मुस्लिम समुदाय के प्रति हिंसा की भावना देखी गई। इन लोगों के निशाने पर विशेष रुप से मुस्लिम लड़कियां रहीं। एक वायरल वीडियो में देखा जा सकता है कि एक युवक फिल्म देखने के बाद इतना आक्रामक हो जाता है कि वह सिनेमाघर से सार्वजनिक रुप से ये ऐलान करने लगता है कि सभी हिन्दू लड़कों को मुसलमान लड़कियों से शादी करनी चाहिए, जिससे 3 पीढ़ी जाते-जाते मुस्लिमों की जनसंख्या आधी हो जाए।
मुस्लिम लड़कियों को पटाने और उनसे शादी करने की सनकः
सोशल मीडिया पर मुस्लिमों महिलाओं के खिलाफ पनपी इस नफरत ने आम लोगों को भी अपनी जद में लिया। ट्विटर पर एक यूजर है प्रेम तिवारी (@PremPra73790319)। प्रेम तिवारी अपने बायो में लिखते हैं कि वह बीजेपी के वर्कर हैं और जब तक जान है वह बीजेपी के साथ रहेंगे। वह बीजेपी के 2019 के लोकसभा चुनावों की टैग लाइन ‘मोदी है तो मुमकिन है’ को भी अपने बायो में लिखे हैं। प्रेम तिवारी मुस्लिम महिलाओं के प्रति अपने नफरत का इजहार करते हुए एक रिप्लाई में लिखते हैं- “कब करना है सादी मैं तो ready हु। मुझे तो मुस्लिम लड़कियां बहुत पसंद है”
प्रेम तिवारी के इस पोस्ट में लिखे शब्दों पर ध्यान से पढ़िए कि “मुझे तो मुस्लिम लड़कियां बहुत पसंद है” यह मुस्लिम लड़कियों के प्रति नफरत बिल्कुल स्पष्ट है। वहीं ट्विटर पर राजस्थान का रहने वाला यूजर अनिल हिन्दू (@AnilSen37897018) है। वह खुद को राष्ट्रभक्त और रामभक्त कहता है। उसके ट्विटर बायो के मुताबिक वह भाजपा बूथ शक्ति केंद्र प्रभारी है। उसने ट्विटर पर लिखा- “हमारे मामा जी ने बंदूक के दम पर मुल्ली से शादी की थी। आज वह भगवान राम की पूजा करती हैं। और तुम हो की हिन्दुओ डरते हो। #रामभक्तों_से_कब_माफ़ी_मांगोगे”
यहां अनिल हिन्दू द्वारा इस बात को प्राथमिकता दी जा रही है कि हिन्दूओं को डरना नहीं चाहिए बल्कि उन्हें बंदूक के दम पर मुल्ली (मुस्लिम लड़कियों) से शादी करनी चाहिए, जैसा कि उसके मामा ने की थी। संतोष अहीर (यादव) (@SantoshJangde13) नाम का यूजर इन सबसे दो कदम आगे बढ़ते हुए बुर्का को एक प्रकार का रोड़ा बताते हुए ट्वीट किया कि मुस्लिम लड़कियां बुर्के की वजह से हिन्दू लड़कों के संपर्क में नहीं आती है। उसने ट्विटर पर लिखा- हिन्दू लड़कियां बडी सहजता से मियां के संपर्क में आती है, जबकी मुस्लिम लड़कीयां बुर्के में कैद रहती और हिन्दू लडको के संपर्क में नहीं आती, वरना एक भी मुस्लिम लड़की किसी मियां से निकाह नहीं करती।
सौरभ राठौर (सच का साथी) (@saurabh11684296) ने ट्विटर पर लिखा- “मैंने देखा है जब कोई हिंदू लड़की किसी मुस्लिम लड़के से शादी करती है तो हिंदू लड़के यह हमारे हिंदू संगठन सिर्फ चिल्लाते हैं शोर मचाते हैं ऐसे लोग मुझे बेहद मूर्ख लगते हैं अरे अगर आपके पिछवाड़े में दम है तो तुम भी जाकर मुस्लिम लड़कियां पटाओ उन से शादी करो चिल्ला क्यों रहे हो”
सौरभ राठौर हिन्दू लड़कों को इस बात के लिए उकसा रहे हैं कि अगर उनमें दम में तो मुस्लिम लड़कियों को पटाए और उनसे शादी करे।
धनसुख लाल (@DhansukhLal17) नाम के ट्वीटर यूजर ने एक कमेंट के रिप्लाई में कहता है- “कौन कहता है कि मुस्लिम लड़कियां हिन्दू के साथ नहीं जा सकती. ऐसे शब्द हिन्दू युवा नहीं बोलते क्योंकि हिन्दू युवा तो शेर है. ये शब्द हिंजड़े बोला करते है. आज के बाद ऐसे शब्दों का प्रयोग मत करना कि हिन्दू मुस्लिम लड़कियां को अपने साथ नहीं ले जा सकता”
धनसुख लाल उन हिन्दू लड़कों को हिजड़ा कह रहा है, जो यह बोलते हैं कि हिन्दू लड़कों से मुस्लिम लड़कियां शादी नहीं कर सकती हैं।
Sukanya Devi (@SukanyaDevi05) नाम की एक महिला ट्विटर यूजर है। वह खुद को हिन्दू और सनातनी कट्टर राष्ट्रवादी कहती है। उसने कांग्रेस नेता, पूर्व सांसद और दलित एक्टिविस्ट उदित राज के एक ट्वीट का रिप्लाई करते हुए लिखा- “अगर तुम सच्चे मुल्लो के हितैषी हो तो मुल्ली से शादी करो या अपने बच्चो की शादी कराओ”
निष्कर्षः
शीर्षक “मुस्लिम लड़कियां हिन्दू लड़कियों से ज्यादा सुंदर होती हैं” यह एक प्रकार का ऐसा कमेंट है, जो मुस्लिम लड़कियों के प्रति आकर्षण पैदा करने की कोशिश है, जिससे उनके प्रति लोगों के मन में दुर्भावना को पैदा किया जा सके। ऐसा इसलिए कि क्योंकि समाज में पहले से ही बहुत तरह के स्टीरियोटाइप्स हैं। महिला विरोधी इस समाज में आम तौर पर सामान्य लड़कियों की सेक्सुआलिटी, उनके पहनावे, उनके लाइफस्टाइल को लेकर कई स्टीरियोटाइप्स विचार फैले हुए हैं। जब समाज में लड़कियों के अंडरगारमेंट्स दिख जाना संवेदनशीन माना जाता है, तब ऐसे मुस्लिम लड़कियों के लिए सुंदरता की फैंटेसी को जन्म देना, मतलब उनके विरूद्ध लोगों के मन में दुर्भावना पैदा करना है।
यह भी पढ़े: भारतफोबिया से ग्रसित हैं अमेरिकी लेखक और प्रोफेसर खालिद बेयदौन
वहीं नफरती ट्वीट्स और वायरल वीडियो को देखकर एक बात स्पष्ट है कि सोशल मीडिया पर लोग बड़े पैमाने पर मुस्लिम लड़कियों को लेकर नफरत फैला रहे हैं। वह मुस्लिम लड़कियों का बलात्कार करने की धमकी और उनको अपमानजनक शब्द कह रहे हैं। दुर्भाग्य की बात है कि इन नफरतों का प्रचार लगातार हो रहा है और ऐसे असामाजिक तत्वों के खिलाफ ना तो ट्विटर कोई कार्रवाई कर रहा है और ना ही कोई कानून उन पर रोक लगा रहा है। कई केस ऐसे हैं जिसमें पुलिस अभी तक आरोपियों को पकड़ नहीं पाई है। सोशल मीडिया पर फैल रहा ये नफरत समाज को ना सिर्फ दूषित कर रहा है बल्कि लोगों को अपराध करने के लिए उकसा रहा है। अगर इन पर रोक नहीं लगी तो आने वाले दिनों में मुश्किल हालात पैदा सकते हैं।