भारत के पड़ोसी देश श्रीलंका के आर्थिक हालात बेहद खराब हैं। जनता सड़कों पर उतरकर सरकार के खिलाफ प्रदर्शन कर रही है। दरअसल श्रीलंका में महंगाई इतनी ज्यादा बढ़ गई है कि लोगों को दूध, दवाओं और भोजन जैसी बुनियादी जरूरतों के लिए संघर्ष करना पड़ रहा है। वहीं इस विरोध प्रदर्शन श्रीलंका की विपक्षी पार्टियां भी शामिल हैं।
श्रीलंका में हो रहे प्रदर्शन के बीच सरकार ने वहां पर आपातकाल की घोषणा की थी साथ ही सोशल मीडिया पर प्रतिबंध भी लगा दिया था। इन प्रतिबंधों के खिलाफ जब सरकार की आलोचना होने लगी तो सरकार ने सोशल मीडिया से प्रतिबंध हटा लिया था। इसके बाद जनता के पड़ रहे भारी दबाव के बाद महिंदा राजपक्षे सरकार के सभी मंत्रियों ने इस्तीफा भी दे दिया था।
श्रीलंका में इन विरोध प्रदर्शनों के बीच सोशल मीडिया पर एक पोस्ट तेजी वायरल हो रहा है। तमिल भाषा में लिखे इस पोस्ट में दावा किया गया है कि “देश के अंदर हर विरोध के लिए अपने हाथ में एक राष्ट्रीय ध्वज पकड़ो। यदि संभव हो तो इसका एक वीडियो रखो। वहा की सेना राष्ट्रीय ध्वज फहराते वक्त आपको गोली नहीं मार सकती है। आपकी रक्षा के लिए समर्पित विपक्ष।”
फैक्ट चेकः
सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे इस दावे की पड़ताल के लिए हमने फैक्ट चेक किया। हमने श्रीलंका के संविधान और वहां के रक्षा मंत्रालय की वेबसाइट पर इसके संदर्भ में खोजबीन की। लेकिन हमें वहां ऐसा कोई आदेश नहीं दिखा, जिसमें यह कहा गया हो कि विरोध-प्रदर्शनों के दौरान श्रीलंका का राष्ट्रीय ध्वज फहराने पर सेना आपके खिलाफ कार्रवाई या गोली नहीं मार सकती है।
इसलिए सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा दावा भ्रामक है।
दावा- श्रीलंका का झंडा लहराने पर सेना नहीं मारेगी गोली
दावाकर्ता- सोशल मीडिया
फैक्ट चेकः भ्रामक